बसंत ऋतु के दौरान फसलों में होने वाले कीट संक्रमण से संरक्षण हेतु रामबाण है यह घोल
डॉक्टर एसके सिंह का कहना है, कि इस कीट के निम्फ एवं वयस्क दोनों पौधे के फूलों, पत्तियों, नाजुक टहनियों एवं नवनिर्मित फलों के रस को चूस जाते हैं। बसंत ऋतु के मौसम के दौरान अपने पुराने पत्तों को छोड़कर नवीन पत्तियों से तैयार होते हैं। साथ…