शानदार उपज पाने के लिए सॉइल हेल्थ कार्ड योजना के जरिए मिट्टी की जांच कराऐं

By: MeriKheti
Published on: 24-Oct-2023

किसान भाई बेहतरीन फसल पैदावार के लिए खेत की मृदा की जांच अवश्य कराएं। मृदा की जाँच कराने हेतु सॉइल हेल्थ कार्ड बनवाना पड़ेगा। किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार विभिन्न योजनाएं चला रही हैं। 

किसान फसल की बेहतरीन उपज प्राप्त कर सकें। इसके लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना (Soil Health Card) चलाई जा रही है। इस योजना के अंतर्गत किसान भाई अपने खेत की मृदा की जांच कराते हैं। 

जाँच कराने के बाद रिपोर्ट के आधार पर खेती करते हैं, जिससे उनकी काफी कम लागत आती है। साथ ही, उत्पादन भी काफी अच्छा होता है। किसानों के खेत की मृदा जाँच करने के लिए प्रयोगशालाएं निर्मित की गई हैं। 

जहां वैज्ञानिक मृदा की जांच के उपरांत उसमें मौजूद गुण व दोष की सूची तैयार करते हैं। इस सूची में मिट्टी से जुड़ी जानकारी एवं सटीक सलाह होती है। 

मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अंतर्गत खेती करने पर किसानों को बेहतरीन फसल पैदावार हांसिल होती है। साथ ही, मृदा का भी संतुलन स्थिर बना रहता है।

सॉइल हेल्थ कार्ड बनवाने का तरीका

सॉइल हेल्थ कार्ड तैयार कराने के लिए कृषक भाईयों आपको सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट soilhealth.dac.gov.in पर जाना है। उसके बाद होम पेज पर मांगी गई जानकारी को भरकर लॉगिन करना है। 

अब पेज खुलने पर राज्य का चयन करें। अगर आप पहली बार आवेदन कर रहे हैं, तो आपको पंजीकृत न्यू यूजर के विकल्प का चयन करना पड़ेगा। 

किसान भाई आवेदन फॉर्म में मांगी गई समस्त डिटेल्स सही-सही भरें। इसके उपरांत सबमिट बटन पर क्लिक कर दें। किसी दिक्कत परेशानी का सामना करना पड़े तो किसान भाई हेल्‍पलाइन नंबर 011-24305591 और 011-24305948 पर भी सम्पर्क साध सकते हैं। वहीं, इसके अतिरिक्त helpdesk-soil@gov.in पर ई-मेल भी किया जा सकता है।

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सॉइल हेल्थ कार्ड योजना के फायदे

आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि इस योजना के अंतर्गत कोई भी भारतीय किसान अपने खेत की मृदा की आसानी से जांच करवा सकता है। इस कार्ड के माध्यम से किसान जानकारी ले सकते हैं, कि मृदा में किन पोषक तत्वों का अभाव है।

साथ ही, कितना जल उपयोग करना है और किस फसल की खेती करने से उन्हें अधिक फायदा मिलेगा। कार्ड बन जाने के उपरांत किसान को उत्पादक क्षमता, मिट्टी में नमी का स्तर, मृदा की सेहत, क्वालिटी के साथ-साथ मृदा की कमजोरियों को सुधारने के तरीकों की भी जानकारी प्रदान की जाती है।

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