गुरलीन जमीन के छोटे से टुकड़े पर स्ट्रॉबेरी की खेती कर मिशाल बन चुकी हैं
गुरलीन का कहना है, कि उन्होंने ऑनलाइन ही स्ट्रॉबेरी की खेती करना सीखा था। गुरलीन के इस परिश्रम को देखते हुए उनके पिता ने उन्हें सपोर्ट किया।
उत्तर प्रदेश-झांसी की मूल निवासी गुरलीन चावला की, जिन्होंने युवाओं के लिए एक नजीर प्रस्तुत की है। गुरलीन आज सफल ढ़ंग से खेती कर लाखों की आमदनी कर रही हैं।
गुरलीन ने बताया कि आरंभ में उन्होंने छोटे से भूमि के टुकड़े से इसकी शुरुआत की थी। परंतु, आज वह ढेड एकड़ भूमि में इसका उत्पादन कर रही हैं।
गुरलीन का सफर लॉकडाउन के दौरान चालू हुआ था
गुरलीन ने बताया कि उन्हें इसका आइडिया लॉकडाउन के समय आया, जब वह झांसी में अपने घर पर थीं। उन्हें स्ट्रॉबेरी बेहद पसंद है। परंतु, लॉकडाउन के दौरान स्ट्राबेरी न मिलने पर उन्होंने घर पर ही इसे उगाने के विषय में सोचा।
गुरलीन के कार्य की PM मोदी भी सराहना कर चुके हैं
झांसी में स्ट्रॉबेरी की सफलतापूर्वक खेती करने के पश्चात गुरलीन प्रशासन एवं सरकार की सराहना भी प्राप्त कर चुकीं हैं।