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दुनिया की सबसे महंगी गाय की नस्ल, खूबियां और कीमत जानकर आपके होश उड़ जाएंगे

दुनिया की सबसे महंगी गाय की नस्ल, खूबियां और कीमत जानकर आपके होश उड़ जाएंगे

भारत आदिकाल से कृषि के क्षेत्र में अग्रणी देश रहा है। कृषि के साथ-साथ पशुपालन किसानों की आय को बेहतर करने का सबसे उत्तम विकल्प रहा है। वर्तमान में भी किसान भाई खेती-किसानी के साथ-साथ पशुपालन का कार्य भी करते हैं। आज के समय में पशुपालन गांव ही नहीं बल्कि शहरों के अंदर भी किया जा रहा है। पशुपालन करने से किसानों को तभी अच्छी आय होती है जब उन्होंने पशुओं का चयन बड़ी कुशलता से किया हो। आज हम मेरीखेती के इस लेख दुनिया की सबसे महँगी गाय की नस्ल उसकी खूबियां और कीमत के बारे में बताएंगे। जानिए दुनिया...
जानें देसी गाय और जर्सी गाय में अंतर और दुग्ध उत्पादन क्षमता

जानें देसी गाय और जर्सी गाय में अंतर और दुग्ध उत्पादन क्षमता

किसान एवं पशुपालक अपनी आमदनी को बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के दुधारू पशुओं का पालन किया करते है। सामान्य तोर पर देखा जाए तो आज के दोर में पशुपालन सबसे शानदार व्यवसाय है। लेकिन, सामान्य तोर पर देखा गया है, कि पशुपालकों को गायों की सटीक जानकारी का अभाव होने के चलते उन्हें विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आज हम किसानों व पशुपालकों के लिए देसी और जर्सी गाय से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आए हैं। इससे आपको अपनी आवश्यकता के अनुसार उचित गाय चयन का पालन कर सके। ये भी पढ़ें:
मृदा की उर्वरता को बढ़ाने वाला बायोचार कैसे तैयार किया जाता है ?

मृदा की उर्वरता को बढ़ाने वाला बायोचार कैसे तैयार किया जाता है ?

पौधों की बेहतरीन विकास के लिए विभिन्न चीजों की जरूरत पड़ती है, जिसमें सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण मृदा, पानी और धूप को कहा जाता है। इनमें मृदा सबसे खास है, क्योंकि इससे पौधे को नाइट्रोजन, फस्फोरस और पोटेशियम हांसिल होते हैं। इन पोषक तत्वों की पौधे में शानदार विकास के लिए बड़ी मात्रा में आवश्यकता होती है।इन पोषक तत्वों की आवश्यकता को पूरा करने और पौधे की अच्छी पैदावार पाने के लिए मृदा में खाद का छिड़काव किया जाता है। परंतु, क्या आप जानते हैं, कि पौधे के उत्तम विकास के लिए बायोचार का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। ये एक...
मेरीखेती ने मार्च महीने की मासिक किसान पंचायत का किया आयोजन

मेरीखेती ने मार्च महीने की मासिक किसान पंचायत का किया आयोजन

मेरीखेती हर महीने किसानों के बीच जाकर उनकी उन्नति और प्रगति के उद्देश्य से कृषि वैज्ञानिक और किसानों के लिए एक मंच प्रदान करता है। दरअसल, मेरीखेती देशभर में भिन्न-भिन्न कृषि क्षेत्रों में जाकर किसान पंचायत का आयोजन करती है। मेरीखेती की मार्च महीने की किसान पंचायत का आयोजन संजीव कुमार की अध्यक्षता में ग्राम रूपवास जनपद गौतम बुद्ध नगर (उत्तर प्रदेश) में किया गया।इस किसान पंचायत का मुख्य बिंदु या विषय किसान उत्पादक संगठन यानी FPO से जुड़कर इसके तहत योजनाओं का लाभ उठाना रहा। किसान पंचायत में बड़े-बड़े अनुभवी कृषि वैज्ञानिक और प्रगतिशील किसान बड़ी संख्या में मौजूद...
विश्व मृदा दिवस के अवसर पर पौधों की बीमारियों के प्रबंधन में स्वस्थ मिट्टी की भूमिका

विश्व मृदा दिवस के अवसर पर पौधों की बीमारियों के प्रबंधन में स्वस्थ मिट्टी की भूमिका

स्वस्थ मिट्टी विभिन्न परस्पर जुड़े तंत्रों के माध्यम से पौधों की बीमारी के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है जो पौधों की समग्र स्वस्थ में योगदान करती है। एक मिट्टी का पारिस्थितिकी तंत्र जो पोषक तत्वों से समृद्ध है, सूक्ष्म जीवों की आबादी में संतुलित है, और अच्छी भौतिक संरचना रखता है, पौधों की बीमारियों की गंभीरता को काफी कम करता है। स्वस्थ मिट्टी पौधों के रोगजनकों के खिलाफ अग्रिम पंक्ति की रक्षा के रूप में कार्य करती है। पोषक तत्व संतुलन स्वस्थ मिट्टी पौधों के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्वों का इष्टतम संतुलन प्रदान करती है। पौधों में मजबूत...