गाय पालन पारंपरिक रूप से लाभदायक माना जाता है. गाय से दूध, गोबर खाद और बैल का उपयोग खेती के कामों में किया जा सकता है.
मुर्गी पालन एक बेहतरीन विकल्प है. मुर्गियों से अंडे और मांस दोनों प्राप्त होते हैं. कम जगह में भी मुर्गी पालन किया जा सकता है. मुर्गियों को पालना अपेक्षाकृत आसान है और इनकी वृद्धि दर तेज होती है.
बकरी का दूध, मीट और खाद प्राप्त होता है. बकरियां कम चारा खाती हैं और इनके रख-रखाव में भी कम खर्च आता है. बकरी का दूध औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है.
शहद के अलावा, मधुमक्खी पालन से मोम और पराग भी प्राप्त होता है. मधुमक्खियों को कम जगह की आवश्यकता होती है और ये आसपास के खेतों के पौधों के परागण में भी मदद करती हैं.
खरगोश पालन छोटे खेतों के लिए एक उभरता हुआ विकल्प है. खरगोश का मांस, खाल और खाद प्राप्त होता है. खरगोश कम जगह में पाले जा सकते हैं और इनकी वृद्धि दर भी अच्छी होती है.