पुदीना की खेती भारत में कैसे की जाती है ?

भूमि की स्थिति

हल्की रेतीली दोमट मिट्टी पुदीना की खेती के लिए आदर्श होती है। मिट्टी का पीएच 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए।

भूमि तैयार करन

खेत की गहरी जुताई करें और मिट्टी को भुरभुरा बना लें। खेत में 20-25 टन प्रति हेक्टेयर अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद डालें। खेत को समतल कर पाटा चलाएं।

जलवायु परिस्थितियाँ

पुदीना ठंडी जलवायु में अच्छी तरह से उगता है। इष्टतम तापमान 20-25 डिग्री सेल्सियस होता है। वार्षिक वर्षा 60-100 सेमी होनी चाहिए।

रोपण विधि

पौधे की कलमों या जड़ों को रोपण के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। कतारों के बीच की दूरी 30-45 सेमी और पौधों के बीच की दूरी 15-20 सेमी होनी चाहिए।

खरपतवार नियंत्रण

खरपतवार को हाथ से निकालें या निराई करें। मल्चिंग करने से भी खरपतवार को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

भारत में मटर के शीर्ष 5 उत्पादक राज्य