खरपतवार नियंत्रण को आसान बनाते हैं ये आधुनिक कृषि यंत्र

Published on: 14-May-2025
Updated on: 14-May-2025
Different types of agricultural weeder machines for farming use
कृषि यंत्र इम्प्लीमेंट ब्लॉग

खरपतवार फसलों के साथ पोषक तत्व, पानी, स्थान और सूर्य के प्रकाश के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं, जिससे पैदावार में भारी गिरावट आ सकती है। इसी कारण खरपतवार नियंत्रण खेती का एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। 

खेतों की निराई-गुड़ाई हाथ से या यंत्रों की सहायता से की जाती है। यदि समय रहते खरपतवारों पर नियंत्रण पा लिया जाए, तो फसल की गुणवत्ता, उपज, तथा उसमें मौजूद प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों की मात्रा में भी वृद्धि होती है। 

इस लेख में हम ऐसे आधुनिक यंत्रों की जानकारी साझा कर रहे हैं जो खरपतवार नियंत्रण को सरल और प्रभावी बना सकते हैं।

खरपतवार नियंत्रण के लिए आधुनिक कृषि यंत्र

निचे आपको सभी यंत्रो के फीचर्स और स्पेसिफिकेशन्स निम्नलिखित दिए गए है -

1. स्वचालित रोटरी पावर वीडर

यह यंत्र डीजल इंजन से चलता है और ग्राउंड व्हील तक शक्ति वी-बेल्ट व पुली के माध्यम से पहुँचती है। गहराई को संतुलित बनाए रखने हेतु इसके पीछे एक पहिया होता है। 

इसमें लगे रोटरी अटैचमेंट घास व मिट्टी को मिलाकर खरपतवारों को खत्म करते हैं। घुमावदार ब्लेड वाली डिस्क 400 मिमी चौड़ाई तक काम कर सकती है और जरूरत के अनुसार गहराई में जाकर घास और मिट्टी को काटकर मिलाती है। इसका प्रयोग गन्ना, मक्का, कपास, टमाटर, बैंगन व दलहन जैसी पंक्तिबद्ध फसलों में किया जाता है।

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2. कोनो वीडर

यह यंत्र विशेष रूप से पंक्तिबद्ध धान की खेती के लिए उपयुक्त है। इसमें त्रिशंकु आकृति वाले रोटर होते हैं जिनकी सतह पर दांतेदार स्ट्रिप्स लगे होते हैं। रोटर, फ्लोट और हैंडल एक फ्रेम से जुड़े होते हैं। 

फ्लोट मिट्टी में रोटर को धंसने से रोकता है और कार्य की गहराई को नियंत्रित करता है। रोटर मिट्टी की ऊपरी 3 सेमी परत में चलते हुए खरपतवार को जड़ से उखाड़ते हैं। इसकी संचालन क्षमता लगभग 0.18 हेक्टेयर प्रतिदिन है और इसे आसानी से उपयोग किया जा सकता है।

3. व्हील हैंड हो

यह उपकरण छोटे खेतों और बाग-बगिचों के लिए उपयुक्त है। इसमें एक या दो पहिए और एक हैंडल होता है जिससे किसान इसे हाथ से धकेलकर चलाता है। 

ब्लेड की मदद से यह मिट्टी की ऊपरी परत को काटता है और खरपतवार हटाता है। यह यंत्र मध्यम कार्बन स्टील से बना होता है और उसकी कठोरता 40-45 एच.आर.सी. तक होती है।

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 4. ड्राईलैंड पेग वीडर

यह हस्तचालित यंत्र विशेष रूप से सूखी भूमि के लिए बनाया गया है। इसमें लोहे के रोलर पर दो डिस्क और "V" आकार के ब्लेड लगे होते हैं, जो मिट्टी की कठोर परत को तोड़कर उसमें मौजूद खरपतवारों को हटाते हैं। 

इसका उपयोग सब्जियों, बागों और अंगूर की खेती में प्रभावी ढंग से किया जाता है। इसकी कार्य क्षमता लगभग 0.05 हेक्टेयर प्रतिदिन होती है।

इन आधुनिक यंत्रों के उपयोग से खेतों में समय पर और प्रभावी तरीके से खरपतवार नियंत्रण किया जा सकता है। ये न सिर्फ किसानों का श्रम और समय बचाते हैं, बल्कि उत्पादन और गुणवत्ता बढ़ाकर लाभ में भी वृद्धि करते हैं।