सोया साग की खेती के लिए शीतोष्ण जलवायु सबसे उपयुक्त मानी जाती है। यह फसल 15 से 25 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अच्छी वृद्धि करती है।
हालांकि सोया साग के लिए कोई विशिष्ट किस्में नहीं होती, लेकिन सोयाबीन की कुछ किस्में जैसे पीबी-1, पीबी-2 और जेएस-335 उपयुक्त मानी जाती हैं।
खेत को 2-3 बार अच्छी तरह जुताई कर भुरभुरी मिट्टी तैयार की जाती है। समतल भूमि में सड़ी हुई गोबर की खाद या कंपोस्ट मिलाना आवश्यक है।
अच्छी उपज के लिए संतुलित पोषण जरूरी है। प्रति एकड़ 20 किलोग्राम नाइट्रोजन, 50 किलोग्राम फॉस्फोरस (प्रति हेक्टेयर) और 20 किलोग्राम पोटाश बुवाई के समय देना चाहिए।
फसल में फ्यूजेरियम विल्ट और डाउनी मिल्ड्यू जैसे रोगों की आशंका रहती है। इनसे बचाव के लिए बीजों की उपचारित बुवाई और फफूंदनाशकों का प्रयोग करें।