टेरेस फार्मिंग: जानें इसके प्रकार और फायदे

टेरेस फार्मिंग या सीढ़ीदार खेती कृषि की एक ऐसी तकनीक है, जिसमें पहाड़ी ढलानों पर सीढ़ीनुमा संरचनाएं बनाई जाती हैं।

यह विधि सबसे प्रभावी मानी जाती है। इसमें हल और ब्लेड जैसे उपकरणों से मेड़ बनाई जाती हैं। यह विधि उन क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है जहां ढलान 8% तक होती है।

यह विधि अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है। इसमें पानी को चैनल में संग्रहीत किया जाता है और फिर आउटलेट तक ले जाया जाता है।

– ढलानदार क्षेत्रों की खेती योग्य भूमि और उत्पादकता बढ़ाती है।

– जल संरक्षण में योगदान करती है: पानी के बहाव को धीमा करती है और कम करती है, और वर्षा जल संचयन में सुधार करती है।

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