तोरई की खेती में भरपूर पैसा

कद्दू वर्गीय किसी फसल को लगाने के लिए फरबरी में ही उपयुक्त तापमान आता है।

कुछ लोग लो-टनल में पौध तैयार करके उन्हें जनवरी के अंत या फरवरी के प्रारंभ में खेत में रोपते हैं।

तोरई उचित जल निकासी वाली मिट्टी, मीठा पानी और गर्म जलवायु में अच्छा उत्पादन देती है।

तोरई की अनेक उन्नत किस्में हैंं। सस्ते बीज सरकारी संस्थानों में मिलते हैं। प्राईवेट कंपनियों के अनेक हाइब्रिड बाजार में मौजूद हैं।

तोरई के पौधों को सिंचाई की जरूरत बीजों के अंकुरित होने और पौधों पर फल बनने के दौरान अधिक होती है।

फसल विकास के समय बेहद हल्का यूरिया डालना चाहिए। खरपतवार नियंत्रण के लिए निराई गुडाई करते रहें।