देशभर की प्रमुख मंडियों में अब धान की आवक शुरू हो चुकी है, जिससे बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है। किसान अब अच्छे भाव मिलने की उम्मीद में धीरे-धीरे अपनी फसल मंडियों में ला रहे हैं। हालांकि, अभी आवक सीमित है, लेकिन आने वाले दिनों में इसमें तेजी की संभावना जताई जा रही है।
वर्तमान में कई मंडियों में धान के दाम एमएसपी से ऊपर चल रहे हैं, जबकि कुछ जगहों पर कीमतों में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। ऐसे में बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर बना हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि किसानों को चाहिए कि वे धान के भावों पर लगातार नजर रखें और जब बाजार में दाम बेहतर हों, तभी फसल बेचने का निर्णय लें ताकि अधिक लाभ प्राप्त किया जा सके।
राजस्थान के विभिन्न जिलों में धान के दामों में विविधता देखने को मिल रही है।
राजस्थान में औसतन धान के दाम ₹2600 से ₹3100 प्रति क्विंटल के बीच चल रहे हैं, जो किसानों के लिए लाभकारी माने जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में भी धान की आवक बढ़ने लगी है, हालांकि यहां दामों में कुछ गिरावट दर्ज की गई है।
दातागंज (बदायूं) – ₹2300 प्रति क्विंटल
विसोली (बदायूं) – ₹2400 प्रति क्विंटल
बबराला (बदायूं) – ₹2395 प्रति क्विंटल
पंचपेड़वा (बलरामपुर) – ₹2400 प्रति क्विंटल
फैजाबाद (अयोध्या) – ₹2300 प्रति क्विंटल
सीतापुर मंडी – ₹2380 प्रति क्विंटल
बछरांवा (रायबरेली) – ₹2310 प्रति क्विंटल
भिंगा (श्रावस्ती) – ₹2100 प्रति क्विंटल
नवाबगंज (गोंडा) – ₹2350 प्रति क्विंटल
माधोगंज (हरदोई) – ₹2300 प्रति क्विंटल
संडीला (हरदोई) – ₹2320 प्रति क्विंटल
मोहम्मदी (खीरी) – ₹2020 प्रति क्विंटल
गोलगोकरनाथ (लखीमपुर) – ₹1900 प्रति क्विंटल
लखीमपुर मंडी – ₹1930 प्रति क्विंटल
यूपी में धान का औसतन भाव ₹1900 से ₹2400 प्रति क्विंटल के बीच बना हुआ है।
मध्यप्रदेश के कई जिलों में इस समय धान के दाम विविध स्तरों पर बने हुए हैं।
यहां औसतन धान का रेट ₹1800 से ₹3000 प्रति क्विंटल तक देखा जा रहा है।
महाराष्ट्र की मंडियों में धान के भाव इस समय किसानों के लिए काफी उत्साहजनक हैं।
उत्तर भारत के प्रमुख राज्यों पंजाब और हरियाणा में धान के दाम लगभग समान बने हुए हैं।
धान की कीमतों में इस समय अस्थिरता बनी हुई है। इसका कारण है कि फसल की आवक धीरे-धीरे बढ़ रही है जबकि बाजार की मांग अभी स्थिर नहीं है। जब आवक बढ़ती है और मांग घटती है, तो भावों में गिरावट आती है। यही वजह है कि रोजाना मंडियों में रेट बदलते रहते हैं। विशेषज्ञ किसानों को सलाह देते हैं कि वे स्थानीय बाजार भावों की जानकारी लेते रहें और जब भाव अच्छे मिलें, तभी फसल बेचें।
शुरुआती रुझानों के अनुसार इस बार धान के बाजार भाव एमएसपी (MSP) के आसपास बने रह सकते हैं। सरकार द्वारा वर्ष 2025 के लिए घोषित एमएसपी के अनुसार:
कई राज्यों में, जैसे पंजाब और हरियाणा, में सरकारी खरीद पहले ही शुरू हो चुकी है। यदि वर्तमान रुझान जारी रहते हैं, तो किसानों को एमएसपी दरों पर अपनी फसल बेचने का अवसर मिल सकता है, जिससे सरकारी खरीद लक्ष्य समय पर पूरा हो सकेगा।
ऊपर बताए गए सभी मंडी भाव ऑनलाइन कमोडिटी मार्केट रिपोर्ट्स के आधार पर हैं। धान के भाव उसकी क्वालिटी, ग्रेड और नमी पर निर्भर करते हैं। साधारण धान की तुलना में ग्रेड A धान को अधिक कीमत मिलती है। इसलिए किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसल बेचने से पहले अपने क्षेत्र की निकटतम कृषि उपज मंडी में भाव की जानकारी अवश्य प्राप्त करें और उसके बाद ही बिक्री का निर्णय लें ताकि उन्हें अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके।
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