महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म इक्विपमेंट सेक्टर (FES) ने जून 2025 के ट्रैक्टर बिक्री आंकड़े जारी किए हैं, जो देश के कृषि क्षेत्र में मजबूती का संकेत देते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने जून 2025 में भारत में 51,769 ट्रैक्टरों की बिक्री की, जबकि जून 2024 में यह संख्या 45,888 थी। यह घरेलू बिक्री में 13% की उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है, जिससे स्पष्ट होता है कि किसानों के बीच ट्रैक्टरों की मांग लगातार बढ़ रही है।
निर्यात को मिलाकर देखें तो कंपनी की कुल बिक्री जून 2025 में 53,392 यूनिट्स रही, जो पिछले साल जून में 47,319 थी। यह भी 13% की समग्र वृद्धि को दर्शाता है।
निर्यात के आंकड़े भी सकारात्मक रहे—जून 2025 में 1,623 ट्रैक्टर निर्यात किए गए, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह आंकड़ा 1,431 यूनिट था, यानी निर्यात में भी 13% की वृद्धि हुई है।
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अप्रैल से जून 2025 की तिमाही में महिंद्रा ने घरेलू स्तर पर 1,29,199 ट्रैक्टर बेचे, जो पिछले साल इसी अवधि में 1,16,930 यूनिट्स थे। यह 10% की सालाना वृद्धि को दर्शाता है।
निर्यात भी बेहतर हुआ—इस अवधि में 4,890 ट्रैक्टर विदेश भेजे गए, जो कि पिछले वर्ष के 4,537 यूनिट्स की तुलना में 8% अधिक है।
कुल मिलाकर YTD ट्रैक्टर बिक्री 1,34,089 यूनिट्स तक पहुंच गई, जबकि पिछले वर्ष यह 1,21,467 थी, जिससे 10% की समग्र वृद्धि सामने आती है।
महिंद्रा के कृषि उपकरण व्यवसाय के अध्यक्ष विजय नकड़ा ने कहा, “हमने जून 2025 में 51,769 ट्रैक्टरों की घरेलू बिक्री की, जो पिछले वर्ष की तुलना में 13% अधिक है।
यह बढ़त मुख्यतः रबी फसल की अच्छी कटाई से हुए नकदी प्रवाह और समय पर मानसून की शुरुआत की बदौलत संभव हुई है। बेहतर वर्षा ने खरीफ सीजन की तैयारियों को गति दी है।”
उन्होंने आगे कहा कि चावल, गेहूं और दालों जैसे प्रमुख खाद्यान्नों का रिकॉर्ड उत्पादन और किसानों की आय बढ़ाने के लिए चलाई जा रही सरकारी योजनाएं भी ट्रैक्टरों की मांग को बल दे रही हैं।
आने वाले महीनों में इस मांग में और तेजी आने की संभावना है। कंपनी का निर्यात क्षेत्र भी मजबूत बना हुआ है, जो भारतीय कृषि मशीनरी की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को दर्शाता है।
यह बिक्री वृद्धि केवल महिंद्रा के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे कृषि यंत्र उद्योग के लिए एक सकारात्मक संकेत है। अनुकूल मौसम, सरकारी समर्थन और किसानों की बढ़ती तकनीकी समझ के चलते ट्रैक्टरों की बढ़ती मांग ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान कर रही है।