कृषि वैज्ञानिकों द्वारा विकसित की गई गेंहू की प्रतिरोधी किस्मों को मिला पुरुस्कार
भारतीय गेहूं अनुसंधान संस्थान करनाल के वैज्ञानिकों ने गेहूं की एक नवीन प्रजाति डीबीडब्ल्यू- 327 (DBW- 327) विकसित की है
गेंहू की यह किस्म रोग प्रतिरोधी है। साथ ही, ये 155 दिनों में पक कर तैयार हो जाती है।
भारतीय गेहूं अनुसंधान संस्थान करनाल के वैज्ञानिकों ने हाल ही में गेहूं की पांच नवीन किस्में विकसित की हैं।
गेहूं की नई किस्मों के तकनीकी विकास के लिए भारतीय गेहूं अनुसंधान संस्थान करनाल को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।
भारतीय गेहूं अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. ज्ञानेंद्र सिंह का कहना है, कि डीबीडब्ल्यू 327 (DBW 327) गेहूं की नवीन किस्म एक प्रतिरोधी किस्म है।
ये बीज शीघ्र ही किसानों को मुहैय्या कराएं जाएंगे। बतादें, कि किसानों को इन बीजों से काफी फायदा होगा।
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