कृषि यंत्र अनुदान योजना 2025: हैप्पी सीडर सहित टॉप 9 कृषि यंत्रों पर मिलेगा सब्सिडी

Published on: 18-Sep-2025
Updated on: 18-Sep-2025
कृषि यंत्र अनुदान योजना
कृषि यंत्र इम्प्लीमेंट ब्लॉग

किन यंत्रो पर मिलेगी सब्सिड़ी जानिए पूरी जानकारी 

किसानों के लिए यह बड़ी राहत की खबर है कि अब खेती के लिए आवश्यक और महंगे कृषि यंत्र सब्सिडी पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। भारत में खेती अब परंपरागत तरीकों से हटकर आधुनिक यंत्रों पर आधारित होती जा रही है। मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों को राहत देने और उनकी लागत को कम करने के लिए कृषि यंत्र अनुदान योजना 2025  शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य है कि राज्य के किसान महंगे कृषि यंत्रों को भी आसानी से खरीद सकें और उनकी मेहनत का बोझ कम हो। किसान अब 16 सितंबर 2025 से ई–कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और इन यंत्रों का लाभ सब्सिडी पर उठा सकते हैं।

Krashi Yantra Anudan Yojana: किन कृषि यंत्रों पर मिल रही है सब्सिडी?

राज्य सरकार ने किसानों के लिए खेती में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाले 9 प्रमुख कृषि यंत्रों को चुना है। इन यंत्रों का इस्तेमाल फसल बुवाई, कटाई, अवशेष प्रबंधन और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के लिए होता है। यह यंत्र किसानों का समय बचाते हैं, लागत कम करते हैं और उत्पादन क्षमता बढ़ाते हैं।

कृषि यंत्रों की सूची इस प्रकार है:

  • हैप्पी सीडर (Happy Seeder) – गेहूं की सीधी बुवाई के लिए उपयोगी।
  • सुपर सीडर (Super Seeder) – धान की कटाई के बाद गेहूं की फसल बोने के लिए।
  • स्मार्ट सीडर (Smart Seeder) – नई तकनीक से मिट्टी में सीधी बुवाई।
  • श्रेडर/मल्चर (Shredder/Mulcher) – फसल अवशेषों को काटकर मिट्टी में मिलाने के लिए।
  • बेलर (Baler) – अवशेषों से गट्ठर बनाने वाली मशीन।
  • हे रेक/स्ट्रॉ रेक (Hay Rake/Straw Rake) – भूसे और पराली को इकट्ठा करने के लिए।
  • स्लेशर मशीन (Slasher Machine) – खरपतवार और घास काटने के लिए।

कृषि यंत्र अनुदान योजना 2025 में सब्सिडी की दरें

सरकार ने इन कृषि यंत्रों पर अलग–अलग सब्सिडी दरें तय की हैं। सुपर सीडर पर किसानों को अधिकतम ₹1.20 लाख या मशीन की लागत का 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा।

स्मार्ट सीडर पर टाइन की संख्या के आधार पर सब्सिडी मिलेगी –

  • 9 टाइन वाले पर ₹81,400
  • 10 टाइन वाले पर ₹84,150
  • 11 टाइन वाले पर ₹86,350
  • 12 टाइन वाले पर ₹90,200 तक अनुदान मिलेगा।

श्रेडर/मल्चर पर साइज के अनुसार सब्सिडी मिलेगी –

  • 5 फीट वाले पर ₹72,500
  • 6 फीट वाले पर ₹85,800
  • 7 फीट वाले पर ₹90,200
  • 8 फीट वाले पर ₹95,700 तक।

बेलर मशीन पर किसानों को भारी अनुदान मिलेगा –

  • मिनी (16 किलो) बेलर पर ₹2,20,000
  • मिनी (18–20 किलो) पर ₹6,60,000
  • राउंड बेलर पर ₹2,39,500।
  • हे रेक/स्ट्रॉ रेक पर अधिकतम ₹1,65,000 या लागत का 50% सब्सिडी।
  • स्लेशर मशीन पर अधिकतम ₹27,500 या 50% लागत का अनुदान।

कृषि यंत्र अनुदान योजना के लिए धरोहर राशि (डीडी)

किसान को आवेदन करते समय निर्धारित धरोहर राशि के रूप में डिमांड ड्राफ्ट (DD) जमा करना होगा। यह डीडी जिले के सहायक कृषि यंत्री के नाम से बनेगा। धरोहर राशि निम्नानुसार है –

  • हैप्पी सीडर, सुपर सीडर, स्मार्ट सीडर – ₹4,500
  • श्रेडर/मल्चर – ₹5,500
  • बेलर – ₹15,000
  • हे रेक/स्ट्रॉ रेक – ₹5,000
  • स्लेशर मशीन – ₹2,000

डीडी जमा किए बिना आवेदन मान्य नहीं होगा।

कृषि यंत्र अनुदान योजना 2025 के लिए आवेदन की प्रक्रिया

किसानों को आवेदन के लिए ई–कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर जाना होगा।

  • किसान पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करेंगे।
  • आवश्यक दस्तावेज जैसे – आधार कार्ड, बैंक पासबुक, जाति प्रमाण पत्र, बी–1 की प्रति, बिजली कनेक्शन प्रमाण पत्र, पासपोर्ट फोटो और मोबाइल नंबर अपलोड करना होगा।
  • निर्धारित धरोहर राशि का डीडी जमा करना अनिवार्य होगा।
  • आवेदन स्वीकार होने के बाद लक्ष्य निर्धारण किया जाएगा।
  • इसके बाद चयन लॉटरी प्रणाली से होगा।

कृषि यंत्र अनुदान योजना 2025 योजना का उद्देश्य और महत्व

  • इस योजना का सबसे बड़ा उद्देश्य है किसानों को महंगे कृषि यंत्र आसानी से उपलब्ध कराना।
  • किसानों की मेहनत और लागत को कम करना इस योजना की प्राथमिकता है।
  • सुपर सीडर और स्मार्ट सीडर से किसान धान की कटाई के तुरंत बाद बिना खेत जोते गेहूं की बुवाई कर सकते हैं।
  • इससे समय की बचत होगी और पराली जलाने की समस्या भी कम होगी।
  • श्रेडर/मल्चर और बेलर से फसल अवशेषों का सही उपयोग किया जा सकता है, जिससे खेत की उर्वरता बढ़ेगी।
  • हे रेक और स्लेशर मशीन से खरपतवार नियंत्रण और अवशेष प्रबंधन आसान होगा।
  • इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और कृषि सतत व पर्यावरण–अनुकूल बनेगी।

कृषि यंत्र अनुदान योजना 2025  में किसानों के लिए लाभ

  • किसान अब महंगे कृषि यंत्रों को व्यक्तिगत रूप से खरीदने के बजाय सब्सिडी पर खरीद सकेंगे।
  • यह योजना किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों से जोड़ने का माध्यम बनेगी।
  • कृषि यंत्रों के उपयोग से खेती का काम तेज और आसान होगा।
  • कम समय और कम लागत में अधिक उत्पादन संभव होगा।
  • योजना से ग्रामीण स्तर पर पराली प्रबंधन में सुधार होगा और वायु प्रदूषण भी कम होगा।

कृषि यंत्र अनुदान योजना का व्यापक प्रभाव

  • यह योजना न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने वाली है बल्कि ग्रामीण रोजगार को भी बढ़ावा देगी।
  • किसान इन यंत्रों का उपयोग करने के साथ–साथ अन्य किसानों को किराए पर भी उपलब्ध करा सकेंगे।
  • इससे कृषि यंत्रों की पहुंच ज्यादा किसानों तक होगी और पूरे राज्य की कृषि में सुधार होगा।

किसानों को ध्यान रखने योग्य बातें

  • आवेदन करते समय सभी दस्तावेज पूरे और सही होने चाहिए।
  • धरोहर राशि का डीडी अनिवार्य है, इसके बिना आवेदन अस्वीकार हो जाएगा।
  • लॉटरी प्रणाली पारदर्शी होगी और चयनित किसानों को सूचना पोर्टल और विभागीय कार्यालय से दी जाएगी।

कृषि यंत्र अनुदान योजना 2025  के लिए महत्वपूर्ण लिंक

  • योजना के लिए आधिकारिक वेबसाइट लिंक– https://farmer.mpdage.org
  • आवेदन के लिए लिंक– https://farmer.mpdage.org/Registration/AadharVerification 
  • जिलेवार सहायक कृषि यंत्री की सूची के लिए लिंक - https://www.mpdage.org/Advertisement/e-krishi-DD_090921062243.pdf 

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