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Dilip Kumar Yadav 158 posts 0 comments
दिलीप कुमार यादव
दिलीप कुमार यादव ने गुजरे दो दशकों में हिन्दी के शीर्ष अखबारों में कृषि पत्रकारिता को ही अपनाया। उन्होंने खेती किसानी से जुड़ी खबरों को प्राथमिकता देने के लिए संपादकों तक से चिंतन किया। खेती की खबरों से कारोबारी लाभ न मिलने के कारण उन्हें प्राथमिकता न मिलने की मनोवृत्ति को बदलने में उन्हें सफलता मिली। बाद में अमर उजाला जैसे अखबारों को चौपाल शीर्षक से खेती को प्राथमिकता देनी पड़ी। राजस्थान पत्रिका से लेकर देनिक जागरण तक ने कृषि पत्रकारिता को तरजीह दी। किसानों को उन्नत किस्मों का बीज उपलब्ध कराने से लेकर अन्य तरकनीकी ज्ञान उन्हें हर हाल में दिलाने में वह सदैव संलग्न रहे।
पशुपालन पर होने वाली कुल लागत का लगभग 60 प्रतिशत व्यय पशु आहार पर होता है। इसलिए पशुपालन व्यवसाय की सफलता प्रमुख रूप से पशु आहार पर होने वाले खर्च पर निर्भर करती है। पशु आहार में स्थानीय रूप से उपलब्ध पशु आहार के घटकों एवं हरे चारे का…
दिसंबर माह के कृषि कार्य
गेहूं
खरपतवार नियंत्रण हेतु बोआई के 30-35 दिनों बाद सल्फोसल्फ्यूरान एवं मैटसल्फ्यूरान के मिश्रण वाली दवा का प्रयोग करें ताकि संकरी एवं चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार एक साथ मर जाएं। अन्य कई दवाएं आती हैं और सभी की डोज एक एकड़ के हिसाब से…
सोयाबीन मिटाए कुपोषण, दे पैसा
सोयाबीन कुपोषण मिटाने के साथ माली हालत सुधारने की दृष्टि से भी अच्छी फसल है। इसके उत्पादन में मध्य प्रदेश अग्रणी राज्य है लेकिन अन्य राज्यों के किसान भी इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। मैदानी क्षेत्रों में इसकी खेती का चलन बढ़ा है। इसमें…
मूंगफली की खेती से किसान और जमीन दोनों को दे मुनाफा
मूंगफली खरीफ की मुख्य फसल है। उत्तर प्रदेश के कई इलाकों के अलावा इसकी खेती गुजरात, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडू तथा कर्नाटक में होती है। अन्य राज्य जैसे मध्यप्रदेश, राजस्थान तथा पंजाब में भी इसकी खेती प्रमुखता से होने लगी है। इसकी औसत उपज…
मूंगफली (Peanut) के कीट एवं रोग (pests and diseases)
मूंगफली में रोग बहुत लगते हैं। इनमें प्रमुख रूप से बीज से पैदा होेने वाले रोगों की संख्या ज्यादा है। फसल को रोग मुक्त रखने के लिए कुछ चीजों का ध्यान रखना आवश्यक है। मई—जून की गर्मी में खेत की दो तीन गहरी जुताई करेंं। हर जुताई के मध्य एक…
चने की खेती कैसे करें एवं चने की खेती के लिए जानकारी
यह कहावत आज भी ग्रामीण भारत में प्रचलित है। कच्चा चना घोडे को खिलाया जाता है, जो बेहद श्रमसाध्य काम करता है वहीं भुना हुआ चना बीमार मरीज को खिलाया जाता है जिनको कि लीबर में समस्या हो। यानी कि चना हर तरीके से और हर श्रेणी के मनुष्य और पशु…
मशरूम की खेती पैसा भी पोषण भी
मशरूम कई तरह की होती है। यह पोषक गुणों से भरपूर होती है। इसकी सामान्य तरीके से खेती छप्पर आदि में होती है। कंट्रोल कंडीशन में आम किसान के लिए मशरूम की खेती करना आसान नहीं। उत्तर भारत में बटन मशरूम की खेती गेहूं का भूसा एवं धान की पराली…
गेहूं की उन्नत किस्में, जानिए बुआई का समय, पैदावार क्षमता एवं अन्य विवरण
गेहूं की उपज एक दशक से स्थिर हो गई है। कुछेक नई किस्मों के आने से इसमें महज 10-15 फीसदी का इजाफा हुआ है लेकिन एक दशक में वैज्ञानिक क्रांतिकारी किस्म नहीं खोज पाए हैं। यह इतनी जल्दी संभव भी नहीं दिखता है। सरकार किसानों की आय दोगुनी करना…