रबी सीजन में सरसों की खेती से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

सरसों की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु तथा मृदा

सरसों का उत्पादन शरद ऋतु में किया जाता है। अच्छी पैदावार के लिए 15 से 25 सेल्सियस तापमान की जरूरत पड़ती है। हालाँकि, इसकी खेती समस्त प्रकार की मृदा में सहजता से की जा सकती है।

सरसों की फसल के लिए खेत की तैयारी

सरसों के लिए भुरभुरी मृदा की काफी आवश्यकता होती है। इसके लिए खरीफ की कटाई के पश्चात एक गहरी जुताई करनी चाहिए।

सरसों की बिजाई की समयावधि

सरसों की बिजाई करने के लिए उपयुक्त तापमान 25 से 26 डिग्री सेल्सियस तक होता है। बारानी में सरसों की बिजाई 05 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक कर देनी चाहिए।

सरसों की फसल में खाद उर्वरक का बेहतर प्रबंधन

सिंचित फसल के लिए 7 से 12 टन सड़ी गोबर, 175 किलो यूरिया, 250 सिंगल सुपर फॉस्फेट, 50 किलो म्यूरेट ऑफ पोटाश और 200 किलो जिप्सम बिजाई से पहले खेत में मिलानी है।

सरसों की बेहतर पैदावार के लिए खरपतवार नियंत्रण कैसे करें ?

सरसों के साथ विभिन्न प्रकार के खरपतवार उग आते हैं। इनके नियंत्रण के लिए निराई गुड़ाई बुवाई के तीसरे सप्ताह के उपरांत से नियमित समयांतराल पर 2 से 3 बार करना जरूरी होता है।

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