शीतकालीन गन्ने की वैज्ञानिक विधि से बुवाई करने पर नहीं लगेगा रोग

भारत के विभिन्न राज्यों में कृषकों ने शीतकालीन गन्ने की बुवाई करनी चालू कर दी है। ऐसी स्थिति में यदि किसान अपने खेत में गन्ने की बेहतर ढ़ंग से बिजाई करते हैं

कृषकों को गन्ने की बेहतरीन उपज हांसिल करने के लिए खेत की बेहतर ढ़ंग से जुताई करनी चाहिए।

खेत में उच्च क्वालिटी में खाद को भी डालना चाहिए, जिससे कि फसल में तीव्रता से वृद्धि की जा सके। साथ ही, इसमें किसी तरह का कोई रोग न लग पाए।

किसान भाई यदि आप अपने खेत के अंदर हाल ही में शीतकालीन गन्ने की बिजाई करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको सर्व प्रथम खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए।

गन्ने की बिजाई के दौरान प्रति हेक्टेयर 100 किलो यूरिया एवं 500 किलो सिंगल सुपर फास्फेट दें।

गन्ने की बिजाई के दौरान समुचित और निर्धारित मात्रा में ही रासायनिक खादों का इस्तेमाल करें।