जानें ग्राफ्टिंग विधि से खेती करने से कितने फायदे होते हैं

ग्राफ्टिंग तकनीक का इस्तेमाल आम, जामुन, गुलाब, सेब एवं संतरे जैसे बहुत सारे बारहमासी पौधो पर किया जाता है।

घर के गार्डेन में पौधों की ग्राफ्टिंग करना बेहद ही सुगम है। इसके साथ ही ग्राफ्टेड पौधे शीघ्रता से तैयार हो जाते हैं।

इस विधि के माध्यम से पौधों की उन्नति होनी चालू हो जाती है। इस तरह इस विधि द्वारा पौधों को विकसित कर सकते हैं।

ग्राफ्टिंग विधि से तैयार पौधों को घर पर गमले की मृदा में भी रोपा जा सकता है।