ठण्ड में दुधारू पशुओं की देखभाल कैसे करें

सर्दियों में पशुओं को बर्फीली हवाओं से बचाने के लिए रात के समय खुले में न बांधें। सर्दियों में वर्षा या ओलावृष्टि और धुंध के समय पशुओं को बंद स्थानों पर ही रखें

सर्दियों में पशुओं को संतुलित आहार देने से जहां पशुओं का स्वास्थ्य अच्छा रहता है, बीमारियों से दूर रहता है। वहीं दुग्ध उत्पादन में भी वृद्धि होती है।

तीन लीटर दूध देने वाली गाय को भी एक किलो आहार दें। इसी अनुपात में गायों व भैंसों का आहार बढ़ाते जायें।

नवजात शिशुओं को खीस जरूर पिलाएं, इससे उनका इम्यून सिस्टम तगड़ा होता है और वे बीमार नहीं पड़ते हैं। 12 घंटे में कम से कम तीन बार खीस पिलाएं।

शिशुओं की देखभाल गर्भकाल से ही करें तो उत्तम होगा। ब्याने से पहले गाय व •भैंस को ए, डी, ई विटामिन का इंजेक्शन लगवाना चाहिये।

कई बार पशुओं के बच्चे सर्दी की चपेट में आने से निमोनिया रोग के शिकार हो जाते है उनको बचाना भी मुश्किल हो जाता है।