गेहूं की उन्नत किस्में, जानिए बुआई का समय, पैदावार क्षमता एवं अन्य विवरण

गेहूं का बीज 4 डिग्री सेल्सियस से 37 डिग्री सेल्सियस के बीच अंकुरित हो सकता है लेकिन सबसे अनुकूल तापमान 12 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच होता है

पानी की उपलब्धत के हिसाब से किस्म का चयन करें। यदि सिंचाई पंपसैट से करते हैं तो कम समय और कम पानी में तैयार होने वाली किस्म का चयन करें।

बुबाई मशीनों में अभी तक हल वाली खुरपी आती थीं। अब जीरो ट्रिलेज बिजाई मशीन में इसकी जगह ब्लेड लगे है । यह जमीन को चीर कर उसमें बीज डालती  है।

धान के खेतों की नमी आसानी से नहीं सूखती। इससे गेहूं की बजाई लेट हो जाती है। इस मशीन से बिजाई करने पर जुताई का पूरा खर्चा बच जाता है।

बदली पर्यावरणीय परिस्थितियों में गेहूं की बिजाई अक्टूबर के अंतिम या नवंबर के पहले हफ्ते तक करने से बेहतर उत्पादन मिलने की उम्मीद लगाई जा सकती है।

यदि खेत में धान की फसल के खरपतवार बचे हों तो उन पर ग्लाईफोसेट जैसे खरपतवार नाशी छिड़काव कर दिया जाए ताकि गेहूं निकलने तक वह मर जाएं।