भारत में चंदन की खेती

उपयुक्त स्थान का चयन

चंदन के पौधों के लिए उचित भूमि का चयन करें। यहाँ पौधों को सुरक्षा, पानी की सुरक्षा, और मिट्टी की उपयुक्तता के साथ-साथ धूप की अच्छी मात्रा प्राप्त होनी चाहिए।

सुखा पूर्व-जलीयकरण

प्राथमिक चरण में, पौधों को खेत में बोने से पहले एक माह तक सुखा पूर्व-जलीयकरण करें

उचित बोना और समर्पित देखभाल

पौधों को खेत में बोने के बाद, उनकी सटीक देखभाल करें। नियमित जल प्रबंधन, खाद्य सामग्री का उपयोग, और खराब रोगों का प्रबंधन इसमें शामिल होता है।

पौधों की बुवाई

उचित मात्रा में पानी और खाद्य सप्लाई के साथ पौधों की बुवाई करें। सही समय पर कीटनाशक और दवाओं का उपयोग करें।

आर्थिक लाभ

चंदन की खेती से न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामाजिक और आर्थिक लाभ भी होता है। यह व्यापारिक दृष्टि से भी उत्तम माना जाता है।