संक्रमण का मुख्य स्रोत संक्रमित रोपण सामग्री है। गम्भीर संक्रमण के कारण छाल पूरी तरह से सड़ जाती है और करधनी के कारण पेड़ सूख जाता है।
स्कैब या वेरिकोसिस
प्रारंभिक अवस्था में घाव पत्तियों की निचली सतह पर छोटे अर्ध-पारभासी छिद्र के रूप में दिखाई देते हैं। अंत में पत्तियां झुर्रीदार, टूटी हुई और जल जाती हैं।
कंकेर
ये रोग पत्ती, टहनी और फलों को प्रभावित करता है। पत्ते पर घाव आमतौर पर पीले रंग के साथ गोलाकार होते हैं और ये खोखले होते हैं व पत्तीयों के दोनों किनारों पर दिखाई देते हैं।
हरितमा रोग के लक्षण पत्तियों का झड़ना, पौधे पर बहुत कम पत्तियां रह जाना और पत्तियां छोटी हो जाती हैं। टहनियाँ आगे से पीछे की ओर सूखने लग जाती हैं।