गेंदा फूल की खेती पर सरकार का बड़ा कदम: प्रति हेक्टेयर 40,000 रुपये की सब्सिडी

Published on: 13-Oct-2025
Updated on: 13-Oct-2025

गेंदा फूल की खेती से किसानों की आमदनी होगी दोगुनी 

बिहार सरकार किसानों की आय बढ़ाने और खेती को लाभकारी बनाने के लिए लगातार कदम उठा रही है। इसी कड़ी में अब गेंदा फूल की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए गेंदा विकास योजना शुरू की गई है। इसके तहत किसान यदि गेंदा की खेती करते हैं तो उन्हें कुल लागत का 50% अनुदान मिलेगा। यानी किसान आधी लागत में इस फूल की खेती कर सकेंगे।

फूलों की बिक्री के लिए परिवहन सुविधा 

सरकार ने केवल खेती तक ही योजना को सीमित नहीं रखा है, बल्कि फूलों की आसान बिक्री के लिए मालवाहक वाहन योजना भी शुरू की है। इससे किसान सीधे मंडियों और बाजारों तक अपनी फसल पहुँचा पाएंगे और उन्हें उचित दाम मिलेगा। इन योजनाओं का लाभ किसान ऑनलाइन आवेदन करके ले सकते हैं।

योजना की मुख्य बातें

कृषि विभाग के अनुसार, किसान इस योजना का लाभ न्यूनतम 0.1 हेक्टेयर और अधिकतम 2 हेक्टेयर तक ले सकते हैं। सरकार ने प्रति हेक्टेयर खेती की लागत 80,000 रुपये निर्धारित की है, जिस पर किसानों को 40,000 रुपये तक सब्सिडी मिलेगी। इससे किसानों को शुरुआती खर्च की चिंता कम होगी और वे आत्मविश्वास से गेंदा की खेती शुरू कर पाएंगे।

कौन कर सकता है आवेदन? 

इस योजना का लाभ वही किसान ले सकते हैं जिनके पास जरूरी दस्तावेज हैं। आवेदन के लिए एलपीसी (भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र) और जमीन की रसीद देनी होगी। जिन किसानों के पास जमीन नहीं है, वे एकरारनामा (लिखित समझौता) के आधार पर आवेदन कर सकते हैं। अगर किसान का नाम भूमि अभिलेखों में दर्ज नहीं है, तो वंशावली की प्रति भी संलग्न करनी होगी।

मालवाहक वाहन योजना के फायदे 

फूलों को बाजार तक पहुँचाने में अक्सर किसानों को समस्या होती है। इसे देखते हुए सरकार ने वाहन खरीद पर भी 50% सब्सिडी देने का निर्णय लिया है। वाहन की अनुमानित कीमत 6.5 लाख रुपये तय की गई है, जिस पर किसान को अधिकतम 3.25 लाख रुपये या वास्तविक लागत का 50% (जो कम हो) अनुदान दिया जाएगा। इससे किसान फूलों की आसान ढुलाई कर पाएंगे और बिचौलियों पर निर्भरता कम होगी।

आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज

  •  वाहन का कोटेशन
  •  जमीन से संबंधित कागजात
  •  गेंदा फूल की खेती से जुड़ा एकरारनामा

इन दस्तावेजों को आवेदन के साथ ऑनलाइन अपलोड करना होगा। इनके बिना आवेदन अधूरा माना जाएगा।

किसानों के लिए सुनहरा अवसर

गेंदा फूल की मांग शादी-विवाह और अन्य आयोजनों में हमेशा बनी रहती है। इस पहल से किसानों को स्थायी आय का स्रोत मिलेगा। साथ ही, वाहन योजना से उनकी उपज सीधे बाजार तक पहुँचेगी, जिससे बिक्री आसान होगी और मुनाफा बढ़ेगा।

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