किसानों पर बरपा कुदरत का कहर तबाह हुई फसलें
बीते दो दिनों में मौसम में आए बदलाव के कारण फसलों को बहुत नुकसान हुआ है। इस समय रबी की फसलें पक कर तैयार खड़ी थी कुदरत के कहर ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। बीते दो दिनों में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश, ओलावृष्टि और आंधी तूफान ने फसलों को बहुत नुकसान पहुँचाया है।
जिससे किसानों को फसल बर्बाद होने के कारण बहुत पीड़ा हुई है। खेतों में खड़ी फसल बर्बाद हो गई है। किसानों को इससे काफी नुकसान हुआ है।
किसानों की साल भर की मेहनत मौसम की मार से बर्बाद हो गई है। बारिश, ओलावृष्टि और आंधी तूफान ने फसलों को बहुत नुकसान पहुँचाया है। किसानों का कहना है कि गेहूं की फसल खत्म होने के करीब है।
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उन्हें नुकसान उठाना पड़ेगा अगर उपज अच्छी नहीं हुई, कुदरत की इस बर्बादी ने खाद्य उत्पादकों की चिंता बढ़ा दी है। तैयार फसल को बर्बाद होते देखकर किसान बेहोश हैं!
रबी की फसलें हुई बर्बाद
बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों के अरमानों पर ग्रहण लगाया है। मौसम में हुए इस बदलाव ने खेतों में खड़ी फसल को बर्बाद कर दिया है। वहीं, बारिश के साथ आई आंधी और ओलावृष्टि ने भी फसलों को बहुत नुकसान पहुंचाया। बारिश और आंधी ने गेहूं, चना, मटर, सरसों, आलू और टमाटर की फसलों को सबसे अधिक प्रभावित किया है।
किसानों का कहना है की फसलों को 90 प्रतिशत नुकसान हुआ है। किसानों का कहना है कि सरकार को उनकी मदद के लिए जल्द से जल्द मुवाजा प्रदान करना चाहिए जिससे किसानों का खर्च वसूल हो सके।