कृषि में मल्चिंग का उपयोग और इससे जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी

Published on: 13-Jun-2025
Updated on: 13-Jun-2025

मल्चिंग तकनीक का प्रयोग खेती में किया जाता है। मल्चिंग का उपयोग भूमि में नमी को बांये रखने के लिए किया जाता है। इस तार्किंक का उपयोग भूमि को ढकने के लिए किया जाता है जिससे की पानी की और नमी की बचत होती है।

मल्चिंग तकनीक के अनेक फायदे होते है।  आज के इस लेख में हम आपको कृषि में मल्चिंग के उपयोग फायदे और मल्चिंग के प्रकार के                      

बारे में विस्तार से जानेंगे। 

मल्चिंग होती क्या है? 

मल्चिंग मिट्टी की सतह पर लगे जाने वाली एक सामग्री होती है जो की मिट्टी को ठंडा रखती है।   

मल्चिंग एक प्रकार की ऐसी सामग्री होती है जिसका उपयोग भूमि में नमी बनाये रखने, खरपतवार की वृद्धि रोकने और मिट्टी को ठंडा रखने या तापमान सामन्य रखने के लिए किया जाता है। इससे पौधे की वृद्धि भी अधिक होती है। 

मल्चिंग के प्रकार (Type Of Mulching)  

मल्चिंग दो प्रकार की होती है ऑर्गेनिक मल्च और इनऑर्गेनिक मल्च इन दोने के बारे में विस्तार से निचे जाने -

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ऑर्गेनिक मल्च   

ऑर्गेनिक मल्च जैसे की नाम से ही पता चल रहा है इस प्रकार की मुल्च में ऑर्गेनिक अवशेषों का उपयोग होता है। ऑर्गेनिक मल्च  मल्चिंग के साथ धीरे-धीरे मिट्टी में अपघटित होकर मिट्टी को  पोषक तत्व भी प्रदान करते है। 

अपघटित होने के कारण ये  मिट्टी की संरचना, जल निकासी और पोषक तत्वों को धारण करने की क्षमता में भी सुधार करता है। ऑर्गेनिक मल्चिंग में चावल के भूसे, गेहूं के भूसे, छाल, सूखी घास, लकड़ी के चिप्स, सूखी पत्तियों, चूरा, घास आदि से बना होता है।  

इनऑर्गेनिक मल्च 

इस प्रकार के मल्च को मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए उपयोग किया जाता है।  इनऑर्गेनिक मल्च मिट्टी में अपघटित नहीं होते है, जिससे की इनऑर्गेनिक मल्च मिट्टी को कोई पोषक तत्व नहीं देते। इस प्रकार के मुल्च में प्लास्टिक शीट, लैंडस्केप फैब्रिक और पत्थर/बजरी आदि का प्रयोग किया जाता है। 

मल्चिंग के फायदे 

मल्चिंग उपयोग करने से अनेक फायदे होते है, मल्चिंग से तापमान, खरपतवार नियंत्रण और अधिक नमी को नियंत्रित किया जा सकता है जिससे की फसल की अछि वृद्धि होती है और फसल से अच्छी उपज प्राप्त की जाए सकती है, इसके फायदे निम्नलिखित है -

मिट्टी में जल रूपांतरण 

मल्चिंग के उपयोग से मिट्टी की ऊपरी परत धक् जाती है, जिससे की पानी का वाष्पीकरण नहीं  होता है और मिट्टी में नमी रहती है। भूमि में पानी की अच्छी उपलब्ध्ता रहती है जिससे की फसलों की वृद्धि आसानी से होती है।      

खरपतवार नियंत्रण  

खरपतवार नियंत्रण के लिए इस तकनीक का उपयोग सबसे अधिक किया जाता है। मल्चिंग से भूमि ढक जाती है जिससे की खरपतवार वृद्धि नहीं होती है।

जड़ विकास

जड़ विकास:

मल्चिंग फिल्म जड़ क्षेत्र के आसपास एक विशेष सूक्ष्म जलवायु का निर्माण करती है, जो मिट्टी की ऊपरी सतह पर पौधों की सफेद जड़ों के विकास को प्रोत्साहित करती है।

पौधों, फूलों और फलों के लिए उपयुक्त माध्यम:

यह फिल्म मिट्टी को पौधों के फूलों, फलों और अन्य भागों से सीधे संपर्क में आने से रोकती है, जिससे उनकी गुणवत्ता में सुधार होता है।

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कीट नियंत्रण:

मल्चिंग फिल्म प्रकाश को परावर्तित करती है, जिससे एफिड्स, थ्रिप्स जैसे लीफमिनर कीटों का नियंत्रण आसान हो जाता है। यह नेमाटोड के विरुद्ध भी प्रभावी है। विशेष रूप से, पीली मल्चिंग फिल्म सफेद मक्खियों की वृद्धि को नियंत्रित करने में सहायक होती है।

हीट और कोल्ड इंसुलेटर:

मल्चिंग फिल्म सर्दियों में ताप और ठंड से बचाने का कार्य करती है। यह मिट्टी को जल्दी जमने से रोकती है, वहीं गर्मियों में मिट्टी के तापमान को संतुलित बनाए रखने में मदद करती है।

मिट्टी का कटाव नियंत्रण:

मल्चिंग मिट्टी और वर्षा की बूंदों के बीच एक अवरोधक परत के रूप में कार्य करती है, जिससे मिट्टी का कटाव धीमा हो जाता है और भूमि संरक्षण सुनिश्चित होता है।   

मल्चिंग के लाभ 

मल्चिंग से अनेक लाभ होते है जो की निम्नलिखित दिए गए है - 

भारी चिकनी मिट्टी और जड़ विकास:

भारी चिकनी मिट्टी में मल्चिंग का उपयोग किसान के लिए कार्य को आसान बनाता है, क्योंकि यह मिट्टी को अधिक ढीला और नरम बनाता है। इससे पौधों की जड़ों और अंकुरों को मिट्टी में रास्ता बनाने में आसानी होती है।

केंचुए – किसान के मित्र:   

केंचुओं को "किसान का सबसे अच्छा दोस्त" कहा जाता है। उनके गतिविधियों से मिट्टी अधिक ढीली और छिद्रपूर्ण हो जाती है, जो पौधों की जड़ों के स्वस्थ विकास के लिए आदर्श वातावरण प्रदान करती है।

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मल्चिंग द्वारा कठोर परत से बचाव:

भारी वर्षा के दौरान जब पानी की बूंदें नंगी मिट्टी से टकराती हैं, तो मिट्टी छोटे-छोटे टुकड़ों में बिखर जाती है। सूखने पर ये टुकड़े आपस में चिपक कर एक कठोर परत बना लेते हैं, जो न केवल पानी के अवशोषण में बाधा डालती है, बल्कि युवा पौधों के लिए मिट्टी को भेद पाना भी कठिन बना देती है। मल्चिंग इस कठोर परत के निर्माण को रोककर मिट्टी को संरक्षित करती है और तेज बारिश के प्रभाव से बचाती है।


प्रश्न 1: मल्चिंग क्या है?

उत्तर: मल्चिंग मिट्टी की सतह को ढकने वाली सामग्री है, जो नमी बनाए रखने, तापमान नियंत्रित करने और खरपतवार रोकने में सहायक होती है।

प्रश्न 2: मल्चिंग का मुख्य उद्देश्य क्या है?

उत्तर: भूमि में नमी को बनाए रखना और खरपतवार नियंत्रण करना।

प्रश्न 3: मल्चिंग का पौधों की जड़ों पर क्या प्रभाव होता है?

उत्तर: यह जड़ों के चारों ओर अनुकूल सूक्ष्म वातावरण बनाकर उनके विकास को प्रोत्साहित करता है।

प्रश्न 4: कौन-सी मल्चिंग फिल्म सफेद मक्खी को नियंत्रित करती है?

उत्तर: पीली मल्चिंग फिल्म।

प्रश्न 5: मल्चिंग से किस प्रकार कीट नियंत्रण किया जाता है?

उत्तर: यह फिल्म प्रकाश परावर्तित करती है, जिससे कीट जैसे एफिड्स, थ्रिप्स आदि दूर रहते हैं।  

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