वैज्ञानिकों द्वारा विकिसत की गई शिमला मिर्च की नई किस्म से किसानों को होगा दोगुना मुनाफा

वैज्ञानिकों द्वारा विकिसत की गई शिमला मिर्च की नई किस्म से किसानों को होगा दोगुना मुनाफा

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आईसीएआर शिमला केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा शिमला मिर्च की 562 नवीन किस्म विकसित कर दी है। वर्तमान में किसान 20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर का उत्पादन हाँसिल कर रहे हैं। लेकिन शिमला मिर्च की इस नई प्रजाति से किसान भाई 50 क्विंटल तक पैदावार उठा सकते हैं।

भारत में किसान खेती को तकनीकी समझदारी से कर के लाखों रुपये का मुनाफा अर्जित करते हैं। किसानों का भी यही प्रयास रहता है, कि कैसे वह बेहतरीन उत्पादन प्राप्त कर सकें। वैज्ञानिकों द्वारा भी निरंतर ऐसे बीज तैयार करने के लिए प्रयासरत रहते हैं। जिनसे किसान खेती कर बुवाई कर मोटा उत्पादन ले सकें।

वैज्ञानिकों की तरफ से विकसित की गई नवीन प्रजातियों में जल की आवश्यकता न्यूनतम रहती है। साथ ही, खर्च कम होता है, जबकि आय बहुत ज्यादा हो जाती है। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान शिमला ने पहाड़ी राज्यों हेतु शिमला फसल का नवीन बीज विकसित कर दिया है। इस बीज से पैदावार कर किसान ढाई गुना तक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।

किसान भाई शिमला मिर्च की नई किस्म से पाएंगे 50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन

किसान भाई इस बीज का उपयोग कर अच्छी-खासी पैदावार ले सकते हैं। वैज्ञानिकों ने बताय है, कि हाइब्रिड शिमला मिर्च की 562 बीज तैयार हो चुका है। इससे किसान भाई 35 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की पैदावार ले पाएंगे। फिलहाल, इन राज्यों के अंदर 20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की पैदावार हो रही थी। परंतु, नवीन किस्म वाली फसल की सिंचाई हेतु किसान ढाई गुना तक उत्पादन ले सकते हैं। फसल की सिंचाई होने पर फसल के उत्पादन में 50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक वृध्दि हो जाएगी।

इन तीन राज्यों में उत्पादन कर पाएंगे किसान भाई

वैज्ञानिकों ने बताया है, कि नवीन किस्मों को विकसित करने हेतु राज्य विशेष की जलवायु एवं मृदा व सिंचाई की उपलब्धता एवं अन्य कारकों के ऊपर भी ध्यान केंद्रित किया गया है। इस हिसाब से देखा जाए तो उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश एवं जम्मू कश्मीर का पर्यावरण बीज हेतु अनुकूल पाया गया है। यहां किसान इसका उत्पादन करके बेहतर उत्पादन अर्जित कर रहे हैं।

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हिमाचल प्रदेश के लिए 200 क्विंटल ब्रीडर बीज मुहैय्या कराया गया है

आईसीएआर शिमला मिर्च वैज्ञानिकों द्वारा हाइब्रिड बीज भारत के तीन पहाड़ी राज्यों हेतु तैयार हुआ है। आईसीएआर शिमला सेंटर द्वारा इन तीन राज्यों हेतु 300 क्विंटल ब्रीडर बीज मुहैय्या कराया जाना है। जिसमें से एकमात्र हिमाचल प्रदेश के खाते में 200 क्विंटल ब्रीडर बीज जाना है।

इतने किलो ब्रीडर बीज से 2000 क्विंटल बीज होगा तैयार

आईसीएआर (ICAR) शिमला मिर्च की ब्रीड बीज राज्य सरकारों के लिए भी उपलब्ध किया जा रहा है। वैज्ञानिकों ने बताया है, कि 100 किलो ब्रीडर बीज द्वारा 2000 क्विंटल बीज निर्मित कर दिया गया है। इतना ज्यादा बीज होने की वजह से किसानों का बुवाई कार्य बेहद सुगमता से हो रहा है। किसानों को खेती करने के लिए बीज हेतु इधर-उधर चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। किसानों के लिए राज्य सरकार सुगमता से बीज मुहैय्या करा रही है।

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