इस राज्य में किसानों एवं खेतिहर मजदूरों को दुर्घटना की घड़ी में दिया जायेगा मुआवजा

इस राज्य में किसानों एवं खेतिहर मजदूरों को दुर्घटना की घड़ी में दिया जायेगा मुआवजा

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राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना के जरिये कृषकों एवं खेतिहर मजदूरों को दुर्घटना में किसी तरह की शारिरिक रूप से हानि अथवा मृत्यु के समय 50,000 से 2 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। मौसमिक अनिश्चितताओं की वजह से खेती-किसानी एक बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य होता जा रहा है। आए दिन फसलों में काफी हानि होती जा रही है, साथ ही कृषकों की भी आजीविका प्रभावित हो रही है। इसका नुकसान किसान परिवारों को भोगना पड़ता है। बहुत बार सुनने को मिलता है, कि कृषि मशीनरी चलाते वक्त अथवा मौसम की वजह से किसान की फसल नष्ट हो जाती हैं। ऐसे में अधिकाँश मामलों में किसान की मौत तक हो जाती है। ऐसी दुःख की घडी में किसान परिवारों की मदद हेतु बहुत सारे राज्यों में मुआवजा प्रदान किया जाता है।

राजस्थान की सरकार भी इस परेशानी की घड़ी में किसानों के साथ खड़ी रहती है। राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना राज्य सरकार द्वारा चलाई है, इसके माध्यम से किसान व खेतिहर मजदूर के साथ दुर्घटना हुई हानि या मृत्यु के दौरान 2 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता प्रदान किया जाता है। बीते 4 वर्ष में 10,000 से भी अधिक किसान राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना से फायदा उठा चुके हैं।

जानें राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना के बारे में

राजस्थान सरकार द्वारा किसानों के फायदे के लिए चलाई जा रही राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना के जरिये। खेती-किसानी करते समय दुर्घटनावश अंग-भंग होने अथवा मृत्यु होने की हालत में 2 लाख रुपये तक का अनुदान दिया जाता है। अगर खेती के वक्त सिर पर चोट लगने, कोमा में जाने, दोनों हाथ, दोनों पैर, दोनो आंख, रीढ़ की हड्डी टूटने जैसी शारीरिक हानि होने की स्थिति में किसान या किसान परिवार को 50,000 रुपये तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। यदि किसान का एक अंग विकलांग होने की स्थिति में 25,000 रुपये, उंगली की हानि पर 5,000 रुपये, दोनों उंगली का नुकसान होने पर 10,000 रुपये एवं चार उंगलियों की हानि होने पर 20,000 रुपये दिए जाते हैं।

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10,000 कृषकों को प्राप्त हुई आर्थिक सहायता

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राजस्थान सरकार द्वारा राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना के चलते बीते 4 साल में 10 हजार 237 कृषकों को मंडी समितियों के जरिए 151 करोड़ 92 लाख 3 हजार रुपये का भुगतान किया गया है। इस योजना से 2018-2019 तक 989 कृषकों को 1381.98 लाख रुपये, 2019-2020 में 2,981 किसानों को 4,303.50 लाख रुपये, 2020-21 में 2,275 किसानों को 3,457.10 लाख रुपये, 2021-2022 में 2,806 किसानों को 4,227.10 लाख रुपये एवं 2022-23 सितंबर तक 1,186 किसानों को 1,822.35 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है।

आवेदन कहाँ करें किसान

सभी किसान और खेतिहर मजदूर वर्ग तक राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना का लाभ पहुंचाने के लिए सरकार ने ऑनलाइन साइट भी लॉन्च की है। इस योजना का लाभ केवल राजस्थान के किसानों को ही दिया जाता है, जिसमें आवेदन करने हेतु राज किसान साथी पोर्टल पर जन आधार व मोबाइल नंबर के जरिये से Apply किया जा सकता है।

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