अनानास का राज्य" कहलाने वाला मेघालय, देश में अनानास उत्पादन में अग्रणी है। इसकी राजधानी शिलांग, अनानास के हरे-भरे खेतों से घिरी है। यहाँ की जलवायु और मिट्टी, अनानास के लिए अनुकूल है, जिससे यहाँ के "कोस्की" और "जैन्टमिया" की किस्में काफी प्रसिद्ध हैं।
त्रिपुरा
मेघालय का पड़ोसी, त्रिपुरा भी अनानास उत्पादन में काफी आगे है। यहाँ की उष्ण और आद्र जलवायु, अनानास के तेजी से विकास में सहायक है। यहाँ उगाया जाने वाला "केई" नामक अनानास, अपने मीठे स्वाद और सुगंध के लिए जाना जाता है।
असम
भारत-नपाली सीमा पर स्थित असम, खूबसूरत चाय बागानों के अलावा, अनानास उत्पादन के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ की "कामरुपा" और "गोलपाड़ा" किस्में काफी लोकप्रिय हैं। यहाँ
केरल
देवताओं का देश" केरल, अपने नारियल के खेतों के अलावा, अनानास उत्पादन में भी अपनी पहचान रखता है। यहाँ की तटीय जलवायु और उपजाऊ मिट्टी, अनानास के विकास में योगदान देती है।
कर्नाटक
अपने स्वादिष्ट आमों के लिए प्रसिद्ध कर्नाटक, अनानास उत्पादन में भी पीछे नहीं है। यहाँ का चिकमगलूर जिला, अनानास का एक प्रमुख उत्पादक है। यहाँ की "माया" और "सीएच-1" किस्में काफी लोकप्रिय हैं।