बांस से संबंधित फायदों एवं इसके प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए संपूर्ण विश्व में 18 सितंबर को वर्ल्ड बैंबू डे अथवा विश्व बांस दिवस मनाया जाता है।
बांस का इस्तेमाल तो मध्य प्राषाण काल से ही होता आ रहा है। पतले पत्थरों के औजार में बांस के बेंत का इस्तेमाल होता था।
बहुत सारे तीज-त्योहारों में भी बांस की समाग्रियों का होना बेहद जरूरी है। परंपरा के मुताबिक, बांस की कोपलों से लेकर हरे एवं सूखे बांस की स्वयं की मान्यता है।
बांस की कोपला का नियमित तौर पर सेवन करने से हड्डियां सशक्त होती हैं।