दिलीप कुमार यादव लंबे समय तक प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में पत्रकार रहे हैं। उन्हें कृषि पत्रकारिता के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद,(भारत सरकार) द्वारा चौधरी चरण सिंह पुरस्कार 2008 से सम्मानित किया जा चुका है। आपके द्वारा कृषि ज्ञान एवं विज्ञान का प्रसार किसानों की उत्पादकता बढ़ाने में सहायक हुआ है। कृषि क्षेत्र के सामायिक अनुसंधान और उनसे किसानों को लाभान्वित करने की सोच को वह ऑल इंडिया रेडियो, विभिन्न पत्र-पत्रिका, वेबसाइट, यूट्यूब चैनल आदि के माध्यम से क्रियान्वित करते हैं। श्री यादव अमर उजाला, दैनिक हिंदुस्तान सहित कई प्रमुख अखबारों में 1 दशक से अधिक समय तक सक्रिय पत्रकार रहे हैं।साथ ही विशेषज्ञ और जागरूक किसानों को आम किसानों के लिए आदर्श प्रस्तुत करने की दिशा में सतत सक्रिय रहते हैं।

दिलीप कुमार यादव
दिलीप कुमार यादव ने गुजरे दो दशकों में हिन्दी के शीर्ष अखबारों में कृषि पत्रकारिता को ही अपनाया। उन्होंने खेती किसानी से जुड़ी खबरों को प्राथमिकता देने के लिए संपादकों तक से चिंतन किया। खेती की खबरों से कारोबारी लाभ न मिलने के कारण उन्हें प्राथमिकता न मिलने की मनोवृत्ति को बदलने में उन्हें सफलता मिली। बाद में अमर उजाला जैसे अखबारों को चौपाल शीर्षक से खेती को प्राथमिकता देनी पड़ी। राजस्थान पत्रिका से लेकर देनिक जागरण तक ने कृषि पत्रकारिता को तरजीह दी। किसानों को उन्नत किस्मों का बीज उपलब्ध कराने से लेकर अन्य तरकनीकी ज्ञान उन्हें हर हाल में दिलाने में वह सदैव संलग्न रहे।