फसल प्रबंधन योजना बनाएं

बुवाई से कटाई तक हर चरण की योजना बनाएं. इसमें बीज चुनाव, खाद की मात्रा, सिंचाई का समय आदि शामिल करें.

सही उपकरण और यंत्रों का इस्तेमाल करें

पुराने या टूटे हुए उपकरण न केवल समय बर्बाद करते हैं, बल्कि उपज को भी कम कर सकते हैं.  आधुनिक खेती के लिए उपयुक्त हलों, कultiवेटर आदि का इस्तेमाल करें.

मिट्टी की सेहत पर नजर रखें

नियमित रूप से मिट्टी की जांच करवाएं. उपजाऊ बनाए रखने के लिए जैविक खाद और पोषक तत्वों का संतुलित प्रयोग करें.

सूक्ष्म कृषि अपनाएं

खेत के हर हिस्से में बीज, पानी और खाद का सही मात्रा में इस्तेमाल करें.  इससे लागत कम होगी और पैदावार ज्यादा.

सही बीज का चुनाव करें

अपने क्षेत्र के लिए उपयुक्त, रोग-प्रतिरोधी किस्मों के बीजों का चुनाव करें.  कृषि विभाग या अनुभवी किसानों से सलाह लें.

कीटों और बीमारियों का प्रबंधन करें

फसलों पर नजर रखें और जरूरत पड़ने पर ही प्राकृतिक कीटनाशकों का प्रयोग करें.  रासायनिक कीटनाशकों के अत्यधिक प्रयोग से बचें.