अब बीमार पशुओं को लेकर नहीं जाना होगा अस्पताल, घर पर ही होगा इलाज

पशुओं का इलाज

किसानों को पशुओं का इलाज करवाने के लिए नजदीकी पशु चिकित्सा केंद्र में नहीं जाना होगा। इसकी जगह क्षेत्र के पशु चिकित्सक खुद घर आकर पशु का इलाज करेंगे।

पशु उपचार पशुपालकों के द्वार

‘पशु उपचार पशुपालकों के द्वार’ योजना का शुभारंभ फिलहाल उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में किया गया है।

टोल फ्री नंबर

किसानों को सुविधा का लाभ उठाने के लिए टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल करना होगा तथा पशु के रोग से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी देनी होगी।

पंजीकरण शुल्क

गाय और भैंस के इलाज के लिए 5 रुपये का पंजीकरण शुल्क तथा कुत्ते और बिल्लियों के इलाज के लिए 10 रुपये का पंजीकरण शुल्क देय होगा।