पराली जलाने के बढ़ते मामलों की वजह से विषैली हुई कई शहरों की हवा

पंजाब और हरियाणा राज्य से विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी पराली का खतरा बढ़ना शुरू हो गया है।

पंजाब राज्य के अंदर भले ही पराली जलाने के मामले कम होने का दावा किया जा रहा हो, परंतु खुलेआम पराली जलाने का सिलसिला भी निरंतर जारी है।

पंचकूला के नग्गल गांव में किसान सुपर सीडर मशीन के माध्यम से पराली को खेतों में ही खाद की भांति उपयोग करने एवं सीधे गेहूं के बीज की बुवाई करते नजर आए।

राज्य में अब तक 1764 जगहों पर पराली जलाने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ये आंकड़े विगत 2 वर्षों में सबसे कम हैं।