दुग्ध उत्पादन की कमी को दूर करने के लिए इन बातों का रखें खास ध्यान

पशुओं को आहार से विशेष रूप से वसा, खनिज, विटामिंस, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट आदि पोषक पदार्थ मिलते हैं, जिनका इस्तेमाल ये मवेशी अपने जीवन निर्वाह, बढ़ोतरी, पैदावार, प्रजनन और कार्यक्षमता इत्यादि के लिये करते हैं।

बांझपन से ग्रसित पशुओं का झुंड से निष्कासन कर देना चाहिए

युवा पशुओं में बांझपन 2-3 फीसद तक और प्रौढ़ पशुओं में 5 से 6 फीसद तक देखने को मिल जाता है, जिनको कि झुंड से निकाल देना चाहिए।

मवेशियों की सेहत की भरपूर देखभाल करें

चिकित्सा के स्थान पर बीमारी की रोकथाम काफी अच्छी होती है, जिससे कि उपचार में बेहतर निदान की अनिश्चितता की वजह से होने वाले खर्च और जोखिम से बचाया जा सके।

पशुओं को पर्याप्त मात्रा में आहार प्रदान करें

पशुओं के लिए समुचित भोजन वह है, जो स्थूल, रूचिकर, रोचक, भूखवर्धक एवं संतुलित हो। साथ ही, इसमें पर्याप्त हरे चारे भी मिले हो, उसमें रसीलापन मिला हो एवं वह संतुष्टि प्रदान करने वाला हो।

गर्भाधान कराकर अच्छी नस्ल की बछिया पैदा करें

दुधारू नस्ल के सांडों और उनके हिमीकृत वीर्य से अपनी गायों का गर्भाधान करवा कर उन्नत नस्ल की दुधारू बछिया अर्जित करनी चाहिए।

इस राज्य में फसल पर ड्रोन से छिड़काव व निगरानी बिल्कुल मुफ्त में की जाएगी