गाजर की आधुनिक खेती करके आप भी कमा सकते है लाखों रूपए

गाजर की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु

ज्यादातर ठंडे मौसम में गाजर उगाई जाती है। गाजर की बढ़वार अधिक तापक्रम होने पर कम हो जाती है तथा रंग में परिवर्तन हो जाता है।

गाजर की किस्में

गाजर की बहुत सी किस्में है जैसे की गाजर नंबर 29 , पूसा केसर, पूसा मेघाली, सलेकशन 233, जेंटनी, अर्लीमेंट्स, अम्प्रेटर, मेन्ट्स आफ लाग, पूसा यमदाग्नि एवं जीनो है।

खेत की तैयारी

गाजर की बुवाई के लिए खेत की तैयारी में पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करनी चाहिए। इसके बाद दो से तीन जुताई कल्टीवेटर या देशी हल से करके खेत भुरभुरा बना लेना चाहिएI

बीज और बीज की बुवाई 

गाजर की खेती करने के लिए उन्नत किसमो के बीज का चयन करना चाहिए। गाजर की खेती में मेंड़ो पर बुवाई हेतु 5 से 6 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर बीज लगता है बुवाई से पहले 2.5 ग्राम थीरम से प्रति किलोग्राम बीज की दर से शोधन करनी चाहिए।

फसल में सिंचाई प्रबंधन

बुवाई के बाद नाली में पहली सिंचाई करनी चाहिए जिससे मेंड़ों में नमी बनी रहे बाद में 8 से 10 दिन के अंतराल पर सिंचाई करते रहना चाहिएI

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