जैविक सब्ज़ियां अब आपके आंगन में – शुरू करें किचन गार्डन!

क्या है किचन गार्डन?

किचन गार्डन यानी घर में ही छत या आंगन में फल-सब्जियां उगाना। ये न सिर्फ ताज़ा खाने का ज़रिया है, बल्कि यह हेल्दी और केमिकल-फ्री भी होता है।

किचन गार्डन क्यों जरूरी है?

महंगाई, मिलावट और स्वास्थ्य को देखते हुए किचन गार्डन आज की जरूरत है। इससे परिवार को ताजे, जैविक फल-सब्जियां मिलती हैं।

किचन गार्डन के लिए सही स्थान चुनें

ऐसी जगह चुनें जहां सूरज की रोशनी 4–6 घंटे मिले – जैसे छत, बालकनी या खुला आंगन।

कौन-कौन सी सब्जियां उगा सकते हैं?

टमाटर, मिर्च, धनिया, पालक, भिंडी, मैथी जैसी सब्जियों से शुरुआत करें – ये जल्दी और आसानी से उगती हैं।

जैविक खाद और मिट्टी की तैयारी

गोबर खाद, वर्मी कम्पोस्ट और सूखी पत्तियों से बनी जैविक खाद सबसे बेहतर है। मिट्टी में 60% गार्डन सॉयल, 20% खाद और 20% रेत मिलाएं।

सही समय पर पानी

रोज़ सुबह हल्का पानी दें, हफ्ते में एक बार नीम तेल का स्प्रे करें। सूखे पत्ते हटाते रहें ताकि पौधे स्वस्थ रहें।

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