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Dilip Kumar Yadav 158 posts 0 comments
दिलीप कुमार यादव
दिलीप कुमार यादव ने गुजरे दो दशकों में हिन्दी के शीर्ष अखबारों में कृषि पत्रकारिता को ही अपनाया। उन्होंने खेती किसानी से जुड़ी खबरों को प्राथमिकता देने के लिए संपादकों तक से चिंतन किया। खेती की खबरों से कारोबारी लाभ न मिलने के कारण उन्हें प्राथमिकता न मिलने की मनोवृत्ति को बदलने में उन्हें सफलता मिली। बाद में अमर उजाला जैसे अखबारों को चौपाल शीर्षक से खेती को प्राथमिकता देनी पड़ी। राजस्थान पत्रिका से लेकर देनिक जागरण तक ने कृषि पत्रकारिता को तरजीह दी। किसानों को उन्नत किस्मों का बीज उपलब्ध कराने से लेकर अन्य तरकनीकी ज्ञान उन्हें हर हाल में दिलाने में वह सदैव संलग्न रहे।
सैकड़ों तरह के व्यंजन, हजारों तरह के मसाले, मेवा और कोस्टल क्राप भारत की समृद्ध जैव विविधता की निशानी हैं। विदेशी आक्रांता भी यहां के व्यंजनों का आनंद लेने और अनेक तरह की फसलों को लूटने आते रहे। उनके आक्रमण भी उसी समय होते जबकि फसलों की…
सरसों के फूल को लाही कीड़े और पाले से बचाने के उपाय
सरसों की फसल को आम तौर पर बहुत ही आसान, कम खर्चीली व कम देखरेख वाली फसल बताया जाता है लेकिन कोई भी फसल बिना देखरेख वाली नहीं होती है। इसलिये हमें इस समय सरसों के फूल को सुरक्षित रखने के लिए कौन-कौन से उपाय करने चाहिये उन बातों का जिक्र करते…
कृषि कानूनों की वापसी, पांच मांगें भी मंजूर, किसान आंदोलन स्थगित
एक साल बाद दिल्ली सीमा से वापस अपने घरों को लौटे किसान तो वीरों की तरह हुआ पुष्प वर्षा से स्वागत
पंजाब सरकार बनाएगी पराली से खाद—गैस
पंजाब सरकार करीब 500 करोड़ के निजी निवेश पर आधारित पांच बायोगैस प्रोजेक्टों को शीघ्र शुरू करने जा रही है। इनमें धान की पराली से बायोगैस एवं खाद बनाई जाएगी। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री डा. राज कुमार वेरका और…
उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक खेती के लिए राष्ट्रीय गठबंधन की शुरुआत
प्राकृतिक खेती के लिए राष्ट्रीय गठबंधन के उत्तर प्रदेश के अध्याय की उत्तर प्रदेश के बांदा में किसान प्रेम जी की बगिया में बैठक से शुरूआत हुई। यह एक राष्ट्रीय स्तर का नेटवर्क है जो सैकडों संस्थाओं और अलग-अलग राज्य सरकारों के साथ…
कृषि एवं पर्यावरण विषय पर वैज्ञानिक संवाद
सरसों अनुसंधान निदेशालय सेवर भरतपुर में कृषि एवं पर्यावरण विषय पर दो ब्याख्यानमालाओं का आयोजन किया गया। हाइब्रिड मोड में आयोजित ब्याख्यान में डॉ वाई. एस. परमार औद्योगिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, सोलन के पूर्वकुलपति डॉ एच. सी. शर्मा ने…
किसान और उसकी चुनौतियां
हाँ मैं किसान हूँ देश की सेवा में अपने बेटों को बॉर्डर पर भेजने वाला किसान, इंजीनियर और वैज्ञानिक देने वाला किसान और दूसरों की थाली सजा के अपनी रूखी और चटनी से खाने वाला किसान. किसी भी अफसर से मिलने जाने पर अपना तिरस्कार होते देखने वाला…
कृषि प्रधान देश में किसानों की उपेक्षा असंभव
जिस देश की 80 फीसद आबादी परोक्ष एवं अपरोक्ष रूप से खेती किसानी से जुड़ी हो वहां किसानों की उपेक्षा कोई नहीं कर सकता। वह चाहे दृढ़ इच्छाशक्ति और कठोर निर्णय के आदी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मेादी ही क्यों न हों।आखिरकार प्रधानमंत्री को देशवासियों…
बरसात के साथ बढ़ेगी ठंड
गुजरे दशकों में मध्य नवंबर के बाद हल्की और तेज बरसात के साथ ठंड का आगाज होता हैंं। 31 दिसंबर की आखिरी तारीख घने कोहरे के आगाज का पहला दिन होती है। इस बार बरसात को लेकर मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी कर दिया है। इससे देश के अधिकांश हिस्सों…
तीनों कृषि कानून वापस लेने का ऐलान,पीएम ने किसानों को दिया बड़ा तोहफा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्र को सम्बोधित करते हुए 14 महीने से विवादों में घिरे चले आ रहे तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान करके पूरे राष्ट्र को चौंका दिया। इन तीनों कृषि कानूनों को लेकर किसान लगातार आंदोलन करते चले…