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स्ट्रॉबेरी की खेती कैसे की जाती है? भूमि की तैयारी से लेकर तुड़ाई तक सम्पूर्ण जानकारी

स्ट्रॉबेरी की खेती कैसे की जाती है? भूमि की तैयारी से लेकर तुड़ाई तक सम्पूर्ण जानकारी

स्ट्रॉबेरी (फ्रैगरिया वेस्का) भारत की एक महत्वपूर्ण फल फसल है और इसका व्यावसायिक उत्पादन देश के समशीतोष्ण और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में संभव है।स्ट्रॉबेरी की खेती हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में की जाती है।जम्मू के उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में भी सिंचित स्थिति में फसल उगाने की क्षमता है। इस लेख में आप स्ट्रॉबेरी की खेती से जुड़ी जानकारी के बारे में जानेंगे।स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए जलवायु और मिट्टिसमशीतोष्ण जलवायु में स्ट्रॉबेरी अच्छी तरह से बढ़ती है। कुछ किस्मों को उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में उगाया जा सकता है।इसकी खेती के लिए दिन के उजाले...
ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए किसानों को सरकार देगी 40% सब्सिडी, जल्दी करे आवेदन

ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए किसानों को सरकार देगी 40% सब्सिडी, जल्दी करे आवेदन

देश के बहुत से किसान पारंपरिक खेती से दूर जाकर गैर-पारंपरिक खेती में काम कर रहे हैं। अधिकांश किसान फलों और फूलों की खेती पर जोर देते हैं और इसमें सफल होते हैं।लेकिन बागवानी करके अच्छा खासा मुनाफा कमाने के लिए विदेशी फलों की खेती अब किसानों के लिए एक बेहतर विकल्प बन गई है।ऐसे में किसानों की आय को बढ़ाने के लिए केंद्रीय और राज्य सरकारें विभिन्न कार्यक्रमों को लागू कर रही हैं।बिहार सरकार ड्रैगन फ्रूट की खेती करने वाले किसानों को चालीस प्रतिशत की अनुदान राशि दे रही है। आप इस कार्यक्रम का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन...
Orchid Cultivation - ऑर्किड्स की खेती कैसे की जाती है?

Orchid Cultivation - ऑर्किड्स की खेती कैसे की जाती है?

ऑर्किड्स की खेती एक चुनौतीपूर्ण लेकिन लाभदायक कार्य हो सकता है। ऑर्किड्स को उनकी सुंदरता, विविधता और लंबे समय तक टिके रहने वाले फूलों के लिए सराहा जाता है। इन फूलों की खेती के लिए कुछ विशेष ज्ञान और तकनीकों की आवश्यकता होती है। यहां ऑर्किड्स की खेती के प्रमुख चरणों और तकनीकों का विस्तार से विवरण दिया गया है।प्रकार का चयनऑर्किड्स की खेती शुरू करने से पहले, आपको यह तय करना होगा कि किस प्रकार की ऑर्किड्स की खेती करनी है। ऑर्किड्स की हजारों प्रजातियाँ होती हैं, लेकिन खेती के लिए सबसे लोकप्रिय प्रकारों में फ़लेनोप्सिस, कैटलिया, और डेंड्रोबियम शामिल...
भारत में लैवेंडर की खेती: लाभ, जलवायु और तकनीक पर संपूर्ण गाइड

भारत में लैवेंडर की खेती: लाभ, जलवायु और तकनीक पर संपूर्ण गाइड

लैवेंडर एक सुंदर, बहुवर्षीय औषधीय गुणों वाला झाड़ीनुमा पौधा हैं। लैवेंडर के पौधे में तेल पाया जाता है, जिसका इस्तेमाल खाने में, इत्र, सौंदर्य प्रसाधन और साबुन बनाने में किया जाता है।इसके अलावा इसके पौधे का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियां दूर करने में भी किया जाता है, इसके फूल गहरे काले नीले, लाल और बेंगानी रंग के होते हैं और दो से तीन फिट ऊंचे होते हैं।लैवेंडर को नगदी फसल कहा जाता है। लैवेंडर की खेती मुख्यत: सयुंक्त राज्य अमेरिका, कनाड़ा, जापान, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड सहित भूमध्यसागरीय देशों में की जाती है। भारत में लैवेंडर की खेती कश्मीर, लद्दाख,...
पपीते की खेती: उन्नत किस्में, पौध तैयार करना और अधिक मुनाफा कैसे कमाएँ?

पपीते की खेती: उन्नत किस्में, पौध तैयार करना और अधिक मुनाफा कैसे कमाएँ?

पपीता शीघ्र तैयार होने वाला लाभदायक फल है। इसमें कई पोषक तत्व भी पाए जाते है। इसकी खेती अब व्यवसायिक रूप से की जाती है, हालांकि यह सिर्फ शीतकटिबन्धीय क्षेत्रों में की जाती है। यह स्वास्थ्य में बहुत फायदेमंद है इसमें पपेन और पैक्टिन हैं। पपेन एक औषधि है, पपेन पपीते के कच्चे फलों से निकाला जाता है।पपीते की खेती के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस लेख को अंत तक पढ़ें।पपीते की उन्नतशील किस्मेंअच्छी उपज पाने के लिए किस्मों का अहम योगदान होता है इसलिए उन्नत किस्मों का ही चुनाव करना चाहिए।पूसा डेलीसस 1-15, पूसा मैजिस्टी 22-3, पूसा जायंट...
लीची की इन किस्मों को उगाकर आप भी कमा सकते है अच्छा मुनाफा

लीची की इन किस्मों को उगाकर आप भी कमा सकते है अच्छा मुनाफा

लीची का फल रसीला और बहुत फायदेमंद होता है। यह विटामिन बी के साथ-साथ विटामिन सी का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। यह दक्षिणी चीन में खोजा गया था। भारत की पैदावार विश्व में चीन के बाद दूसरे स्थान पर है।भारत में इसकी खेती केवल जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में की जाती है, लेकिन बढ़ती मांग के कारण बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, पंजाब, हरियाणा, उत्तरांचल, आसाम, त्रिपुरा और पश्चिमी बंगाल में भी की जाती है।इसकी खेती करके किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते है। यहाँ हम आपको लीची की ऐसी पांच किस्मो के बारे में जानकारी देंगे जिनकी...
जून में बागवानी फसलों की देखभाल: सिंचाई, खाद, कीट नियंत्रण और अन्य टिप्स

जून में बागवानी फसलों की देखभाल: सिंचाई, खाद, कीट नियंत्रण और अन्य टिप्स

जून महीने में बागवानी फसलों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह महीना गर्मी और मानसून के संधिकाल का होता है। इस समय कई फसलों की बुवाई, देखभाल और प्रबंधन की जरूरत होती है। जून महीने में बागवानी फसलों का ध्यान रखने के लिए किसानों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए उसके बारे में आप विस्तार से जानेंगे।1.सिंचाई और जल प्रबंधनसमय पर सिंचाईगर्मी के कारण पानी की आवश्यकता बढ़ जाती है। फसलों को नियमित अंतराल पर पानी दें। सिंचाई हमेशा श्याम के समय ही करनी चाहिए जिससे की पौधा रात के समय उस पानी का इस्तेमाल कर सकें।मल्चिंगमिट्टी की...
ट्यूलिप फूलों की खेती: जलवायु, मिट्टी, और प्रमुख किस्मों के साथ संपूर्ण मार्गदर्शिका

ट्यूलिप फूलों की खेती: जलवायु, मिट्टी, और प्रमुख किस्मों के साथ संपूर्ण मार्गदर्शिका

ट्यूलिप फूल बहुत लोकप्रिय फूल है। ट्यूलिप एक महत्वपूर्ण फूल है। जो अन्य फूलों की तुलना में अधिक पैदावार और खुसबू देता है। पौधों में दो से छह चौड़े, पतले पत्ते होते हैं, जो नीला-हरे दिखते हैं। फूल अक्सर कप के आकार के होते हैं, जिसमें तीन पंखुड़ियाँ और तीन सेपल्स होते हैं। कुछ ट्यूलिप गुंबद या तारे के आकार के होते हैं। ट्यूलिप सबसे पुराने पौधों में से हैं और सच्चे नीले को छोड़कर हर रंग का उत्पादन करने के लिए संकरण किया गया है। ट्यूलिप में आमतौर पर एक फूल हर तने पर होता है, लेकिन कुछ में कई फूल...
अरबी के पत्तों से कमाएं 2 लाख रुपये प्रति एकड़: लाभ, मौसम, मिट्टी, बुवाई और सिंचाई के टिप्स

अरबी के पत्तों से कमाएं 2 लाख रुपये प्रति एकड़: लाभ, मौसम, मिट्टी, बुवाई और सिंचाई के टिप्स

अरबी के पत्तों की मांग आजकल बढ़ रही है। इसकी बाजार की मांग अधिक होने से इसका रेट भी अच्छा खासा मिलता है। अरबी के पत्तों की सब्जी बड़ी चाव के साथ खाई जाती है।यह पत्तें स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर होते है। अरबी के पत्ते बहुत पौष्टिक होते हैं, इसमें विटामिन ए, बी, सी, कैल्शियम, पोटेशियम और एंटीऑक्सिडेंट बहुत होते हैं।मानव शरीर इन सभी तत्वों से काफी लाभ उठाता है और कई बीमारियों से बचाता है। इसलिए लोग इसे अधिक खरीद कर खाने लगे हैं।यह इन गुणों के कारण किसान इसकी खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकता...
टमाटर की फसल में लगने वाले प्रमुख रोगों का नियंत्रण कैसे करे, जाने यहां

टमाटर की फसल में लगने वाले प्रमुख रोगों का नियंत्रण कैसे करे, जाने यहां

टमाटर की फसल विशेष रूप से भारतीय खाद्य संस्कृति में महत्वपूर्ण है और यह एक प्रमुख सब्जी है जो विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में उपयोग किया जाता है जैसे की सलाद, सूप, सॉस, और सब्जियों में। टमाटर का वास्तविक अनुभव तथा उत्पादन भारी खेती में या छोटे स्तर पर भी किया जा सकता है। यह फल प्राय: लाल, पीला, और हरे रंग का होता है। टमाटर की खेती में किसानो को कई कठनाईयो का भी सामना करना पड़ता है, इनमे सबसे प्रमुख है टमाटर की फसल में लगने वाले रोग।टमाटर की फसल में लगने वाले रोग फसल उत्पादन को बहुत प्रभावित...