सौंफ की खेती से भर जाएगी जिन्दगी में खुशबू

सौंफ की बुवाई अक्टूबर माह में अच्छी मानी गयी है, लेकिन सितंबर से अक्टूबर तक इसकी बुवाई कर देनी चाहिए।

इसकी रोपाई में लाइन से लाइन की दूरी 60 सेंटीमीटर तथा पौधों से पौधों की दूरी 45 सेंटीमीटर रखनी चाहिए।

सौंफ की फसल में बेल्ट रोग लगता है। इसको रोकने के लिए 0.3 प्रतिशत जलग्राही सल्फर अथवा 0.06 प्रतिशत पैराफिन का घोल छिड़काव करना चाहिए, तथा और अधिक प्रजातियों का भी इसमें प्रयोग करना चाहिए।

सौंफ की अलग-अलग प्रजाति होती हैं, जैसे गुजरात सौंफ1, गुजरात सौंफ 11,गुजरात सौंफ 2,आरएफ 125, बीएफ 35, आरएफ 105, एनआरसी एस एस ए 1, आर एफ 101, आरएफ 143 आदि।