राज्य में लोअर सुकटेल सिंचाई परियोजना की शुरुआत, किसान और कृषि की बदलेगी तस्वीर
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार को लोअर सुकटेल सिंचाई परियोजना को बोलांगीर एवं राज्य के लोगों को समर्पित किया। आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि यह परियोजना विभिन्न कारणों से दो दशकों से लंबे वक्त से लंबित पड़ी थी।
इससे बोलांगीर नगर पालिका और पटनागढ़ एनएसी की पेयजल जरूरतों को पूरा किया जाएगा। यह परियोजना 203 गांवों की तकरीबन 1.00 लाख एकड़ (40000 हेक्टेयर) भूमि की सिंचाई करने की भूमिका निभाऐगी।
अनुमान के तौर पर तकरीबन 75,000 किसान लाभान्वित होंगे। यह काफी बड़ा काम है, क्योंकि बोलांगीर सदैव ओडिशा का एक सूखाग्रस्त क्षेत्र रहा है। जहां प्रति वर्ष औसतन 110 सेमी बरसात होती है। बोलांगीर में महज 31% फीसद भूमि सिंचित है। इस वजह से इसको सूखा, गरीबी और संकटग्रस्त इलाके के तौर पर जाना जाता है।
पेयजल की आपूर्ति भी सुनिश्चित होगी
इस परियोजना के तहत बोलांगीर नगर पालिका और पटनागढ़ एनएसी की पेयजल आवश्यकताओं को पूर्ण किया जाएगा। इससे उद्योग एवं पर्यटन को भी काफी फायदा मिलेगा।
सीएम नवीन पटनायक ने 2019 में फैसला लिया कि इस परियोजना को 5T पहल के अंतर्गत लिया जाएगा। साथ ही, स्मार्ट तकनीक और टीम वर्क के साथ इसमें तीव्रता लाई जाएगी।
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अंडरग्राउंड पाइपलाइनों का इस्तेमाल किया जा रहा है
सिंचाई के पानी की आपूर्ति के लिए अंडरग्राउंड पाइपलाइनों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो राज्य में इस तरह का यह पहला मामला है। यह पानी को रिसाव और बाकी बर्बादी से बचाऐगा।
परियोजना को वक्त पर पूर्ण करने के लिए, स्पिलवे डेक स्लैब के लिए आरसीसी की जगह मिश्रित गर्डर का इस्तेमाल किया गया है। पर्यवेक्षी नियंत्रण और डेटा अधिग्रहण (एससीएडीए) के जरिए दूर से इसको नियंत्रण करने के लिए ऑटोमेटिक रेडियल स्पिलवे गेट लगाए गए हैं।
परियोजना से सैकड़ों गांवों की जमीन को सिंचाई हेतु पानी मिलेगा
बतादें, कि इस परियोजना को सूक्ष्म सिंचाई वाला बनाने के लिए बनाया गया है। यह भारत की सबसे ज्यादा मॉडर्न परियोजनाओं में से एक है। 203 गांवों की तकरीबन 1.00 लाख एकड़ (40000 हेक्टेयर) भूमि सिंचित होगी।
इससे करीब 75,000 कृषकों को फायदा होगा और बोलांगीर नगर पालिका को पीने का पानी उपलब्ध किया जाऐगा। इसके चलते वर्षभर कृषि संबंधी नौकरियों के अवसर मिलेंगे।
साथ ही, कृषि आमदनी में इजाफा, सामाजिक-आर्थिक बेहतरी और रिवर्स माइग्रेशन में भूमिका निभाएगी। इसके अतिरिक्त बागवानी, कृषि-उद्योग तथा लघु उद्योग, पर्यटन इत्यादि को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
लाखों एकड़ भूमि में सिंचाई की जा सकेगी
वर्तमान में नवीन पटनायक सरकार ने कालाहांडी जनपद को फायदा पहुंचाने वाली ऊपरी इंद्रावती लिफ्ट नहर की भांति विभिन्न बड़ी जल इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाएं समर्पित की हैं।
इससे निचले इंद्र से नुआपाड़ा एवं बोलांगीर जनपदों को फायदा हो रहा है। बतादें, कि इससे हल्दिया, मयूरभंज, बालासोर, मयूरभंज और कोरापुट जनपदों को फायदा होगा। ये परियोजनाएं कुल मिलाकर 3.64 लाख एकड़ (1.47 लाख हेक्टेयर) को सिंचाई की सुविधा प्रदान करेगी।