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बॉलीवुड के ये दिग्गज ढलती उम्र में कर रहे खेती, ऑर्गेनिक खेती को दे रहे बढ़ावा

बॉलीवुड के ये दिग्गज ढलती उम्र में कर रहे खेती, ऑर्गेनिक खेती को दे रहे बढ़ावा

क्या आपने कभी ऐसा सोचा है कि, बॉलीवुड के जो सितारे दुनियाभर के दिलों में राज करते हैं, वो अपनी ढलती उम्र में खेती बाड़ी भी कर सकते हैं? अगर नहीं, तो आपको बता दें ये बिलकुल सच है. बॉलीवुड में खूबसूरत सितारों का भी अपना एक दौर था. उनपर फिल्माई गयी कहानियों और उनके किरदारों के लोग दीवाने हुआ करते थे. हालांकि आज की जनरेशन की जुबां पर बॉलीवुड के पुराने से पुराने दिग्गजों के गाने हैं. जो कभी पुराने नहीं हो सकते. समय बीतने के साथ साथ दौर भी बदल चुका है. कुछ सितारों की उम्र ढलने के साथ अब वो बड़े पर्दे को अलविदा कह चुके हैं. अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि, बॉलीवुड के ये सितारे लाइम लाइट में ना होकर आखिर कर क्या रहे हैं? तो आपको बता दें कि काफी सितारे अब खेती बाड़ी में जुट चुके हैं. साथ ही ऑर्गेनिक खेती (Organic Farming) को बढ़ावा भी दे रहे हैं. बीते काफी समय में ऑर्गेनिक खेती का चलन काफी बढ़ गया है. जो लोगों को काफी ज्यादा पसंद भी आ रही है. जहां आम लोगों और किसानों का रुझान फार्मिंग की ओर बढ़ चुका है, तो वहीं बॉलीवुड भी इस तरफ इंटरेस्ट दिखा रहा है. बॉलीवुड के कई दिग्गज अपनी ढ़लती उम्र या रिटायरमेंट के बाद खेती बाड़ी में अपना समय बिता रहे हैं. इन नामों में जितेन्द्र और राखी जैसे बॉलीवुड के सितारों के नाम भी शामिल हैं. तो चलिए हम आपको कुछ ऐसे ही सितारों के बारे में बता रहे हैं, जो खेती बाड़ी का काम सम्भाल रहे हैं.

ये फ़िल्मी सितारे कर रहे खेती बाड़ी

राखी

मशहूर और बेहद खूबसूरत अदाकारा राखी एक समय में दर्शकों के दिल की धड़कन हुआ करती थीं. उनके बेमिसाल किरदार और अभिनय ने देश दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई. अगर राखी को बॉलीवुड की जान कहा जाए तो गलत नहीं होगा. राखी ने अनगिनत फिल्मों में मुख्य अभिनय निभाया और लगबग हर मेल दिग्गज एक्टर के साथ काम भी किया. राखी ज्यादातर फिल्मों में मां के किरदार में भी नजर आई हैं. जो सुपर डुपर हिट हुईं हैं. मशहूर गीतकार गुलजार की पत्नी राखी अब बॉलीवुड से अलविदा कह चुकी हैं. इस वख राखी अपने पनवेल वाली फार्म हाउस (Farmhouse) में रहती हैं, और वहीं पर रहकर खेती का काम करती हैं.

लकी अली

बॉलीवुड के मशहूर सिंगरों में लकी अली का नाम भी शामिल है. लकी अली ने एक से एक गाने गाकर लोगों को अपना फैन बना लिया. लकी अली के गाये हुए गाने लोगों कि जुबां पर आज भी हैं. हालांकि अब लकी अली बॉलीवुड में नजर नहीं आते और ना ही बॉलीवुड में काम कर रहे हैं. आजकल लकी अली ऑर्गेनिक खेती (Organic Farming) कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर अक्सर लकी अली खेती बाड़ी से जुड़े वीडियो भी शेयर करते नजर आते रहते हैं.

धर्मेंद्र

धर्मेंद्र का नाम बॉलीवुड में सबसे ऊपर है. 87 साल के धर्मेंद्र बॉलीवुड से अभी भी जुड़े हुए हैं. धर्मेंद्र की फ़िल्में और डायलोग ज्यादातर लोगों को मुंह जुबानी याद हैं. प्रकृति से धर्मेंद्र के काफी ज्यादा प्यार है. लोनावाला स्थित फार्महाउस में रहकर धर्मेंद्र अपनी खेती बाड़ी का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते हैं. धर्मेंद्र जानवरों की देखभाल के साथ साथ ऑर्गेनिक खेती (Organic Farming) भी करते हैं. धर्मेंद्र के फार्महाउस में कई गाय हैं. धर्मेंद्र खुद ही सब्जियां उगाते हैं, और खाते भी हैं. इसलिए वो काफी फिट हैं. यहां तक उनका यह भी कहना है कि, जब तक मैं गोबर नहीं उठाता तब तक मेरे दिन की शुरुआत नहीं होती. धर्मेंद्र को इन सब कामों को करने में काफी मजा आता है.

जूही चावला

बॉलीवुड दीवा जूही चावला आजकल बड़े पर्दे पर सक्रिय नहीं हैं. उन्होंने इसके अलावा एक टीवी सीरियल भी किया है. आईपीएल में कोलकाता नाईट राइडर्स के सह मालिकों में से एक जूही चावला का भी नाम है. हालांकि इसके अलावा जूही चावला खेती का भी काम कर रही हैं. महाराष्ट्र के वाडा में जूही अपने फार्महाउस में खेती का काम कर रही हैं. बता दें जब से जूही के पिता का निधन हुआ है, तब से वह ऑर्गेनिक खेती (Organic Farming) का काम कर रही हैं.

प्रीटी जिंटा

प्रीटी जिंटा के डिंपल का हर कोई कायल है. इस खूबसूरत अदाकारा ने लाखों दिलों में अपनी जगह बेहतरीन अभिनय के जरिये बनाई है. हालांकि लंबे समय से प्रीटी जिंटा बॉलीवुड से कोसों दूर हैं. लेकिन आईपीएल में वह पंजाब किंग्स इलेवन टीम की सह मालकिन के तौर पर काम कर रही हैं. जब आईपीएल नहीं होता तो प्रीटी खेती करके अपना समय बिताती हैं. पिछले दो सालों से प्रीटी जिंटा खेती बाड़ी में लगी हुई हैं. जहां वो अपने सोशल अकाउंट पर ऑर्गेनिक खेती (Organic Farming) का वीडियो भी शेयर करती रहती हैं.

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आर माधवन

बॉलीवुड में अभी भी नजर आने वाले आर माधवन अपनी डिसेंसी के लिए जाने जाते हैं. आज भी आर माधवन के गाने लोग गुनगुनाते हुए दिख जाते हैं. बॉलीवुड में सक्रिय रहने के बाद भी आर माधवन खेती बड़ी करते हैं. उन्होंने कुछ समय पहले नारियल की खेती के लिए जमीन खरीदी थी. लेकिन अब आर माधवन आर्गेनिक खेती (Organic Farming) भी कर रहे हैं.

फैजल खान

नवाजुद्दीन सिद्दीकी को बॉलीवुड का फैजल खान भी कहा जाता है. इनके बेहतरीन अभिनय ने बड़े पर्दे में एक से एक हिट फिल्में दी हैं. हालांकि आजकल नवाजुद्दीन सिद्दीकी अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर खासा चर्चा में हैं. इसके अलावा उन्हें खेती बाड़ी से भी काफी प्यार है. मौका मिलने पर वह यूपी में स्थित अपने गांव मुज्जफरनगर में खेती करने चले जाते हैं.
इन पेड़ों से बनता है प्लांट बेस्ड मीट, बाजार में है जबरदस्त मांग

इन पेड़ों से बनता है प्लांट बेस्ड मीट, बाजार में है जबरदस्त मांग

दुनिया भर में मांस के कारण बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए अब वैज्ञानिकों ने एक ऐसे मीट का निर्माण किया है, जो दिखने में पूरी तरह से मीट की तरह ही है, उसका स्वाद और रंग मीट की तरह है, लेकिन उसे पेड़ों से बनाया जाता है। इसलिए उसे शाकाहारी मीट या प्लांट बेस्ड मीट कहा जाता है। यह पूरी तरह से शाकाहारी है, इसे आर्टिफियल कलर्स और एडिड प्रिजर्वेटिव डालकर तैयार किया जाता है। जिससे इसका सेवन करने से इसमें मीट जैसा स्वाद आता है, लेकिन वास्तव में यह मीट नहीं है। इसको बनाने में पेड़ों के साथ-साथ सब्जियों और अनाजों का भी बहुतायत में उपयोग किया जाता है। अब भारत के साथ ही विश्व के कई देशों में प्लांट बेस्ड मीट की जबरदस्त मांग है, क्योंकि अब लोग इसे जमकर पसंद कर रहे हैं। मौके की नजाकत को देखते हुए टाटा और आईटीसी जैसी बड़ी कंपनियों ने भी अब प्लांट बेस्ड मीट को बाजार में उतार दिया है। इससे कंपनियां जमकर मुनाफा कमा रही हैं। इसको देखते हुए अब किसानों के पास भी यह सुनहरा मौका है कि वो एग्री बिजनेस के तहत प्लांट मीट का व्यापार कर सकते हैं।

इन चीजों से बनाया जाता है प्लांट बेस्ड मीट

यह पूरी तरह से शाकाहारी है, इसलिए इसके निर्माण में पूरी तरह से शाकाहारी चीजें उपयोग की जाती हैं। इसके निर्माण में ज्यादातर फलियां, दाल, किनोवा, नारियल का तेल, गेहूं के ग्लूटन या सीतान, सोयाबीन, मटर, चुकंदर के रस के अर्क को उपयोग में लाया जाता है। इसमें ओट्स और बादाम के दूध का भी इस्तेमाल होता है। यह मीट पूरी तरह से वनस्पतियों से तैयार किया जाता है। आजकल देश के बड़े-बड़े होटलों और रेस्त्रां में इस मीट का प्रयोग बढ़ गया है। भारत में कई ऐसे सेलेब्रिटी हैं जो वास्तविक मीट की जगह पर प्लांट बेस्ड मीट को प्रमोट कर रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक 2030 तक प्लांट बेस्ड मीट का व्यवसाय 1 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।

इस मीट से इस प्रकार होते हैं हेल्थ बेनिफिट

जानवरों से प्राप्त मीट में कैलोरी, सैचुरेटेड और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जबकि प्लांट बेस्ड मीट में ज्यादातर फाइबर और हेल्दी प्रोटीन पाया जाता है। इसलिए इसमें कैलोरी, सैचुरेटेड और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा न के बराबर होती है। इसके साथ ही अगर जानवरों से प्राप्त मीट की जगह प्लांट बेस्ड मीट का सेवन किया जाता है तो इससे सेवनकर्ता को हाई बीपी, मोटापा, कैंसर और लॉन्ग टर्म क्रॉनिक डिजीज की संभावना भी बहुत कम होती है। यह मांस हृदय रोग और डायबिटीज की संभावना को भी कम कर देता है, जबकि जानवरों से प्राप्त मीट के सेवन में इन रोगों का खतरा बना रहता है। यह भी पढ़ें: यह पेड़ आपको जल्द ही बना सकता है करोड़पति, इसकी लकड़ी से बनते हैं जहाज और गहने चूंकि यह पूरी तरह से इको फ्रेंडली होता है इसलिए इसके सेवन से कैंसर, आंत और पाचन से जुड़े रोगों का खतरा भी नहीं रहता। जो लोग भी मांसाहार छोड़ना चाहते हैं यह उनके लिए वरदान से कम नहीं है।

किसान कमा सकते हैं इससे जबरदस्त मुनाफा

आजकल सरकार एग्री बिजनेस और एग्री स्टार्ट अप स्कीम को प्रमोट कर रही है। इसके अंतर्गत यदि किसान चाहें तो प्लांट बेस्ड फूड बिजनेस के सेक्टर में कदम रख सकते हैं। साथ ही प्लांट बेस्ड मीट का उत्पादन शुरू कर सकते हैं। इसके लिए वो ऑर्गेनिक रॉ-मटेरियल खुद के खेतों पर ही उत्पादित कर सकते हैं। ऐसे बिजनेस को शुरू करने के लिए सरकार भारी अनुदान और लोन देती है। किसान भाई लोन और अनुदान प्राप्त करने के लिए अपने जिले के कृषि विभाग या खाद्य विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
नारियल और जैतून के तेल से होने वाले शारीरिक लाभ, इनमें कितना अंतर है

नारियल और जैतून के तेल से होने वाले शारीरिक लाभ, इनमें कितना अंतर है

नारियल एवं जैतून दोनों तेल का उपयोग खाने के लिए किया जाता है। इनके औषधीय गुणों की वजह विगत कई सालों से बाजार में इसकी मांग लगातार बढ़ती जा रही है। खाना तैयार करने के लिए हम कई तरह के खाद्य तेलों का इस्तेमाल करते हैं। यह तेल हमारे रोजमर्रा के आहार का एक मूलभूत हिस्सा है और यह हमारे पसंदीदा व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। नारियल और जैतून का तेल अपने स्वास्थ्य लाभों की वजह से जाने जाते हैं और इनके औषधीय गुणों की वजह से विगत कई वर्षों से बाजार में मांग निरंतर बढ़ती जा रही है। चलिए आज हम इस लेख में आपको खाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले नारियल तथा जैतून के तेल की विशेषताऐं बताने जा रहे हैं। नारियल और जैतून के तेल से तैयार किया गया भोजन काफी स्वादिष्ट होता है।

नारियल का तेल किस तरह निकलता है

नारियल का तेल पके हुए नारियल के गूदे से निकाला जाता है। इसे उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में खाद्य के रुप में बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। आपको बता दें कि नारियल के तेल में काफी ज्यादा मात्रा में फैटी एसिड होता है, जिसका ज्यादा सेवन हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।

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नारियल तेल का सेवन करने से होने वाले लाभ

नारियल तेल वजन कम करने में अहम भूमिका निभाता है

नारियल तेल का इस्तेमाल वजन कम करने के लिए किया जा सकता है। तेल में मीडियम चेन फैटी एसिड की भाँति लॉरिक एसिड, कैप्रेटेलिक एसिड और कैपरिक एसिड होते हैं, जो हमारे शरीर का वजन घटाने में सहायता करते हैं। नारियल तेल और जैतून

नारियल के तेल से बेहतरीन पाचन होता है

नारियल के तेल से शरीर में अच्छा पाचन होता है। नारियल तेल का इस्तेमाल खाना पकाने में करने से हमारे शरीर का पाचन तंत्र बेहतर ढ़ंग से कार्य करता है। इसके अतिरिक्त यह इर्रिटेबल बॉवल सिंड्रोम जैसे कि कब्ज, डायरिया एवं गैस से संबंधित समस्याओं के लिए भी लाभदायक होता है।

नारियल का तेल डायबिटीज में फायदेमंद है

नारियल तेल को मधुमेह के उपचार के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। रिसर्च के मुताबिक, वर्जिन कोकोनट ऑयल में डायबिटीज नियंत्रित करने की क्षमता होती है, जिसका इस्तेमाल मधुमेह से जुड़े रोगियों को जरूर करना चाहिए।

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जैतून के तेल के कितने फायदे होते हैं

जैतून का तेल मॉइस्चराइजिंग गुणों से युक्त होता है। बतादें, कि इसका नियमित रूप से इस्तेमाल करना हमारे शरीर को बहुत सारी बीमारियों एवं स्वास्थ्य समस्याओं से बचाता है। जैतून के तेल के अंदर विटामिन-ई, विटामिन के, आयरन, ओमेगा-3 फैटी एसिड, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट विघमान रहते हैं।

जैतून के तेल का उपयोग आंखों का बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करता है

आजकल हम सारा दिन कंप्यूटर, टीवी एवं मोबाइल पर कार्य करते हैं। ऐसी स्थिति में आँखों के विशेष ख्याल के लिए आपको अपने खाने में जैतून के तेल का उपयोग करना चाहिए। इसका सेवन करने से आपकी आंखों के आसपास रक्त संचार बढेगा। साथ ही, थकान भी दूर हो जाती है।

जैतून के तेल से उच्च रक्तचाप का खतरा कम हो जाता है

वर्तमान में सभी लोगों पर काम का दवाब, तनाव एवं अन्य समस्याओं की वजह से उच्च रक्तचाप की समस्या बनी रहती है। ऐसी स्थिति में अपनी डाइट में ऑलिव ऑयल मतलब कि जैतून के तेल को अवश्य शम्मिलित करना चाहिए। यह हमारे शरीर के हाई ब्लड प्रेशर के संकट को कम करता है।

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जैतून का तेल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को काबू करता है

कोलेस्ट्रॉल से बचाव के लिए आप ऑलिव ऑयल का उपयोग कर सकते हैं। इसमें मौजूद सैचुरेटेड फैट हमारे शरीर में रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है। जैतून के एक्स्ट्रा वर्जिन ऑयल में पॉलीफेनॉल से हमारे शारीरिक रक्त संचार को नियंत्रित करता है। इसके साथ साथ जैतून का तेल बहुत सारे अन्य फायदे भी मानव शरीर को पहुँचाता है।