जलवायु परिस्थितियाँ (Climatic Conditions)

किन्नू की खेती के लिए शीतोष्ण जलवायु उपयुक्त होती है। आदर्श तापमान 16 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए। बहुत अधिक ठंड या गर्मी किन्नू के पौधों को नुकसान पहुंचा सकती है।

भूमि की तैयारी (Land Preparation)

अच्छी जल निकास वाली दोमट मिट्टी किन्नू की खेती के लिए उपयुक्त होती है। खेत की गहरी जुताई करें और मिट्टी को भुरभुरा बनाएं। खेत में खरपतवार साफ करें और पिछली फसल के अवशेष हटा दें।

खाद डालना (Fertilization)

मिट्टी परीक्षण करवाएं और उसी के अनुसार खाद का उपयोग करें। आम तौर पर, किन्नू के पौधों को नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटेशियम की आवश्यकता होती है।

सिंचाई (Irrigation)

किन्नू के पौधों को नियमित रूप से सिंचाई की आवश्यकता होती है, खासकर फल बनने के दौरान। मिट्टी की नमी जांच कर सिंचाई करें। जलभराव से बचें, क्योंकि इससे जड़ें सड़ सकती हैं।

कटाई (Harvesting)

किन्नू की कटाई तब की जाती है जब फल पूरी तरह से विकसित हो जाते हैं और उनका रंग हरा से पीला हो जाता है। कटाई के लिए तेज धार वाले कैंची का इस्तेमाल करें।