सनई की खेती से संबंधित कुछ अहम जानकारी

सनई के पीले फूलों की भी बाजार में बेहद मांग रहती है, जिन्हें बेचकर अच्छी आमदनी की जा सकती है।

नवीन फसल लगाने से पूर्व खेतों में हरी खाद के उद्देश्य से सनई की खेती करने की सलाह दी जाती है।

बीज उत्पादन के लिये सनई की खेती करने पर 150 दिन मतलब कि 5 महीने के पश्चात कटाई की जाती है।

भारत के किसान भाई मोटा मुनाफा अर्जित करने हेतु फिलहाल दोहरे उद्देश्य वाली फसलों की खेती पर बल दे रहे हैं।