Brinjal Farming: बैंगन की खेती के बारे में संपूर्ण जानकारी

बैंगन का एक वर्ष में तीन बार सेवन किया जा सकता है। नर्सरी तैयार करने के लिए जून-जुलाई एवं रोपाई के लिए जुलाई-अगस्त बिल्कुल उपयुक्त महीने हैं।

बैंगन का खेत तैयार करने के लिए प्रथम जुताई मृदा पलटने वाले हल से करनी चाहिए। उसके पश्चात 3-4 बार हैरो अथवा देशी हल चलाकर पाटा लगाएं।

एक हेक्टेयर बैंगन की फसल के लिए 400-500 ग्राम बीज और संकर प्रजातियों का 300 ग्राम बीज उपयुक्त माना जाता है।

फल को उस वक्त तोड़ना चाहिए जब वह पूर्ण आकार और रंग प्राप्त कर लें। बैंगन की पैदावार मौसम एवं प्रजाति पर निर्भर करती है।

12-15 सेमी लंबी चार पत्तियों वाली पौध रोपाई के लिए उपयुक्त मानी जाती है। साथ ही, शाम के समय रोपाई करनी चाहिए।

फसल की प्रत्येक 12-15 दिन में सिंचाई करते रहनी चाहिए। फसल की समाप्ति से पूर्व निराई-गुड़ाई करनी चाहिए।