कमल के बीज या कंद (tubers) दोनों से पौधे उगाए जा सकते हैं. बीज से उगाने में समय लगता है, जबकि कंद से जल्दी पौधे तैयार हो जाते हैं.
जलवायु के आधार पर कमल के पौधे को गमले में स्थानांतरित करना या तालाब के गहरे हिस्से में ले जाना पड़ सकता है जहाँ जड़ें जमी रहें. पत्तियां मुरझा सकती हैं लेकिन वसंत आने पर वापस उग आएंगी.
पत्तियों का पीला पड़ना: पोषक तत्वों की कमी को पूरा करें. पत्तियों पर धब्बे: जैविक कीटनाशक का प्रयोग करें. कमल नहीं खिलना: पौधे को पर्याप्त धूप मिलना जरूरी है.
फूल आमतौर पर सुबह जल्दी खिलते हैं और शाम को बंद हो जाते हैं. कटाई का सबसे अच्छा समय सुबह का होता है, जब फूल पूरी तरह खिले हों. फूलों को डंठल के साथ सावधानी से काटें.