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सुपर सीडर मशीन(Super Seeder Machine) क्या है और कैसे दिलाएगी पराली की समस्या से निजात

सुपर सीडर मशीन(Super Seeder Machine) क्या है और कैसे दिलाएगी पराली की समस्या से निजात

हर साल ठंड का महीना शुरू होने के साथ ही उत्तर भारत में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है। इसका एक कारण पराली जलाने की समस्या है। हमारे देश में किसान फसलों के बचे भागों यानी अवशेषों को कचरा समझ कर खेत में ही जला देते हैं। इस कचरे को पराली कहा जाता है। इसे खेत में जलाने से ना केवल प्रदूषण फैलता है बल्कि खेत को भी काफी नुकसान होता है। ऐसा करने से खेत के लाभदायी सूक्ष्मजीव मर जाते हैं और खेत की मिट्टी इन बचे भागों में पाए जाने वाले महत्त्वपूर्ण पोषक तत्त्वों से वंचित रह जाती है। किसानों का तर्क है कि धान के बाद उन्हें खेत में गेहूं की बुवाई करनी होती है और धान की पराली का कोई समाधान नहीं होने के कारण उन्हें इसे जलाना पड़ता है। पराली जलाने पर कानूनी रोक लगाने के बावजूद, सही विकल्प ना होने की वजह से पराली जलाया जाना कम नहीं हुआ है।

सुपर सीडर मशीन(Super Seeder Machine) और पराली की समस्या का हल

Super Seeder Machine

इस समस्या से निजात देने के लिए सुपर सीडर मशीन वरदान की तरह हैं। इस मशीन(Machine) के इस्तेमाल से धान की कटाई के बाद खेत में फैले हुए धान के अवशेष को जलाने की ज़रूरत नहीं होती है। सुपर सीडर(Super Seeder) के साथ धान की पराली जमीन में ही कुतर कर बिजाई करने से अगली फसल का विकास होता है। इसके अलावा जमीन की सेहत भी बेहतर होती है और खाद संबंधी खर्च भी घटता है। 

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 सुपर सीडर मशीन(Super Seeder Machine) से किसानों को धान के बाद गेंहू की बुवाई के लिए बार बार जुताई नहीं करानी होती और न हर पराली को जलाने की ज़रूरत होती है। बल्कि यह पराली खाद का काम करेगी। पराली की मौजूदगी में ही गेहूँ की बिजाई संभव है। इस प्रकार सुपर सीडर मशीन(Super Seeder Machine) से बुवाई खर्च कम लगेगा और उत्पादन भी बढ़ेगा। धान की सीधी बिजाई एवं गेहूँ की सुपर सीडर(Super Seeder) से बुवाई करने पर कम समय एवं कम व्यय के साथ-साथ अधिक उत्पादन एवं पर्यावरण प्रदूषण तथा जल का संचयन भी आसानी से किया जा सकता है।

कैसी होती है सुपर सीडर मशीन(Super Seeder Machine)

 सुपर सीडर(Super Seeder) में रोटावेटर, रोलर व फर्टिसीडडृलि लगा होता है। सपुर सीडर ट्रैक्टर(Super Seeder Tractor) के साथ 12 से 18 इंच खड़ी पराली के खेत में जुताई करते हैं। रोटावेटर पराली को मिट़टी में दबाने, रोलर समतल करने व फर्टिसीडड्रिल खाद के साथ बीज की बुवाई करने का काम करता है। दो से तीन इंच की गहराई में बुवाई होती है। 

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खासियत

सुपर सीडर(Super Seeder) की खासियत है कि एक बार की जुताई में ही बुआई हो जाती है। पराली की हरित खाद बनने से खेत में कार्बन तत्व बढ़ा जता है और इससे अच्छी फसल होती है। इस विधि से बुवआई करने पर करीब पाँच प्रतिशत उत्पादन बढ़ सकता है और करीब 50 प्रतिशत बुआई लागत कम होती है। पहले बुआई के लिए चार बार जुताई की जाती थी। ज़्यादा श्रम शक्ति भी लगती थी। सुपर सीडर(Super Seeder) यंत्र से 10 से 12 इंच तक की ऊंची धान की पराली को एक ही बार में जोत कर गेहूं की बुआई की जा सकती है। जबकि किसान धान काटने के बाद पाँच से छह दिन जुताई कराने के बाद गेहूं की बुआई करते हैं। इससे गेहूँ की बुआई में ज्यादा लागत आती है। जबकि सुपर सीडर(Super Seeder) यंत्र से बुआई करने पर लागत में भारी कमी आती है।

किसानों में जागरुकता का प्रसार

कई राज्यों में किसानों को सुपर सीडर(Super Seeder) चलाने और इससे गेहूँ की बुवाई करने की जानकारी दी जा रही है। उन्हें बताया जा रहा है कि पराली जलाने की मजबूरी से सुपर सीडर(Super Seeder) निजात दिला सकता है। किसानों को जागरुक करने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र भी जुटा है। 

कीमत

इस मशीन(machine) की कीमत बाजार में 2 से सवा 2 लाख रुपये तक है। यह मशीन एक एकड़ जमीन की जुताई एक से दो घंटे में कर सकती है। 

समस्या

हालांकि यह मशीन किसानों के लिए कारगर तो है, लेकिन इसकी महंगी कीमत होने के कारण छोटी जोत के किसानों तक इसकी पहुँच नहीं हो पाएगी। ऐसे में किसानों ने सरकार से इस मशीन के लिए सब्सिडी(Subsidy) देने की मांग की है।

भूमि की तैयारी के लिए आधुनिक कृषि यंत्र पावर हैरो (Power Harrow)

भूमि की तैयारी के लिए आधुनिक कृषि यंत्र पावर हैरो (Power Harrow)

किसान भाइयों को एक फसल पकने के बाद दूसरी फसल के लिए खेत को तैयार करना होता है। उस समय खेत की मिट्टी सख्त हो जाती है और पूर्व फसल के अंश रह जाते हैं और खरपतवार भी होता है। इन सबको कम्पोस्ट खाद बनाने और मिट्टी पलटने के लिए कृषि यंत्र हैरो(Harrow) का  इस्तेमाल किया जाता है। ट्रैक्टर चालित यंत्र हैरो खेत की मिट्टी को इस तरह से पलटता है कि खेत में मौजूद कूड़ा-कचड़ा व हरियाली जमीन में दब जाती है। जो जैविक खाद में परिवर्तित हो जाती हैं। इससे खेत को उपजाऊ बनाने में मदद मिलती है। आइये जानते हैं कि हैरो किस तरह से खेत को तैयार करने का काम करना है और खेती के लिए कितना उपयोगी है।

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नई फसल के लिए खेत को तैयार करने के लिए पहले बैलों के बीचे गहरी जुताई करने वाले हल का प्रयोग किया जाता था। इससे खेत की कई बार जुताई करनी होती थी। उसकी खरपतवार हटाने के लिए मजदूरों को लगाना होता था और उसके बाद खेत की मिट्टी को महीन करने के लिए यानी ढेले फोड़ने के लिए पाटा चलाना पड़ता था। इसमे किसान भाइयों का समय अधिक लगता था और मेहनत भी अधिक करनी होती थी। खास बात यह है कि फसल कटाई के बाद अप्रैल,मई व जून की भीषण गर्मी की प्रचण्ड धूप में किसान भाइयों को पसीना बहाना पड़ता था। लेकिन अब हैरो नामक कृषि यंत्र ने किसानों की इन सारी समस्याओं का हल निकाल लिया है। कृषि यंत्र हैरो

कहां-कहां काम कर सकता है हैरो(Harrow)

जुताई के अन्य यंत्र जहां सामान्य एवं मुलायम मिट्टी वाले खेतों को तैयार करने के काम में आते हैं, वहीं हैरो सख्त जमीन व पथरीली जमीन, अधिक खरपतवार वाली जमीन में आसानी से काम करता है। इसकी डिस्क यानी वर्टिकल टाइन आसानी से सख्त से सख्त मिट्टी को काट कर पलट देती है। साथ ही जमीन में चाहे ही कितनी भी अधिक खरपतवार हो उसे जमीन में दबा देती है। किसान भाइयों मिट्टी पलटने से जहां जैविक खाद का लाभ मिलता है वहीं इसको खुला छोड़ने से जमीन लगने वाली व्याधियां व कीट भी नष्ट हो जाते हैं। इससे अगली फसल में अच्छा उत्पादन भी मिलता है।

क्यारियां व बाग-बगीचा बनाने के काम आता है हैरो(Harrow)

खेत की जुताई के साथ नर्सरी के लिए क्यारियों या बैड बनाने के काम में हैरो का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा सख्त जमीन की जुताई में सक्षम होने के कारण हैरो का इस्तेमाल बाग-बगीचा लगाने के लिए भी जमीन को तैयार करने में किया जाता है।

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हैरों(Harrow) के खेती से जुड़े मुख्य काम

हैरो विभिन्न धारदार कटिंग पहियों, डिस्क या टाइन के सेट को कहा जाता है। अब पहियों व कांटे जैसे स्पाइक वाले हैरो(Harrow) भी आ गये हैं। इस हैरों से खेत में क्या-क्या काम होते हैं, जानिये
  1. हैरो(Harrow) मिट्टी को पलटने का काम सबसे पहले करता है।
  2. हैरो(Harrow) खेत की पूर्व फसल के अवशेष व खरपतवार को जमीन में दबा देता है, जो खाद बन जाती है
  3. यदि नई फसल को नुकसान देने वाली सामग्री खेत में होती है उसको खेत से बाहर निकालने का भी काम हैरो करता है
  4. हैरो(Harrow) मिट्टी की गहरी जुताई करने के साथ उसके ढेलों को फोड़ने का भी काम करता है।
  5. हैरो(Harrow) जमीन की ऊपरी सतह को चिकनी व उपजाऊ बनाने का काम करता है
कृषि यंत्र हैरो

चार प्रकार के हैरो(Harrow) होते हैं

खेती को कई बार जुताई करने, पाटा चलाने, खरपतवार नियंत्रण करने के अलग-अलग कामों के लिए अलग-अलग प्रकार के हैरों(Harrow) का इस्तेमाल किया जाता है। खेती की आवश्यकता को देखते हुए परम्परागत कार्यों के लिए हैरो को चार भागों में विभाजित किया गया है, जो इस प्रकार हैं:-
  1. डिस्क हैरो: हल्की जुताई, मिट्टी के ढेलों को तोड़ने तथा खेत की मिट्टी को भुरभुरी बनाने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।
  2. स्प्रिंग टूथ हैरो: यह हैरो जुताई के बाद ढेले तोड़ने तथा उनको ऊपर लाने ताकि पाटा से आसानी से टूट सकें जैसे काम के लिए उपयोगी होता है।
  3. चेन डिस्क हैरो: यह हैरो खेतों में खाद फैलाने और खरपतवार को एकत्रित करने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।
  4. लीवर हैरो या स्पाइक टूथ हैरो: बोये हुए खेत में उचित जमाव या हल्की वर्षा पड़ी हुई पपड़ी को तोड़ने के काम में आता है। इसका प्रयोग लाइन में या छिड़काव कर बोई फसल के छह-सात इंच तक बढ़ने के समय आसानी से किया जा सकता है।
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पहले ये हैरो बैलों से खिंचवा कर खेतों की तैयारी का काम कराया जाता था लेकिन अब ट्रैक्टर के पीछे हैरो को लगाकर काम किया जाता है। जो कम समय में अच्छा खेत तैयार करता है।

रोटरी पावर हैरो(Rotary Power Harrow) है सबसे अधिक लोकप्रिय

वर्तमान समय में हैरों के काफी संशोधन किये गये हैं और पारम्परिक हैरो की जगह पर रोटरी पॉवर हैरो यानी पॉवर हैरो(Power Harrow) आ गया है। यह पॉवर हैरो कम समय में बहुत अच्छा काम करता है। 50 हॉर्स पॉवर के ट्रैक्टर से चलने वाले इस हैरो से जहां मिट्टी पलटाने से लेकर खेत को बुवाई के लिए बहुत जल्दी तैयार करने में मदद मिलती है।

हैरों(Harrow) की कुछ खास जानकारियां

  1. हैरो की अनेक किस्में होतीं हैं । इन किस्मों में सिंगल टाइन सेट, डबल टाइन सेट या मल्टी टाइन सेट वाले हैरो शामिल हैं। इनके प्रयोग को देखते हुए इनकी टाइन में कटिंग वाले टाइन, सेमी कटिंग वाले टाइन, स्पाइक आदि को लगाया जाता है।
  2. हैरो का वजन 400 किलो से लेकर 2000 किलो तक होता है। ये छह ब्लेड से लेकर 28 ब्लेड वाले होते हैं। इनकी चौड़ाई एक मीटर से लेकर पांच मीटर तक की होती है। इसके अलावा ये 35 हॉर्स पावर से लेकर 100 हार्स पावर तक के होते हैं।

कृषि यंत्र हैरो

हैरो(Harrow)की कीमत

हैरो(Harrow) की कीमत उनकी लम्बाई, चौड़ाई व वजन, ब्लेडों की संख्या, व हॉर्स पॉवर आदि पर निर्भर करती है। वैसे यह अनुमान लगाया जाता है कि हैरो की कीमत उनके काम करने की क्षमता उपयोगिता के अनुसार 50,000 से लेकर 1.5 लाख रुपये तक होती है।
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हैरों(Harrow) की विशेषताएं

जो किसान भाई अपनी खेत की सेहत का ध्यान रखते हैं, अपने मन मुताबिक फसल लेना चाहते हैं, कम समय, कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाली खेती करना चाहते हैं, वे कृषि यंत्रों का सहारा लेते हैं। इन कृषि यंत्रों में सबसे पहले हैरो का इस्तेमाल किया जाता है। पॉवर हैरो एक बार में ही मिट्टी जुताई, ढेले फोड़ने पाटा चलाने का काम करता है। पॉवर हैरो या अन्य हैरो में वर्टिकल टाइन के कई सेट लगे होते हैं।  पॉवर हैरो(Power Harrow) के टाइन का पहला सेट खेत की मिट्टी को पलटने का काम करता है तो दूसरा सेट उस मिट्टी के ढेले को फोड़ने और उसे महीन बनाने का करता है। हैरो(Harrow) का प्रयोग करने से खेत की जमीन समतल ही हो जाती है। गहरी जुताई के कारण खेत में नमी अधिक समय तक रहती है । इससे बीजों का अंकुरन अच्छी तरह से हो सकता है। इस तरह से हैरो(Harrow) से एक या दो बार की जुताई से खेत बुवाई के लिए तैयार हो जाता है। खेत में नर्सरी लगाने के लिए हैरो की एक ही जुताई काफी होती है। उसके बाद खाद प्रबंधन करके बुवाई शुरू कर दी जाती है।

हैरो(Harrow) की खरीद पर कितनी सब्सिडी(Subsidy) मिलती है

सरकार द्वारा कृषि यंत्रों के उपयोग करके फसल को बढ़ाने तथा किसान भाइयों की आमदनी बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रहीं है। इन योजनाओं में कृषि यंत्रों की खरीद पर सब्सिडी(Subsidy) भी दिया जाना शामिल है।
  1. यह सब्सिडी(Subsidy) गरीब व दलित किसानों व छोटे काश्त वो किसानों को अलग-अलग तरह से दी जाती है।
  2. प्रत्येक राज्य ने अपने राज्य के किसानों की सुविधा के लिए सब्सिडी(Subsidy) के अलग-अलग नियम व कानून बना रखे हैं। इन नियमों व कानूनों के बारे में जानकार या सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों से पूरी प्रक्रिया को जानकर आवेदन करके उसका लाभ प्राप्त करें।
  3. हैरो(Harrow) की खरीद के बारे में जानकार लोगों का अनुमान है कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के किसानों और महिला किसान को हैरो की खरीद पर 63 हजार रुपये की सब्सिडी(Subsidy) मिलती है। इसके अलावा सामान्य किसानों को हैरो(Harrow) की खरीद पर 50,000 रुपये की सब्सिडी(Subsidy) मिलती है। विस्तृत जानकारी विभागीय अधिकारियों से प्राप्त करें।

किराये पर भी चलाकर उठा सकते हैं लाभ

कृषि यंत्र काफी महंगे होते हैं और हमारे देश में छोटी काश्त वाले किसानों की संख्या अधिक है, जो इन महंगे कृषि यंत्रों को आसानी से नहीं खरीद सकते हैं। इनकी खरीद के लिए सरकार द्वारा लाभ दिये जाने के लिए शर्तें  भी ऐसी होती हैं जो अधिकांश किसान पूरी नहीं कर पाते हैं। इसके बावजूद उन्हें इन कृषि यंत्रों की सेवाओं की जरूरत होती है। इसके लिए सरकार ने भी सेवा केन्द्र खोल रखे हैं जहां किराये पर कृषि यंत्रों की सेवाएं ली जा सकतीं हैं। इसके साथ ही कुछ हमारे किसान भाई भी अपनी क्षमता के अनुसार कृषि यंत्रों को खरीद कर उन्हें किराये पर चला कर लाभ कमाते हैं। जहां हैरो के मालिक को किराया मिलता है वहीं सेवाएं लेने वाले किसानों को जल्दी व बिना मेहनत के खेत तैयार करने का लाभ मिलता है।
एक शानदार ट्रैक्टर है मैसी फर्ग्यूसन 241 डीआई महा शक्ति ट्रैक्टर

एक शानदार ट्रैक्टर है मैसी फर्ग्यूसन 241 डीआई महा शक्ति ट्रैक्टर

मैसी फर्ग्यूसन 241 डीआई महा शक्ति ट्रैक्टर (Massey Fergusion 241 DI Maha Shakti Tractor) आधुनिक तकनीक के साथ आने वाला एक शानदार ट्रैक्टर है। जिस प्रकार से कम्पनी ने इस ट्रैक्टर को डिजाइन किया है, उस हिसाब से इस ट्रैक्टर ने खुद की खेती बाड़ी के कार्यों में अपनी उपयोगिता को साबित करके दिखाया है। इस ट्रैक्टर को जिन किसानों ने इस्तेमाल किया है उनकी खेती की लागत में कमी आई है, साथ ही उत्पादन में बढ़ोत्तरी हुई है। मैसी फर्ग्यूसन 241 डीआई महा शक्ति ट्रैक्टर के फीचर्स और माइलेज अन्य ट्रैक्टरों के फीचर्स और माइलेज से बेहतर है।

मैसी फर्ग्यूसन 241 डीआई महा शक्ति ट्रैक्टर एक शानदार ट्रैक्टर है जो 42 एचपी के इंजन के साथ आता है। साथ ही यह 35.7 पीटीओ एचपी के साथ आता है जो इसे अन्य ट्रैक्टरों की अपेक्षा बेहतर बनाता है। इसके साथ ही यदि ट्रैक्टर की शक्ति की बात करें तो यह ट्रैक्टर 2500 सीसी इंजन के साथ आता है। इसके साथ ही इसमें 3 सिलिंडर इंजन दिया जाता है।



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अगर इस ट्रैक्टर में आरपीएम की बात करें तो यह 2100 इंजन रेटेड आरपीएम उत्पन्न करता है। जिसके कारण यह ट्रैक्टर अन्य ट्रैक्टरों की अपेक्षा ज्यादा टिकाऊ होता है। इस ट्रैक्टर में 15 से 20 प्रतिशत तक का टार्क बैकअप प्राप्त होता है।

मैसी फर्ग्यूसन 241 डीआई महाशक्ति ट्रैक्टर के अन्य फीचर्स

मैसी फर्ग्यूसन 241 डीआई महा शक्ति ट्रैक्टर को कम्पनी ने बाजार में ड्यूल क्लच के साथ उतारा है। इसके साथ ही इस ट्रैक्टर में मल्टी डिस्क तेल में डूबे ब्रेक हैं। जो फिसलन के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं साथ ही ये ब्रेक ट्रैक्टर में उचित पकड़ बनाए रखने के लिए उपयुक्त होते हैं। इसके गियरबॉक्स में 8 फॉरवर्ड और 2 रिवर्स गियर होते हैं जिससे गियर्स की शिफ्टिंग बेहद आसान हो जाती है। इस ट्रैक्टर में कुशल जल शीतलन प्रणाली दी गई है जिसके द्वारा ट्रैक्टर के इंजन को ठंडा रखने में मदद मिलती है। इस ट्रैक्टर में 47 लीटर की क्षमता का डीजल टैंक है, जिसमें पर्याप्त ईंधन आ जाता है। इसके साथ ही अगर इसके भार उठाने की क्षमता की बात करें तो यह 1700 किलोग्राम तक का भार उठा सकता है। यह एक टू व्हील ड्राइव ट्रैक्टर है, जिसका कुल वजन लगभग 1875 किग्रा है। इस ट्रैक्टर में चार्जिंग स्लॉट, एडजस्टेबल सीट्स, ऑटोमैटिक डेप्थ कंट्रोलर जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं।



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मैसी फर्ग्यूसन 241 डीआई ट्रैक्टर की कीमत कितनी है

मैसी फर्ग्यूसन 241 डीआई महा शक्ति ट्रैक्टर बेहद किफायती ट्रैक्टर माना जाता है। इसकी कीमत बाजार में 6.05 से 6.60 लाख रूपये तक है। यह कीमत समय के साथ थोड़ी ऊपर या नीचे भी हो सकती है। इसके अलावा ट्रैक्टर की कीमत टैक्स, स्थान आदि पर भी बहुत ज्यादा निर्भर करती हैं। अगर ट्रैक्टर की ऑन रोड कीमत की बात करें तो ऑन रोड कीमत अलग-अलग राज्यों और शहरों में अलग-अलग होती है, यह वहां पर लगने वाले टैक्स और रियायतों पर निर्भर करता है। ऑन रोड कीमत की सटीक जानकारी के लिए किसान भाई मैसी फर्ग्यूसन की ऑफिसियल वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।

ट्रैक्टर(Tractor) किसान का साथी

ट्रैक्टर(Tractor) किसान का साथी

ट्रैक्टर(Tractor) और किसान एक दूसरे के साथी हैं या आप कह सकते है की किसान बिना ट्रेक्टर(Tractor) के अधूरा ही होता है.पुराने समय में लोग हल बैल से खेती करते थे तो सारी जमीं में बुआई नहीं कर पाते थे जिससे की जमीं पड़ी रह जाती थी और उसकी वजह से हम अपने खाद्यान्य के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहते थे. पहले हालत ये थे की एक जोड़ी ( दो बैल ) बैल रखना ही हो पाता था और जिस किसान के पास तीन से चार जोड़ी बैल होते थे वो आज के किसी 70HP ट्रेक्टर से कम नहीं माने जाते थे यानि जिस किसान के पास एक से अधिक बैलों की जोड़ी होती थी वो जमींदार होते थे, पैसे वाले और उन्नत किसानों में उनकी गिनती होती थी. फसल के उत्पादन का आलम ये था की अगर किसी की 100 मन ( 40 कुंतल) पैदावार हो जाये तो लोगों में उसका अलग ही सम्मान होता था. बोलते थे " देखो उसका सेकरा पूज गया" यानि उसके पास 100 मन अनाज हो गया.धीरे धीरे समय बदला और आज 100 मन गेंहूं 10 बीघे ( छोटा बीघा) खेत में ही हो जाते हैं और आज हल बैलों की जगह ट्रैक्टर(Tractor) ने लेली और बड़े से बड़ा काम एक अकेला आदमी करने लगा.

ट्रैक्टर(Tractor) का काम:

आज ये कहना की ट्रैक्टर का क्या काम है तो बहुत ही अलग हो जायेगा, आज हम ये कह सकते हैं की क्या काम नहीं कर सकता. आज हर छोटे या बड़े किसान की जरूरत है एक
ट्रेक्टर(Tractor) के आने से किसान अब सारी जमीन पर खेती करने लगा है और अब तो जो ग्राम समाज की जमीन पर भी कब्ज़ा करके उसमे भी खेती करने लगा है. कई ऐसे किसान होते है जिन पर हकीकत में जमीन न के बराबर होती है और वैसे उनके पास ग्राम समाज की बहुत जमीन होती है. ट्रैक्टर(Tractor) से आप जुताई , बबाई, पानी , नराई, फसल काटना ,भूसा बनाने से लेकर खेत को समतल करना , मेढ़बंदी करना यानि आप जो सोच सकते है वो काम आप ट्रेक्टर से ले सकते है.

किस किसान के लिए कौन सा ट्रेक्टर(Tractor) :

वैसे तो आजकल 35HP से कम का ट्रैक्टर कोई किसान लेना पसंद नहीं करता लेकिन ट्रेक्टर का चुनाव कई बातों को देख कर करना चाहिए, जैसे: जमीन की मिट्टी, फसल , और कितनी जमीन पर काम करना है.मसलन आपके पास 100 बीघा जमीं है तो आपको 35HP से 45HP का ट्रेक्टर काम दे देगा. और आपको पानी भी अपने ट्रैक्टर से निकालना है तो आप 20HP से 25HP तक भी जा सकते हो इसमें आपको ज्यादा खर्चा नहीं पड़ेगा. अगर आपके पास जमीन भी ज्यादा है और आप काम भी उससे ज्यादा लेना चाहते है तो आपको 50HP से 60HP का ट्रेक्टर लेना होगा जिससे आप कटर, रीपर , रोटाबेटर , और कंप्यूटर मांझा चला सकते हो अगर आप इससे ऊपर भी जाना चाहते हो तो आप कंबाइन और JCB चलना चाहते हो तो आपको 60HP के ऊपर का ट्रेक्टर चाहिए होगा. जितने बड़ा हॉर्स पावर उतना ही ज्यादा डीज़ल का खर्चा. मेरा अपना मानना है की अगर आपका ज्यादा बड़ा काम नहीं है तो आप 35HP से 50HP का ट्रैक्टर(Tractor) ले सकते है और अपने सारे छोटे बड़े काम कर सकते हैं. ये भी पढ़े: ट्रैक्टर Tractor खरीदने पर मिलेगी 50 फीसदी सब्सिडी(subsidy), ऐसे उठा सकते हैं इस योजना का लाभ

ट्रेक्टर(Tractor) कैसे लें:

Tractor ट्रैक्टर आप दो तरह से ले सकते है, आप ज्यादा ट्रैक्टर के बारे में नहीं जानते और 8 से 10 साल तक चिंता मुक्त होना चाहते हैं तो नया ट्रैक्टर ही लें और अगर आप थोड़ी भी जानकारी रखते हैं और कोई छोटी मोटी समस्या आती है और उसको अपने आप भी देख सकते हैं तो आप पुराना ट्रैक्टर(Tractor) भी ले सकते हैं. ये भी पढ़े: खेती करो या उठाओ भार,एस्कॉर्टस ट्रैक्टर रहे हमेशा तैयार

लोन(Loan) कहाँ से मिलेगा:

जैसा की सभी जानते है किसान के पास इतना पैसा नहीं होता की वो नगद पैसा से कृषि यंत्र खरीद सके तो उसको लोन(Loan) के लिए जाना ही पड़ता है. ज्यादातर किसान बिचौलियों के चक्कर में आकर प्राइवेट कर्ज ले लेते है जिसे पुराने समय में पूंजीपति के कर्ज में किसान फसता था वही आजकल ये प्राइवेट वाले कर रहे है. किसान को कर्ज देने में सरकार कई योजनाए ला रही है जैसे KCC पर लोन , आप SBI , HDFC , ICICI Bank से भी लोन(Loan) ले सकते है. कोशिश करें की आप किसी सरकारी बैंक से ही लोन लेकर ट्रैक्टर(Tractor) लें.आजकल बैंक किसान को कृषि यंत्रों पर भी कर्ज दे रही है. आप ज्यादा जानकारी के लिए निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके पाता कर सकते हैं या आप हमारे कमेंट बॉक्स में भी पूछ सकते है हम आपकी पूरी सहायता करने की कोशिश करेंगें. SBI: https://sbi.co.in/web/agri-rural/agriculture-banking/farm-mechanization-loan/tractor-loan
आप कृपया कमेंट बॉक्स में बताएं अगली जानकारी किस बारे में चाहते है.
खेती करो या उठाओ भार,एस्कॉर्टस ट्रैक्टर(Escort Tractor) रहे हमेशा तैयार

खेती करो या उठाओ भार,एस्कॉर्टस ट्रैक्टर(Escort Tractor) रहे हमेशा तैयार

किसान भाइयों आधुनिक या उन्नत खेती किसानी अब मशीनों के भरोसे हो गयी है। इस तरह की खेती के लिए यदि आपके पास उन्नत कृषि यंत्र एवं कृषि मशीनें हैं तो अच्छी खेती करके अच्छी कमाई कर सकते हैं। इससे आपका आर्थिक स्तर भी काफी अच्छा हो सकता है। कृषि यंत्रों की बात करें तो ट्रैक्टर सबसे प्रमुख कृषि मशीन है। ट्रैक्टर से खेती की शुरुआत यानी पहली जुताई से लेकर फसलों की कटाई-मड़ाई और फसल की ढुलाई की जाती है। इस प्रकार से यह कृषि यंत्र का सबसे महत्वपूर्ण कृषि यंत्र है। ट्रैक्टर किसानों के लिए आवश्यक एवं महत्वपूर्ण कृषि मशीन है। इसलिये ट्रैक्टर का चुनाव करना भी महत्वपूर्ण है। किसान भाइयों जब आप ट्रैक्टर खरीदना चाहें तो उस पर विचार करते समय यह सोचें कि आपको ट्रैक्टर किस उद्देश्य से खरीदना है। आपको ट्रैक्टर अपनी खेती-बाड़ी करने के लिए या किराये पर भी चलवाने के लिए खरीदना है। इस पर फैसला करने के बाद सबसे मजबूत, टिकाऊ, किफायत यानी कम मेंटीनेंस और कम डीजल खपत वाला अधिक से अधिक काम करने वाला आधुनिक तकनीक व सभी सुविधाओं वाला होना चाहिये।

कैसे करें ट्रैक्टर का चुनाव

इस तरह के ट्रैक्टर का चुनाव करते समय ट्रैक्टर बनाने वाली व बेचने वाली कंपनियों का रिकार्ड देखना चाहिये। जिस कंपनी की लम्बे समय से अच्छी सर्विस चल रही हो और कम से कम शिकायतें ग्राहकों द्वारा की जा रही हों, उस कम्पनी का चुनाव करना चाहिये। मार्केट में तमाम ट्रैक्टर कंपनियों के बीच एस्कॉर्टस ट्रैक्टरों का अच्छा खासा नाम है। इस कंपनी का रिकॉर्ड यह है कि पिछले 70 सालों से देश के 70 लाख भारतीय किसानों की  ट्रैक्टर के माध्यम से सेवा कर रही है। इस कंपनी की खास बात यह है कि छोटे, मझोले, बड़े, पेशेवर, फार्महाउसिंग करने वाले बड़े-से-बड़े किसानों के लिए ट्रैक्टर उपलब्ध करवा रही है। यही नहीं एस्कॉर्टस कंपनी अपने ट्रैक्टरों के विभिन्न मॉडलों में समय-समय पर किसानों की सुविधाओं को देखते हुए तकनीकी परिवर्तन भी करती रहती है। Escort Tractor

एस्कॉर्टस ट्रैक्टर की उपयोगिता

आइये जानते हैं कि एस्कॉर्टस कंपनी के ट्रैक्टरों के मॉडलों और उनकी उपयोगिता तथा किसानों को होने वाले लाभ के बारे में जानते हैं:- एस्कॉर्टस कंपनी अपने तीन प्रमुख ब्रांड नेम के तहत ही ट्रैक्टर बनाती है। यह कंपनी फार्मट्रैक, पॉवरट्रैक और स्टीलट्रैक ब्रांड के अनेक वेरियंट के ट्रैक्टर, आधुनिक व नई डिजाइनों में बनाती है। यह कंपनी 12 हार्सपॉवर से लेकर 80 हार्स पॉवर तक के ट्रैक्टर बनाती है। कंपनी का दावा है कि देश में  आई हरित क्रांति में उनके ट्रैक्टरों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके लिए कंपनी को कई बार पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। आइये जानते हैं कि खेती-किसानी, माल ढुलाई व कृषि से जुड़े सभी कामों को आसानी से पूर्ण करने वाले एस्कॉर्ट्स कंपनी के ट्रैक्टरों के प्रमुख मॉडल व डिजाइन कौन-कौन से हैं:-

छोटा ट्रैक्टर बड़े काम

छोटे किसानों के लिए एस्कॉर्ट्स स्टीलट्रैक 14 एचपी 1 सिलेंडर ट्रैक्टर बहुत उपयोगी है। इस ट्रैक्टर विशेष रूप से छोटे काश्तकारों के लिए बना है। इससे खेती के सारे छोटे-बड़े काम किये जा सकते हैं। जुताई-बुआई, निराई, कटाई, मड़ाई से लेकर थे्रसिग व माल ढुलाई का काम किया जा सकता है। इसकी लिफ्टिंग कैपेसिटी 450 किग्रा तक है। कम हार्स पॉवर के बावजूद अपनी मजबूती, कम मेंटिनेंस, डीजल की कम खपत एवं अन्य खूबियों के कारण किसानों के बीच सबसे अधिक लोकप्रिय है।

आत्मनिर्भर किसानों के पसंदीदा ट्रैक्टर

कंपनी ने छोटे से थोड़ा बड़े किसानों के लिए एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक 425/ 25 एचपी/ 2 सिलेंडर,एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक 425 एन/ 25 एचपी/ 2 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक 425 डीएस/25 एचपी/ 2 सिलेंडर वाले ट्रैक्टर बनाये हैं। आत्मनिर्भर किसान भाई इन ट्रैक्टरों से अपनी खेती बारी बहुत ही आराम से कर सकते हैं।

दमदार ट्रैक्टर

एस्कॉर्ट्स फार्मट्रैक एटम 26/ 26 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स फेरारी के 30 आरएस 4डब्ल्यूडी/ 26 हॉर्स पावर/3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक 434 डीएस सुपर सेवर/ 34 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक 434/ 34 एचपी/3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक 434 डीएस/ 34 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स फार्मट्रैक एक्सपी-37 चैंपियन/ 36 एचपी 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक434 डीएस प्लस यूरो 37/ 37 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक एएलटी 3500/ 37 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक यूरो 37/ 37 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक 434-प्लस 37 एचपी 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक 437/ 37 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक 439 डीएस सुपर सेवर 4डब्ल्यूडी/ 39 एचपी/ 3 सिलेंडर मॉडल के ट्रैक्टर मझोले किसानों के लिए बहुत उपयोगी हैं। इन ट्रैक्टरों से अच्छी तरह से खेती के सारे कार्य किये जा सकते हैं।

ट्रैक्टर नहीं वरदान हैं

इस तरह के ट्रैक्टरों से प्रोफेशन जॉब भी की जा सकती है, इस बात को ध्यान में रखकर कंपनी ने जो मॉडल बनाये हैं, उनमें एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक 439 डीएस प्लस/ 41 एचपी/ 4 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक एएलटी 4000/ 41 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स फार्मट्रैक एक्सपी-41 चैंपियन/ 41 एचपी/3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक 439 डीएस डीजल सेवर/ 41 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक यूरो 41/ 4डब्ल्यूडी/ 41 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक 439-प्लस/ 41 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स फार्मट्रैक 45 सीएल वीएम पीएस/ 44 एचपी 3 सिलेंडर शामिल हैं।

बड़े ट्रैक्टर करे पलक झपकाते बड़े-बड़े काम

ये बड़े ट्रैक्टर किसानों के लिए बड़े काम के हैं। प्रत्येक मॉडल की अपनी खास खूबी है। एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक यूरो 42 प्लस/ 44 एचपी 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स फार्मट्रैक चैंपियन एक्सपी 44/ 44 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक 445 डीएस/ 4 डब्ल्यूडी/ 44 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक यूरो 45/ 45 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स फार्मट्रैक 6045/ 45 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स फार्मट्रैक 45 क्लासिक/ 45 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स फार्मट्रैक 45 स्मार्ट/ 45 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक यूरो 41 प्लस/ 45 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स फार्मट्रैक 45 एग्जीक्यूटिव अल्ट्रामैक्स/ 47 एचपी 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक यूरो 45 प्लस/ 4 डब्ल्यूडी/ 47 एचपी /3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक यूरो 45 प्लस/ 47 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स फार्मट्रैक 60 क्लासिक वैल्यूमैक्स/ 47 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स पॉवरट्रैक 445 प्लस/ 47 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स फार्मट्रैक 45 ईपीआई क्लासिक प्रो/ 48 एचपी/ 3 सिलेंडर, एस्कॉर्ट्स फार्मट्रैक क्लासिक 45/ 48 एचपी/ 3 सिलेंडर जैसे मॉडलों की किसानों के बीच अच्छी खासी डिमांड है। [embed]https://www.youtube.com/watch?v=BMkGVrw_Q78[/embed]

सब काम करे आसान

फार्मट्रैक60 ईपीआई/49 एचपी/3 सिलेंडर, फार्मट्रैक 6055 क्लासिक/50 एचपी/ 4 सिलेंडर, 6055 क्लासिक टी20 एण्ड एफ20 /50 एचपी/4 सिलेंडर, 6055 टी20/ 50 एचपी/3 सिलेंडर, 60 क्लासिक सुपरमैक्स/ 50 एचपी/ 3 सिलेंडर, फार्मट्रैक 6050/ 50 एचपी/ 3 सिलेंडर, पॉवरट्रैक यूरो 50/ 50 एचपी/ 3 सिलेंडर, पावर ट्रैक यूरो 4455/50 एचपी/4 सिलेंडर मॉडल के ट्रैक्टर किसानों को खेती के लिए वरदान से कम नहीं है। कोई भी काम पलक झपकाते ही हो जाता है।

कोई काम मुष्किल नहीं

पॉवरट्रैक यूरो 55/55 एचपी/ 4 सिलेंडर, पॉवरट्रैक 4455 डीएस प्लस यूरो/ 55एचपी/ 4 सिलेंडर/पावर ट्रैक 6055 टी20/ 55 एचपी/ 3 सिलेंडर, पॉवरट्रैक 6055 बीटी/ 55 एचपी/4 सिलेंडर जैसे दमदार मॉडलों के लिए खेती का प्रत्येक काम छोटा मालूम होता है। इस मॉडल के ट्रैक्टर प्रोफेशनल जॉब के लिए भी बहुत उपयोगी हैं।

ये हैं सुपर ट्रैक्टर

एस्कॉर्टस कंपनी के ये दमदार ट्रैक्टर के मॉडल जैसे फार्मट्रैक 6060 एक्जीक्यूटिव 4गुणा4/ 60 एचपी/ 4 सिलेंडर, फार्मट्रैक 6055 पॉवरमैक्स 4डब्ल्यूडी/ 60 एचपी/ 4 सिलेंडर, पॉवरट्रैक 4455 बीटी प्लस/ 60 एचपी/4 सिलेंडर, पावर ट्रैक यूरो 60/ 60 एचपी/ 4सिलेंडर, फार्मट्रैक 6060 एक्जीक्यूटिव/ 60 एचपी/ 4 सिलेंडर, फार्मट्रैक 6065 सुपरमैक्स / 65 एचपी/ 4 सिलेंडर, फार्मट्रैक 6065 अल्ट्रामैक्स/ 65 एचपी/4 सिलेंडर, फार्मट्रैक 6065 एक्जीक्यूटिव 4 गुणा 4/ 65 एचपी/4 सिलेंडर दुनिया में अपनी धाक जमाए हुए हैं। एक बार खरीदने के बाद किसान ट्रैक्टर के लिए वर्षों तक निश्चिंत हो जाता है। एस्कार्टस कंपनी का सबसे अधिक हॉर्स पावर का टैÑैक्टर फार्मट्रैक 6080 प्रो/ 80 एचपी है। इसे तो खेती किसानी का ब्रहास्त्र समझा जाना चाहिये।

कुछ खास ट्रैक्टरों की खास खूबियां

एस्कॉर्टस पॉवरट्रैक 439 डीएस प्लस: 41 हार्स पॉवर और 3 सिलेंडरवाला ये ट्रैक्टर आम किसान के लिए बहुत ही उपयोगी है। खेती के सारे काम बहुत ही आसानी और कम डीजल खपत के आधार पर करता है। इस ट्रैक्टर की लिफ्टिंग कैपिसिटी 1500 किलोगा्राम है। मजबूत और आकर्षक डिजाइन वाला ये ट्रैक्टर छह लाख रुपये के आसपास मिल जाता है। एस्कॉर्टस फार्मट्रैक स्मार्ट 45:  इस मॉडल का ट्रैक्टर बहुत ही शक्तिशाली है। 45 हार्स पॉवर और तीन सिलेंडर वाले इस ट्रैक्टर का डीजल टैंक 60 लीटर वाला होता है। इसकी लिफ्टिंग कैपिसिटी 1800 किलोग्राम होती है। इस ट्रैक्टर से आप बड़े से बड़ा काम कर सकते हैं। किसान भाई इस ट्रैक्टर से कल्टीवेटर, स्प्रेयर, रीपर, हाउलेज और रोटावेटर भी चला सकते हैं। इसकी कीमत 4 लाख रुपये के आसपास बतायी गयी है। एस्कॉर्टस फार्मट्रैक एक्सपी-41 चैम्पियन: किसान भाई ये ट्रैक्टर कम डीजल में अधिक काम करता है। यह ट्रैक्टर लम्बे समय तक बिना रुके काम करता है। 41 हार्सपॉवर और 3 सिलेंडर वाले इस ट्रैक्टर की लिफ्टिंग कैपिसिटी 1800 किग्रा है। यह ट्रैक्टर अपनी कैपिसिटी और काम के लिए किसानों के बीच लोकप्रिय है। एस्कार्टस पॉवरट्रैक यूरो 50: किफायती और कम मेन्टिनेंस वाला ये ट्रैक्टर खेती किसानी के सभी कामों को आसानी से करता है। 50 हार्स पॉवर और 3 सिलेंडर वाले इस ट्रैक्टर की लिफ्टिंग कैपिसिटी 2000 किग्रा है। इस ट्रैक्टर से 7 फीट का रोटावेटर भी चला सकते हैं। लेजर लेवलर और एमबी प्लाउ भी इससे चलाया जा सकता है। एस्कॉर्टस पावर ट्रैक यूरो 60: यह ट्रैक्टर बड़े रकबे की खेती के लिए सबसे उपयुक्त है। 60 हार्सपॉवर वाला इस ट्रैक्टर की लिफ्टिंग कैपेसिटी 1800 किलो है। इस ट्रैक्टर से कृषि के काम आने वाले उपकरणों को चलाया जा सकता है। एस्कॉर्टस 6055 पॉवर मैक्स: हैवी ड्यूटी वाला ये ट्रैक्टर सख्त जमीन, बाग-बगीचे की जुताई, लेजर लेवलर, कल्टीवेटर, रीपर, रोटावेटर, सहित सभी भारी से भारी उपकरणों को आसानी से चलाने में सक्षम है। कम कीमत में अधिक काम करने वाला ये ट्रैक्टर 60 हार्स पॉवर और 4सिलेंडर वाला है। इसकी लिफ्टिंग कैपिसिटी 2500 किग्रा है। खेत हो या सड़क हर कहीं किसान भाइयों के सारे काम आसान करने वाला ये ट्रैक्टर कीमत में भी काफी सस्ता है। इस ट्रैक्टर में मेंटीनेंस खर्चा बहुत कम आता है।

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ट्रैक्टर Tractor खरीदने पर मिलेगी 50 फीसदी सब्सिडी(subsidy), ऐसे उठा सकते हैं इस योजना का लाभ

ट्रैक्टर Tractor खरीदने पर मिलेगी 50 फीसदी सब्सिडी(subsidy), ऐसे उठा सकते हैं इस योजना का लाभ

खेती करने के लिए किसानों को ट्रैक्टर (Tractor) की जरूरत होती है। ऐसे में कुछ किसान तो किराए पर ट्रैक्टर(Tractor) लेकर अपनी खेती कर लेते हैं तो कुछ किसान बैलों के जरिए खेती करते हैं। लेकिन वे किसान जो आर्थिक तंगी के कारण ट्रैक्टर नहीं ले पाते हैं और ना ही इन्हें आसानी से बेल की सुविधा मिल पाती है। ऐसे किसानों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक स्पेशल योजना निकाली है जिसके चलते 50% सब्सिडी(subsidy) पर कोई भी किसान ट्रैक्टर खरीद सकता है। जी हां यह सब्सिडी(subsidy) 'पीएम किसान ट्रैक्टर(Tractor) योजना' के जरिए दी जाएगी।

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दरअसल, पीएम किसान के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं जिसके चलते किसान को खेती करने में आसानी हो। इतना ही नहीं बल्कि वे लगातार किसानों के लिए नई-नई योजनाएं लेकर आ रहे हैं। बता दें, पीएम किसानों के खाते में हर साल 6 हजार रुपए भी देते हैं। ताकि हर किसान अपनी खेती के लिए बीज, खाद और इस तरह की मशीनें की जरूरत पूरी कर सके। इसी बीच अब केंद्र सरकार ट्रैक्टर(Tractor) पर भी सब्सिडी(subsidy) दे रही है जो किसानों के लिए काफी लाभदायक होगी। आइए जानते हैं पीएम किसान ट्रैक्टर(Tractor) योजना का लाभ आप कैसे उठा सकते हैं?

किसी भी कंपनी का खरीद सकते हैं ट्रैक्टर

Escort Tractor

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, इस योजना के तहत आप किसी भी कंपनी का ट्रैक्टर(Tractor) खरीद सकते हैं। ट्रैक्टर(Tractor) खरीदने के दौरान आपको आधी कीमत चुकानी होगी जबकि इसका आधा पैसा सरकार सब्सिडी(subsidy) के तौर पर देगी। न सिर्फ केंद्र सरकार बल्कि राज्य सरकार भी किसानों को ट्रैक्टर(Tractor) खरीदने में सहायता करती है। दरअसल, राज्य सरकार अपने अपने स्तर पर ट्रैक्टरों पर 20% से 50% सब्सिडी(subsidy) दे रही है। ऐसे में अब किसानों को ट्रैक्टर(Tractor) खरीदने में आसानी होगी और वे केंद्र सरकार और राज्य सरकार के तहत दोनों ही योजना का लाभ उठा सकते हैं।

 कैसे उठाएं इस योजना का लाभ?

बता दें, इस योजना का लाभ उठाना बेहद ही आसान है। यदि आप भी ट्रैक्टर(Tractor) खरीदना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होगी। खास बात यह है कि, आप सिर्फ इस सब्सिडी(subsidy) का फायदा एक ही ट्रैक्टर(Tractor) खरीदने पर उठा सकते हैं। यदि आप दो ट्रैक्टर(Tractor) की खरीदारी करते हैं तो फिर आपको इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इस योजना का लाभ उठाने के लिए आप नजदीकी CSC सेंटर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं।

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 जरूरी डाक्यूमेंट्स

  • आधार कार्ड
  • बैंक की डिटेल
  • जमीन के कागज
  • पासपोर्ट साइज फोटो

 कैसे करें आवेदन?

इस योजना का लाभ उठाने के लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। देशभर में सभी किसानों के लिए ये योजना है। आप चाहे तो ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों ही तरीके से आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको नजदीकी जन सेवा केंद्र जाना होगा या फिर सीएससी डिजिटल सेवा के जरिए भी इसका लाभ उठा सकते हैं। बता दें, इस योजना के तहत सब्सिडी(subsidy) सीधे किसानों के बैंक खातों में डाल दी जाएगी। इस योजना को जारी करने के बाद सरकार का दावा है कि किसानों को खेती करने में आसानी होगी साथ ही खेती में लगने वाली लागत में भी कमी आएगी। ट्रैक्टर(Tractor) और विभिन्न नए कृषि यंत्रों का उपयोग करने से किसान के पास फसल का उत्पादन न सिर्फ अच्छा होता है बल्कि पहले से कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है।

Swaraj Tractor: आ गया खेती का भी Code

Swaraj Tractor: आ गया खेती का भी Code

स्वराज(swaraj) मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और इसे में लेकर रहूँगा. ये वाक्य किसने कहा था हमें नीचे कमेंट करके बताएं किसानों से ज्यादा स्वराज(Swaraj) को कोण समझ सकता है जिसके बेटे सीमा पर और वो खुद खेत में रहता है. swaraj tractor आज हम बात करते हैं स्वराज ट्रेक्टर के नए product Code की. जिसको स्वराज ने अपने किसानों के हिट में बनाया है. स्वराज ट्रेक्टर ( Swaraj Tractor )1974 में शुरू हुआ और आज किसानों के बीच में एक जाना पहचाना नाम बन गया है. हमारे किसान भाइयों को छोटे छोटे काम करने के लिए छोटे tractors की आवश्यकता रहती है. जैसे आलू की फसल में दवाओं का छिड़काव करना हो या सब्जी में निराई गुड़ाई करनी हो या और भी बहुत कुछ. ये भी पढ़े: ट्रैक्टर Tractor खरीदने पर मिलेगी 50 फीसदी सब्सिडी(subsidy), ऐसे उठा सकते हैं इस योजना का लाभ हाथ से चलने वाले यन्त्र को tractor  का रूप दे दिया है Code एक स्मार्ट, बहु-उपयोगी उपकरण है जो कि किसानों को उनकी ज़रूरतों को अत्यंत सक्षमता के साथ पूरा करने में मदद करता है। इसका सुडौल आकार और motorcycle जैसे हैंडल इसे फसल देखभाल के कामकाजों (जैसे कि खरपतवार और छिड़काव) के लिए अतिउत्तम बनाता है। यह किसानों की मजदूरों पर निर्भरता को काफी हद तक घटाता है और कामकाज के खर्चों में काफी कमी लाता है। इससे डीजल और समय की बचत होती है तथा किसान की काफी हद तक मजदूरों पर निर्भरता कम होती है.

प्रोडक्ट स्पेसिफिकेशन्स नीचे दी गई हैं.

swaraj tractor

प्रोडक्ट स्पेसिफिकेशन

इंजन पॉवर 8.28 kW (11.1 HP)
डिस्प्लेसमेंट 389 cm3
रेटेड r/min 3600
सिलिंडर्स की संख्या 1
फ्युअल टाइप पेट्रोल (4स्ट्रोक)
स्टार्टिंग सिस्टम सिर्फ़ रिकॉयल स्टार्ट
या
सेल्फ स्टार्ट + रिकॉयल स्टार्ट टाइप
एयर क्लीनर ड्राई
ट्रांस्मिशन और फ्रंट एक्सल गियर बॉक्स टाइप स्लाइडिंग मेश
क्लच टाइप सिंगल क्लच, ड्राई डायाफ्राम टाइप
स्पीड ऑप्शन्स 6F + 3R
फॉरवर्ड स्पीड रेंज 1.9 km/h से 16.76 km/h
फ्युअल टाइप 2.2 km/h से 5.7 km/h
स्टार्टिंग सिस्टम फिक्स्ड
डिफ्रेन्शियल लॉक Yes
स्टियरिंग मैकेनिकल
वेहिकल स्पेसिफिकेशन ग्राउंड क्लियरेन्स (स्टै.) 266 mm
ग्राउंड क्लियरेन्स (हाई कॉन्फिगुरेशन) 554 mm
बाई-डायरेक्शनल 180 degree
चेसीस लैडर फ्रेम टाइप
पीटीओ व हाइड्रॉलिक्स पीटीओ 1000
हाईड्रॉलिक्स टू-वे हाइड्रॉलिक्स
लिफ्टींग क्षमता 220 kg @ hitch
ब्रेक्स ब्रेक तेल में डूबे हुए ब्रेक्स
वेट व डायमेन्शन अगला टायर 101.6 mm x 228.6 mm (4x9)
पिछला टायर 152.4 mm x 355.6 (6x14)
संपूर्ण उंचाई 1180 mm
संपूर्ण चौड़ाई 890 mm
व्हील बेस 1463 mm
मशीन का वजन 455 kg
किसान और उसकी जरूरतें: अच्छे Tractor से खेती मतलब खेत के साथ किसान का भी विकास

किसान और उसकी जरूरतें: अच्छे Tractor से खेती मतलब खेत के साथ किसान का भी विकास

किसान भाइयों को जिसकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है उसमें से उसका दराँत ( हंसिया) , फावड़ा, बैलों की जोड़ी जो की आजकल Tractor में बदल गई है. इन सभी से किसान की सुबह से शाम तक की कहानी चलती है. Farmhouse Tractor

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पहले किसान जब बैलों से खेती करता था तब अपने पूरे खेत पर फसल नहीं कर पाता था और न ही उतनी पैदावार ले पाता  था. आज के इस technology वाले युग में किसानों का काम आसान किया है हमारी Tractor निर्माता कंपनियों ने. जिनमे प्रमुख रूप से देसी और आपकी अपनी Escorts Tractor कंपनी है. Escorts ने हमेशा "किसानों के लिए किसानों के साथ" वाले वाक्य को चरितार्थ किया है. पहले के Tractors में इतनी technology को प्रयोग में नहीं लाया जाता था. मुझे आज भी याद है 1983 में मेरे घर Escorts का 335 Tractor आया था जिसके हेरॉन में सिर्फ 5 के तये होते थे न ही Tractor में पावर स्टेयरिंग थी न ही कोई और technology . लेकिन जो था वो एक किसान के लिए काफी था वो था "Escorts का विश्वास" जो सालों साल से आज भी कायम है. आज भी हमें जो मिलता है  उसमें संतुष्टि नहीं है जैसा की एक मनुष्य की आदत होती है. अगर मनुष्य जितना है उसी में संतुष्ट हो जाये तो दुनियां में जितने नए नए अविष्कार हो रहे हैं शायद ये नहीं होते. हम सभी अपने जीवन में थोड़ा ज्यादा चाहते हैं। चाहे वह सब्जियों के साथ मुफ्त धनिया मिर्च हो या मुफ्त cashback, हम भारतीय हमेशा उसी में अधिक की तलाश करते हैं। इसी तरह, हमारे किसानों को भी अपने Tractor में इसकी अधिक आवश्यकता होती है, चाहे उसकी शक्ति, सुविधाएँ, उत्पादकता लेकिन समान इनपुट लागत पर और बेहतर या समान ईंधन दक्षता पर। उसी के लिए और अधिक। साथ ही, हमारा कृषि उद्योग बहुत सटीक होने लगा है और जरूरतें भी सटीक हैं।

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किसान भी अच्छी तरह से जानते हैं  कि वे वास्तव में क्या चाहते हैं। और क्या उन्हें मिलाना चाहिए. इसी वजह से Tractor निर्माताओं को कम से कम लागत में ज्यादा से ज्यादा देने को काम करना पड़ता है. और इसमें कहने की आवश्यकता नहीं है की भारतीय  कंपनी Escorts इसमें हमेशा खरी उतरती है.

इसी कड़ी में Escorts Tractor ने "PowerHouse" नाम से किसानों के लिए एक नई सीरीज निकाली है जिसकी मुख्य विशेषतायें नीचे दी गई हैं.

Farmhouse Tractor PowerHouse: हमारा किसान क्या चाहता है? - पावर, ईंधन दक्षता, अनुप्रयोग उपयुक्तता, कम रखरखाव लागत, विशेषताएं ये सभी सर्वोत्तम मूल्य पर। Powertrac की नई लॉन्च की गई PowerHouse श्रृंखला इन सभी को पूरी तरह से पूरा करती है। यह श्रृंखला किसान को अधिक शक्ति, अधिक सुविधाएँ, अधिक उत्पादकता, सर्वोत्तम मूल्य की पेशकश पर समान ईंधन दक्षता प्रदान करती है। इसके तहत हर ट्रैक्टर ने अब 5 एचपी तक की शक्ति बढ़ाई है। यह कैसे हो सकता है? : Powertrac ईंधन दक्षता के लिए जाना जाता है। Powerhouse में अपनी ईंधन-बचत तकनीक के साथ, यह खपत किए गए ईंधन की हर बूंद के साथ अधिक ताकत उत्पन्न करता है। हर बूंद से मिले ज्यादा ताकत।

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वो कहते हैं न " ये दिल माँगे मोर" ये दिल मांगे एक्स्ट्रा… (किसानों की जरूरत को पूरा करना) श्रृंखला में इसके तहत 6 ट्रैक्टर हैं जो 39HP श्रेणी से लेकर 55HP श्रेणी तक हैं। वही नीचे सूचीबद्ध हैं: 434 प्लस पावरहाउस - 39HP कैट 439 प्लस पावरहाउस - 45 एचपी कैट यूरो 42 प्लस पावरहाउस - 47HP यूरो 47 पावरहाउस - 50HP यूरो 50 पावरहाउस - 52HP कैट यूरो 55 पावरहाउस - 55HP कैट Merikheti टीम के कंटेंट हेड  श्री दिलीप यादव जी को Escorts Tractor के मार्केटिंग हेड श्री अरविन्द श्रीवास्तव जी ने बताया की Escorts ने हमेशा से किसानों के दिलों में राज किया है. हमारे Tractors ने किसानों के दिल में जो जगह बनाई है उसके लिए Escort हमेशा कार्य करता रहेगा और उसी विश्वास को कायम रखेगा
विदेशों में भी देसी ट्रैक्टर मचा रहा धूम, इतनी वृध्दि के साथ बढ़ा निर्यात

विदेशों में भी देसी ट्रैक्टर मचा रहा धूम, इतनी वृध्दि के साथ बढ़ा निर्यात

आज तक पूरे विश्व में भारतीय कृषि उत्पादों की मांग होती थी, परंतु फिलहाल देसी ट्रैक्टर ने भी विदेशी खेतों में अपनी सकारात्मक पहचान स्थापित की है। बतादें कि इस वर्ष देसी ट्रैक्टर का वैश्विक निर्यात में 3 गुना वृध्दि हुई है। भारत के कृषि उत्पादों की देश-विदेशों में खूब सराहना की जाती है। वो स्वाद, गुड़वत्ता, पोषण एवं रंग-रूप अन्य कहीं मुश्किल ही मिल पायेगा। लेकिन फिलहाल खाद्य पदार्थों से हटकर बात करें, तो अब कृषि उत्पादों का निर्यात हो रहा है, जिसके अंतर्गत भारतीय ट्रैक्टर आते हैं, जिसका व्यापार विश्व के सर्वोच्च उद्योगों में से एक उच्च स्थान स्थापित कर रहा है। बतादें कि भारतीय ट्रैक्टर निर्यात (Indian Tractor Export) उद्योग कुल वैश्विक उत्पादन के हिस्से का एक-तिहाई है।

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सोनालिका ने वित्त वर्ष’23 के 8 माह में 1 लाख ट्रैक्टर बेचे वर्तमान में कृषि मंत्रालय द्वारा भारतीय ट्रैक्टर निर्यात के संबंधित नवीन आकड़ों पर चर्चा हुई, जिसमें चौकाने वाली बात सामने आयी है। बतादें कि वर्ष २०१३-१४ के उपरांत से ट्रैक्टर निर्यात में ३ गुना ​वृध्दि हुई है, जिसमें २ हजार करोड़ से ६ हजार करोड़ की बढ़त देखने को मिली है।

८ वर्षों में कितनी वृध्दि दर्ज हो पाई है

केंद्रीय कृषि एवं ​किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा स्वयं ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर ट्रैक्टर के निर्यात में वृद्धि के संबंध में जानकारी दी है। हाल ही में किये गए ट्वीट में कृषि मंत्रालय का कहना है, कि विगत कुछ वर्षों में भारतीय ट्रैक्टर की वैश्विक माँग में वृद्धि हुई है। वर्ष २०१३ -१४ के उपरांत अब तक देसी ट्रैक्टर के विदेशी निर्यात में ३ गुना की बढ़त शामिल की गई है। वित्त वर्ष २०२२-२३ के अप्रैल से लेकर ​सितंबर तक ६ हजार ६२४ करोड़ के भारतीय ट्रैक्टर का निर्यात हुआ है, जो वर्ष २०१३-१४ अप्रैल से सितंबर के मध्य २ हजार २७० करोड़ रुपये था।

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कौन कौन से देशों में किया जा रहा है ट्रैक्टर का निर्यात

मीडिया खबरों की मानें तो नेपाल, अमेरिका, बांग्लादेश सहित विभिन्न देश वर्तमान में भारतीय ट्रैक्टर के पक्के ग्राहक बन चुके हैं। इन देशों द्वारा भारत से सर्वाधिक रिकॉर्ड स्तर पर ट्रैक्टर का आयात किया गया है। फरबरी २०२२ तक के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष २०१३ के उपरांत से ही देसी ट्रैक्टर के निर्यात में ७२ प्रतिशत की वृद्धि शामिल की गई है। भारतीय ट्रैक्टर के मुख्य आयातकों की कितने प्रतिशत खरीदी की गयी इसकी सूची इस प्रकार है, नेपाल (७. ३% निर्यात), बांग्लादेश (६.५% निर्यात), थाईलैंड (५.४% निर्यात) अमेरिका (२५.२% निर्यात) और श्रीलंका (५.३% निर्यात) के अतिरिक्त ब्राजील एवं तुर्की में बड़ा हिस्सा निर्यात किया जा रहा है।
कम जोत वाले किसानों के लिए कम दाम और अधिक शक्ति में आने वाले ट्रैक्टर

कम जोत वाले किसानों के लिए कम दाम और अधिक शक्ति में आने वाले ट्रैक्टर

सोनालिका GT20 ट्रैक्टर तीन सिलेंडर के साथ आता है और इसके अंदर 20 हॉर्स पॉवर की शक्ति मौजूद रहती है। इस ट्रैक्टर में समकुल 8 गियर रहते हैं और यह खेती-किसानी से जुड़े लगभग समस्त कार्य कर लेता है। 

एक समय था, जब किसान खेती करने के लिए बैल और हल का उपयोग किया करते थे। लेकिन, आज के समय के किसान ट्रैक्टर जैसे अत्याधुनिक कृषि यंत्रों से कृषि कार्य करते हैं। 

दरअसल, ट्रैक्टर की कीमत अधिक होने की वजह से छोटी जोत करने वाले कृषकों को ट्रैक्टर खरीदने से पहले कई बार विचार करना पड़ता है। ट्रैक्टर आज के समय में कृषि क्षेत्र का सबसे अहम हिस्सा बन चुका है। 

आधुनिकता और कृषि से जुड़े नवीन अविष्कारों के चलते किसान काफी अच्छा उत्पादन कम समय और श्रम खर्च किए बिना उठा रहे हैं। अगर हम बात करें कि छोटी जोत के किसानों को अधिक महंगा ट्रैक्टर खरीदने की आवश्यकता ही नहीं है, तो इस पर आप क्या कहेंगे। 

आज हम आपको कुछ ऐसे ट्रैक्टरों के विषय में बताएंगे जो काफी छोटे हैं और इनकी कीमत भी काफी कम है। छोटे किसान इनको बड़ी आसानी से खरीदकर अपना कृषि कार्य सुगमता से कर सकते हैं।

कैप्टन 283 4WD 8G ट्रैक्टर

बतादें कि इसको मिनी ट्रैक्टर कहा जाता है। यह विशेष रूप से छोटी जोत के किसानों के लिए ही निर्मित किया गया है। 3 सिलेंडर वाला यह ट्रैक्टर दिखने में बेसक छोटा है, परंतु शक्तिशाली है। 

इसमें 27 हॉर्स पॉवर की शक्ति उपस्थित है। यह मिनी ट्रैक्टर हर वह कार्य कर सकता है, जिस कार्य को एक बड़ा ट्रैक्टर कर सकता है। इसमें समकुल 12 गियर होते हैं, जिसमें से 9 आगे की तरफ लगते हैं और 3 पीछे की तरफ लगाए जाते हैं।

750 किलो के इस ट्रैक्टर का बाजार में भाव तकरीबन 4.25 से 4.50 लाख रुपये है। इसे आप कर्ज पर भी खरीद सकते हैं।

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सोनालिका GT20 ट्रैक्टर

सोनालिका GT20 ट्रैक्टर भी तीन सिलेंडर के साथ आता है और इसमें 20 हॉर्स पॉवर की ताकत होती है। इस ट्रैक्टर में कुल 8 गियर होते हैं और यह खेती से जुड़े लगभग वो समस्त कार्य कर लेता है, जो कि एक बड़ा ट्रैक्टर कर सकता है। 

इस ट्रैक्टर में सिंगल क्लिच के साथ ही मैकेनिकल ब्रेक भी दिए गए हैं। इसका वजन 650 किलोग्राम है और यह बाजार में 3 से 3.5 लाख रुपये के मध्य आपको सुगमता से प्राप्त हो जाएगा।

जॉन डियर 3028 EN ट्रैक्टर

जॉन डियर 3028 EN एक मिनी ट्रैक्टर है। लेकिन इसकी डिजाइन इतनी बेहतरीन ढंग से की गई है, कि बड़े-बड़े ट्रैक्टर भी इसके आगे फेल हो जाएं। इस ट्रैक्टर में तीन सिलेंडर होते हैं और इसमें 28 हॉर्स पॉवर की शक्ति उपस्थित होती है।

सबसे विशेष बात यह है, कि इसमें सिंगल क्लिच के साथ डिस्क ब्रेक भी हैं। इतना ही नहीं इसमें कॉलर रिवर्स ट्रांसमिशन भी उपलब्ध है। इस ट्रैक्टर में 8 गियर आगे और 8 गियर पीछे के लिए होते हैं। 

बाजार में यह ट्रैक्टर आपको 5.65 से 6.11 लाख के मध्य आसानी से मिल जाऐंगे। यही वजह है, कि यदि आप छोटी जोत के किसान हैं, तो आपको इन ट्रैक्टरों में से किसी एक का चयन करना चाहिए।

Sonalika DI 745 III सिकंदर ट्रैक्टर घर लाए और अपनी खेती के कार्य को आसान बनाए 

Sonalika DI 745 III सिकंदर ट्रैक्टर घर लाए और अपनी खेती के कार्य को आसान बनाए 

विदेशों को सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट होने वाला ट्रैक्टर ब्रांड सोनालिका ट्रैक्टर्स वर्तमान में भारत में नंबर 1 ट्रैक्टर एक्सपोर्ट ब्रांड है। यह देश में तीसरा सबसे बड़ा ट्रैक्टर निर्माता होने के साथ-साथ दुनिया भर के शीर्ष 5 ट्रैक्टर निर्माताओं में गर्व से खड़ा है। 

कंपनी अनुकूलित ट्रैक्टर और उपकरण बनाती है जो क्षेत्र के साथ-साथ किसानों की अनुप्रयोग केंद्रित आवश्यकताओं के अनुसार विकसित किए जाते हैं। सोनालिका कंपनी 20 hp से 120 hp तक के ट्रैक्टर का निर्माण करती है।

भारत में किसानों द्वारा सोनालिका कंपनियों के ट्रैक्टरों को बहुत पसंद किया जाता है। आज हम हमारे इस लेख में इसी कंपनी के एक ट्रैक्टर Sonalika DI 745 III Sikander ट्रैक्टर के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले है।          

इंजन क्षमता

Sonalika DI 745 III सिकंदर ट्रैक्टर में कंपनी ने Sonalika DI 745 III Sikander ट्रैक्टर के इंजन की बात करे तो इस ट्रैक्टर में कंपनी ने बड़ा इंजन दिया है जिससे ट्रैक्टर को खेती सम्बंधित उपकरण और सड़क पर ढुलाई के लिए ज्यादा पावर प्रदान करता है। 

ट्रैक्टर के इंजन की पावर की बात करे तो इस  ट्रैक्टर में आपको 50 HP श्रेणी का इंजन मिलता है। इंजन में कंपनी 3 सिलेंडर प्रदान करती है और इंजन की क्यूबिक कैपेसिटी 3065 cc है। 

Sonalika DI 745 III Sikander ट्रैक्टर का इंजन 1900 आरपीएम पर उत्कर्ष्ट प्रदर्शन प्रदान करता है। ट्रैक्टर के इंजन में फ्यूल इंजेक्शन के लिए BOSH कंपनी का inline पंप दिया गया है।  

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Sonalika DI 745 III सिकंदर फीचर्स और स्पेसिफिकेशन

  • Sonalika DI 745 III Sikander को विशेष रूप से किसान की समृद्धि के लिए डिज़ाइन किया गया है। 
  • ट्रैक्टर कुशल कार्यक्षमता के लिए हैवी ड्यूटी कॉन्स्टेंट मेश टाइप ट्रांसमशन के साथ और 16F+4R/12F+3R गियरबॉक्स के साथ आता है। 
  • ट्रैक्टर में आपको  सिंगल/डुअल क्लच विकल्प दोनों देखने को मिलते है। 
  • ये ट्रैक्टर मैकेनिकल/पावर स्टीयरिंग विकल्प के साथ, सुविधा के लिए एर्गोनोमिक सीट के साथ डिजाइन किया गया है।
  • ट्रैक्टर के टायर्स की बात करे तो इस ट्रैक्टर में (6.0 - 16) / (7.50 - 16) फ्रंट टायर साइज और - (13.6 - 28) /  (14.9 - 28) रियर टायर साइज है। 
  • DI 745 III तेल में डूबे ब्रेक के साथ बेहतर वाहन नियंत्रण प्रदान करता है। 
  • इसमें 2000 किलोग्राम की लिफ्ट क्षमता और सर्वोत्तम परिचालन परिणामों के लिए सटीक हाइड्रोलिक्स भी हैं। 
  • अधिक लिफ्टिंग क्षमता होने से आप इस ट्रैक्टर से ढ़ुलाई जैसे कार्य भी आसानी से कर सकते है।             
  • इस ट्रैक्टर के पीटीओ की पावर की बात करे तो इस ट्रैक्टर में 40 hp  क्षमता वाला पीटीओ कंपनी ने प्रदान किया है।  
  • ट्रैक्टर में कंपनी 2 साल यानि की 2000 घंटो की वारंटी कंपनी प्रदान करती है। 
  • हल, कल्टीवेटर, रोटावेटर, वेटलैंड कल्टीवेशन, बुवाई, थ्रेशर, आलू प्लांटर, ढुलाई, मल्चर, स्ट्रॉ रीपर, सुपर सीडर जैसे विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए डिज़ाइन किया गया। 
  • अत्याधुनिक सोनालिका डीआई 745 III एक प्रौद्योगिकी चमत्कार है जो सबसे उपयुक्त है भारत की फसल और मिट्टी की विशिष्ट परिस्थितियों के लिए, जिससे बेहतर उत्पादकता के साथ अधिक आय अर्जित करने में मदद मिलती है। 

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ट्रैक्टर की कीमत क्या है ?

सोनालिका सिकंदर 745 III ट्रैक्टर की कीमत 6.95 - 7.32 लाख रुपये सीमा के तहत उपलब्ध है। कई स्थानों पर ट्रैक्टर की कीमत में थोड़ा फरक भी देखने को मिलता है|

हमारे  इस लेख में आपने Sonalika DI 745 III सिकंदर ट्रैक्टर के नए मॉडल  के बारे में जाना। अगर आप खेतीबाड़ी से जुडी जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो हमारी वेबसाइट मेरीखेत डॉट कॉम पर जा कर देख सकते है, 

हमारी साइट पर खेतीबाड़ी और पशुपालन से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारीआपको मिलेंगी। अगर आप इससे जुड़ी वीडियोस देखना चाहते है तो हमारे यूट्यूब चैनल मेरीखेती पर जा के देख सकते है।   

किसान ने बिना डीजल-पेट्रोल और बिजली के उपयोग से चलने वाला ट्रेक्टर तैयार किया

किसान ने बिना डीजल-पेट्रोल और बिजली के उपयोग से चलने वाला ट्रेक्टर तैयार किया

भारत में हम बचपन से एक शब्द सुनते आ रहे हैं, जिसका नाम है जुगाड़। भारतीय लोग जुगाड़ करने के मामले में सबसे ज्यादा माहिर होते हैं। इसी कड़ी में एक किसान ने जुगाड़ करके एक ऐसा ट्रेक्टर बनाया है, जो कि आजकल चर्चा में है। इस ट्रेक्टर का नाम HE ट्रेक्टर है। बतादें कि यह ट्रेक्टर किसान भाइयों के बजट से में आता है। वहीं, इसको चलाना काफी सरल और सहज होता है। जैसा कि हम जानते हैं, कि आज के समय में ट्रेक्टर किसानों के लिए किसी मित्र से कम नहीं है। यह खेत के हर तरह के कार्य को बड़ी ही सुगमता से पूरा करने की शक्ति रखता है। परंतु, आज भी भारत में बहुत सारे ऐसे किसान भी हैं, जो कि एक उत्तम खेती करने के लिए पर्याप्त धन तक नहीं जुटा पा रहे हैं। अब ऐसे में वह खेती-किसानी के लिए ट्रेक्टर कैसे खरीद सकते हैं।

संजीत ने जुगाड़ के जरिए बनाया अद्भुत ट्रेक्टर

आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि आर्थिक तौर पर कमजोर किसान भाइयों की सहायता करने लिए बिहार के पश्चिम चंपारण के नौतन ब्लॉक के धुसवां गांव के 28 वर्षीय किसान संजीत ने देसी जुगाड़ के जरिए एक बेहतरीन ट्रेक्टर का निर्माण किया है। इससे किसानों की विभिन्न प्रकार की समस्याओं को मिनटों में दूर किया जा सकता है। अब आप यह सोच रहें होंगे कि इसकी कीमत और लागत भी बाजार में मिलने वाले ट्रैक्टर की भाँति ही होगी। परंतु, ऐसी कोई बात नहीं है। यह ट्रैक्टर किसानों के बजट में आता है। साथ ही, इसको बनाने के लिए आपको ज्यादा खर्चा भी नहीं करना पड़ता। दरअसल, यह ट्रैक्टर संजीत ने कबाड़ के इस्तेमाल से तैयार किया है, जिसे चलाने के लिए डीजल-पेट्रोल और बिजली कुछ भी नहीं लगती है। आपको यह केवल साइकिल की भांति ही चलाना होता है। ये भी देखें: कम जोत वाले किसानों के लिए कम दाम और अधिक शक्ति में आने वाले ट्रैक्टर

संजीत ने इस ट्रेक्टर का नाम HE रखा है

आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि संजीत द्वारा स्वयं के इस कबाड़ से निर्मित ट्रेक्टर का नाम HE रखा है। HE का अर्थ ह्यूमन एनर्जी ट्रेक्टर होता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, संजीत ने अपने इस ट्रेक्टर को निर्मित करने हेतु संजीत को लगभग 1 माह का वक्त लगा। फिलहाल, वह इसको किसानों की मदद के लिए उपयोग कर रहे हैं। बतादें कि संजीत के इस आविष्कार के लिए उन्हें अवार्ड भी प्राप्त हो चुका है।

HE ट्रेक्टर की विशेषताएं

  • किसान द्वारा इसमें विभिन्न प्रकार की विशेषताएं दी गई हैं। जो इसको एक बेहतर ट्रेक्टर बनाती हैं।
  • इस ट्रेक्टर के एलईडी बल्बों के लिए 5000 एमएएच पावर की एक चार्जेबल बैटरी की व्यवस्था की गई है।
  • इसके अतिरिक्त इसमें 4 फॉरवर्ड एवं 1 रिवर्स गियर भी होता है। जो इसको खेत के साथ-साथ सड़कों पर भी आसानी से चलाया जा सकता है।
  • इस ट्रेक्टर को कुछ इस प्रकार से तैयार किया गया है, कि यह ट्रैक्टर करीब 600 किलोग्राम तक का वजन आसानी से उठा सकता है।
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HE ट्रेक्टर की खासियत

  • HE ट्रैक्टर की सबसे अच्छी खासियत यह है, कि इसको चलाने के लिए आपको पेट्रोल-डीजल अथवा बिजली की आवश्यकता नहीं पड़ती है। इसके लिए आपको अपनी खुद की शक्ति लगानी है, जैसे कि आप साइकिल चलाते समय लगाते हैं।
  • यह ट्रैक्टर तकरीबन 5 से 10 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से दौड़ सकता है।
  • यह HE ट्रैक्टर सहजता से खेत में 2.5 से 3 इंच गहराई तक मृदा की जुताई करने हेतु समर्थ है।