मिट्टी जांच क्यों है आवश्यक? जानिए सम्पूर्ण जानकारी यहां

फसल उत्पादन और मृदा स्वास्थ्य दोनों के लिए संतुलित पौध पोषण बहुत महत्वपूर्ण है। मिट्टी परीक्षण खेत की मिट्टी में उपस्थित विभिन्न प्रमुख और गौण पोषक तत्वों की मात्रा की जानकारी देता है।

मिट्टी परीक्षण का अर्थ है पौधों की मिट्टी में पोषक तत्वों की उपलब्ध मात्राओं का रासायनिक परीक्षणों द्वारा आंकलन करना और विभिन्न मृदा विकास विशेषताओं जैसे मृदा लवणीयता, क्षारीयता और अम्लीयता की जांच करना।

मिट्टी परीक्षण क्या होता है?

पौधों के सही विकास और वृध्दि के लिये सामान्य रूप से सोलह पोषक तत्व आवश्यक हैं। यह एक आवश्यक पोषक तत्व है। पौधे वायु और पानी से प्रायः पहले तीन पोषक तत्व (कार्बन, हाइड्रोजन, आक्सीजन) प्राप्त करते हैं, शेष 13 पोषक तत्व नत्रजन, फास्फोरस, पोटाश, कैल्शियम, मैग्निशियम और सल्फर)  भूमि से प्राप्त होते हैं।

मिट्टी के कितने परीक्षण होते हैं?

खेत में खाद और उर्वरक की मात्रा की सिफारिश करने के लिए मिट्टी में पोषक तत्वों के स्तर की जांच करके फसल और किस्म के अनुसार तत्वों की सन्तुलित मात्रा का निर्धारण किया जा सकता है।

मिट्टी परीक्षण के लाभ क्या है?

खेत में मिट्टी का नमूना जिग-जैग से घूमाकर दस से पंद्रह स्थानों पर निशान लगाकर चाहिए, ताकि सभी क्षेत्रों को शामिल किया जा सके।

मिट्टी परीक्षण के लिए नमूना कैसे एकत्रीत करे?

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