एक्वापोनिक खेती मछली पालन और हाइड्रोपोनिक्स को मिलाकर बनाई गई तकनीक है, जिसमें मछलियों का मल पौधों के लिए उर्वरक का काम करता है और पौधों द्वारा छना हुआ पानी फिर से मछलियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
पानी की बचत: परंपरागत खेती से 90% तक पानी की बचत होती है। उच्च पैदावार: सीमित जगह में ज्यादा सब्जियां और मछली पैदा की जा सकती हैं। जैविक खेती: रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का इस्तेमाल नहीं होता है।
एक्वापोनिक्स में मछलियों का अपशिष्ट प्राकृतिक पोषक देता है, जबकि हाइड्रोपोनिक्स में रासायनिक पोषक मिलाते हैं।
टैंक, फिल्टर, पंप पौधों के लिए बढ़ने की संरचना मछली के बच्चे और पौधे के बीज
पौधे: लेट्यूस, पालक, टमाटर, मिर्च मछलियां: तिलापिया, गुप्पी, गोल्डफिश
सूखे की मार झेल रहे क्षेत्रों में फायदेमंद शहरों में छोटी जगह में खेती का विकल्प