भारत-कनाडा के बीच तकरार का असर मसूर की कीमतों पर पड़ेगा अथवा नहीं

विशेष कर मसूर दाल की काफी किल्लत हो जाएगी। क्योंकि कनाडा भारत के लिए मसूर दाल का प्रमुख आयातक देश है।

भारत में प्रति वर्ष लगभग 23 लाख टन दाल की खपत होती है। परंतु, भारत के अंदर दलहन की पैदावार मात्र 16 लाख टन ही होती है।

सूत्रों ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार विदेशी निर्यातकों को साफ संकेत देने के लिए मार्च 2024 के उपरांत भी मसूर पर शून्य आयात शुल्क जारी रख सकती है।

फिलहाल भारत में किसानों की दलहन की खेती के प्रति दिलचस्पी थोड़ी बढ़ी है। इससे घरेलू दालों की पैदावार भी बढ़ी है।