बायो डी-कंपोजर: जैविक खेती के लिए उपयोग, लाभ और बनाने की विधि

बायो डी-कंपोजर के माध्यम से किसान न सिर्फ अपनी फसल को बैक्टीरियल और फंगल बीमारियों से बचा सकते हैं, बल्कि उनकी खेती की लागत भी कम हो जाती है।

बायो डी-कंपोजर को जैविक कृषि अनुसंधान केंद्र द्वारा विकसित किया गया है, जो पूरी तरह से प्राकृतिक है और इसमें रासायनिक उर्वरक या कीटनाशकों की आवश्यकता नहीं होती।

बायो डी-कंपोजर तैयार करना एक सरल प्रक्रिया है। सबसे पहले, 200 लीटर पानी की एक बड़ी टंकी या ड्रम लें और उसमें 2 किलोग्राम पुराना गुड़ डालें।

बायो डी-कंपोजर का उपयोग करने से फसल में बैक्टीरिया और फंगल बीमारियों का असर कम होता है।

बायो डी-कंपोजर को खेतों में अच्छे से छिड़काव करने के लिए, 3 भाग पानी में इसे मिलाकर स्प्रे करना चाहिए।

Title 2

मिनी पावर वीडर क्या हैं: खेती में उपयोग, फायदे और विशेषताएँ